हमारे देश में मुद्रा के अंतर्गत चलने वाले नोटों और सिक्कों में विभिन्न तरह की आकृति बनी होती है जिसे अधिकतर लोग नहीं जानते हैं। हमारे देश में चलने वाले 1 या 2 के सिक्के पर अंगूठे या अंगुली का निशान डाला गया है लेकिन बङी बात यह है कि आखिर वे अंगुली के निशान क्यूं डाले गए हैं। उसके पीछे का रहस्य आखिर क्या है.?
आप देखते होंगे कि भारतीय एक या दो रुपए के सिक्कों पर अंगूठे का निशान रहता है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन के प्रोफेसर अनिल सिंहा ने भारतीय एक या दो रुपए के सिक्कों पर अंगूठे का निशान का काम किए थे। परंतु यह अंगूठे का निशान सिक्कों पर डिजाइन नहीं है। बल्कि आपको बता दें कि इसका एक खास मतलब होता है।
इन सिक्कों पर जो आप अंगूठे का निशान देखते हैं। वह भरतनाट्यम डांस की मुद्राएं हैं और यही भरतनाट्यम डांस के मुद्राएं एक और दो रुपए के सिक्के के बारे में बताती है। इसे हम हस्त मुद्राएं भी कह सकते हैं। जो हमें इशारों में बताती है कि इस मुद्रा का वैल्यू कितना है। अंगूठे के निशान वाला सिक्का साल 2007 में लाया गया था। इन सिक्कों में 83 फीसदी आयरन मिला होता है। इसके साथ-साथ इसमें 17 फीसदी क्रोमियम भी मिला होता है। इन सभी चीजो के साथ इन सिक्कों में कुछ अल्प मिश्र धातु भी मिले होते हैं।
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इसके अलावा भारतीय और भी मुद्रा में आकृति या छाप बने होते हैं। जिसका कोई खास मकसद या उद्देश्य होता है। सिक्कों पर बने आकृति या छाप एक तरह से डिजाइन नहीं होता है। यह हमारे भारत के इतिहास उसे जुड़े हुए होते हैं। जो हमें एक आकृति या छाप के माध्यम से हमें इतिहास से जुड़ी बातों को बताते हैं। भारतीय सिक्कों के अलावा भारतीय नोटों पर भी आकृति छपे होते हैं। जो भारत के इतिहास के बारे में संकेत देते हैं। भारतीय नोटों पर छपे आकृति में किसी स्थान की आकृति छपी होती है। यह आकृति हमें यह संकेत देती है। कि भारत के इतिहास में उन स्थानों का क्या महत्व था।