केरल से ताल्लुक रखने वाली मिनी श्रीकुमार एक हाउसवाइफ हैं और उन्हें पेड़-पौधों से काफी लगाव है। परंतु पौधों को लगाने के लिए उनके पास ना ही छत है और ना ही बालकनी, फिर भी उन्होंने अपने घर में लगभग 50 तरह की सब्जियों की बुआई की है और अन्य लोगों के लिए मिसाल कायम किया है। शहरों में रहने वाले लोगों के साथ अक्सर यह समस्या आती है कि वे पेड़-पौधों को लगाकर अपने शौक को कैसे पूरा करें?? परंतु मिनी श्रीकुमार शहरों में रहने के बावजूद भी अपने शौक को पूरा करने में सक्षम हैं।
घर के हर तरफ उगाया पौधा
मिनी श्री कुमार का घर 600 स्क्वायर फीट तीन मंजिला है। स्थानों की कमी की वजह से उन्हें अपने शौक यानी गार्डेनिंग करने को पूरा करने में हमेशा ही दिक्कतें आईं। परंतु उन्होंने अपने शौक को पूरा करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। उन्होंने अपने 5 फीट के घर में हर हिस्से में पौधों को उगाया। उनका मानना है कि अगर हमारे अंदर गार्डनिंग के शौक को पूरा करना है तो इसके लिए आवश्यक नहीं कि हमारा खुद का गार्डन हो या फिर हमारे पास जगह हो। आप चाहें तो अपने घर के बाहर सब्जियों एवं सजावटी पौधों को आसानी से उगा सकते हैं। -Organic and Terrace gardening
किया गार्डेनिंग के शौक को पूरा
एक सरकारी कर्मचारी होने के नाते उनके पिता को जब भी वक्त मिलता वह गार्डेनिंग करते थे। मिनी भी पिता की गार्डेनिंग को देखकर काफी खुश होती। अपने पिता से ही उन्हें गार्डेनिंग का शौक मिला और वह जहां भी किराए के मकान में रहती वहां पर पौधों को लगाती। शादी के बाद जब वह अपने ससुराल गई तो यहां उन्हें जगह की कमी के कारण गार्डेनिंग को लेकर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। परंतु जब लॉकडाउन लगा उस दौरान उनके लिए सब्जियों को उगाना बहुत जरूरी था इसलिए उन्होंने अपने घर के हर तरफ गमलों तथा ग्रो बैग्स में सब्जियां उगाई। -Organic and Terrace gardening
यहां से ली जानकारी
गार्डेनिंग के विषय में जानकारी लेने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया की मदद ली। वह गार्डेनिंग के लिए कई ग्रुप से जुड़ी जहां उन्हें यह जानकारी मिली कि किस तरह वह प्लास्टिक के डिब्बे, ग्रो बैग्स तथा डिब्बे में पौधे को उगाएं। अब उन्होंने अपने पौधों को घर के हर तरफ लगाया कुछ पौधे सीढ़ी पर भी लगाए गए। उनके गार्डन में आलू और प्याज के अतिरिक्त पालक, मोरिंगा, टमाटर, भिंडी, करेला तथा बैंगन आदि उगाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त यहां आपको अमरुद, कटहल, बेर तथा पपीता आदि के भी कुछ फिर मिलेंगे।-Organic and Terrace gardening
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करती हैं जैविक खाद का उपयोग
फल एवं संबंधियों के अलावा उन्होंने गमले में काली मिर्च, अदरक तथा हल्दी की भी बुआई की है। गमलों में मिट्टी के लिए वह कंस्ट्रक्शन का दौरा करती है और यहां से मिट्टी को लाती हैं। पौधों में उर्वरक के लिए वह किचन वेस्ट तथा गोबर का उपयोग करती हैं। उनका मानना है कि जब वह इतनी कम जगह में पौधों को उगा सकती है तो जिन लोगों के पास टेरेस गार्डन तथा बालकनी वाले घर हैं तो वे बहुत सारे पौधों को लगा सकते हैं।
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