“म्यूजियम” एक ऐसी जगह जहां हमें इतिहास या दुनिया से जुड़ी चीजें इकट्ठा देखने को मिलती हैं। इनमें से ज्यादातर म्यूजियम्स किताबों और इतिहास से जुड़े सामानों के कलेक्शन होते हैं। भारत में ऐसे कई म्यूजियम हैं, जहां आपको इतिहास से जुड़ी चीजें देखने को मिल जाती हैं। लोग म्यूजियम (Museum)आकर अपने देश और दुनिया के इतिहास से जुड़ी जानकारी पाते हैं, जिस वजह से इतिहास में दिलचस्पी रखने वाले लोग म्यूजियम से खासा लगाव रखते हैं।
पर भारत में ऐसे भी कई अनोखे म्यूजियम हैं जो दुनिया में कहीं और देखने को नहीं मिलते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही कई म्यूजियम के बारे में बताएंगे जो खुद में काफी यूनिक (Unique museums in india) हैं और अपने यूनीकनेस की वजह से दुनिया भर में फेमस हैं।
मायोंग सेंट्रल म्यूजियम (Mayong Central Museum)
असम का मायोंग सेंट्रल म्यूजियम जितना अनोखा है उतना अजीब भी। मायोंग शब्द का अर्थ माया होता है और अपने अर्थ की तरह ही यह म्यूजियम हमें काले जादू से जुड़े रहस्यों के बारे में बताता है। ऐसी मान्यता है कि मायोंग में कला जादू का इस्तेमाल किसी की भलाई के लिए की किया जाता था, इसलिए काला जादू यहां के लोगों के लिए यह एक खास विद्या है।
#LandofBlackMagic #Mayong
— India Online Network (@indiaonlineiol) August 14, 2016
Ancient relics of #blackmagic preserved in #MayongCentralMuseumhttps://t.co/qNyDgkQR4I pic.twitter.com/MXmM2ru8oD
इस म्यूजियम में आपको काले जादू से जुड़ी तांत्रिक किताबें, मैन्यूस्क्रिप्ट, हाथों से बनी गुड़िया, काले जादू में काम आने वाले सामान भी देखने को मिल जाते हैं। जो लोग इन जादुई चीजों में दिलचस्पी रखते हैं, इस म्यूजियम में उन्हें ब्लैक मैजिक का डेमोस्ट्रेशन भी कर के दिखाया जाता है। अगर आप भी ऐसी विद्या के बारे में जानना पसंद करते हैं, तो एक बार इस म्यूजियम में जरूर जाएं।
Mayong is a small village situated along the river Brahmaputra in the Indian state of Assam. Home to the intriguing Mayong central #museum , it has attracted tourists from all over the world. #MuseumDay #InternationalMuseumDay @ssharadmohhan @AmitGuha2020 @preranadas666 pic.twitter.com/Ntsx2Hvega
— Enroute Indian History ® (@EnrouteH) May 18, 2021
आरबीआई मॉनेटरी म्यूजियम (RBI Monetary Museum)
हम सभी को कभी न कभी सिक्कों का कलेक्शन करने का शौक होता होगा। उसी तरह भारत में भी एक ऐसा म्यूजियम भी है जहां सिक्कों और नोटो का कलेक्शन किया जाता है। हर सिक्के की अपनी कहानी होती है, अपना इतिहास होता है। भारत की आरबीआई संस्था इस म्यूजियम का सालों से चलाते आई है। आरबीआई का यह म्यूजियम फाइनेंशियल कैपिटल मुंबई में स्थित है। यहां पर भारत के हर सिक्के को कलेक्ट करके संरक्षित रखा गया है। यहां आपको सिर्फ आज के ही नहीं बल्कि पुराने समय के राजाओं के शासन काल में इस्तेमाल किए जाने वाले सिक्कों को भी संरक्षित रखा गया है।
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पुरखौती मुक्तांगन म्यूजियम (Purkhauti Muktangan Museum)
छत्तीसगढ़ का यह म्यूजियम यहां की जनजातियों से जुड़ी चीजों पर आधारित हैं। 2006 में डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम द्वारा इस म्यूजियम का उद्घाटन किया गया था। इस म्यूजियम में आपको यहां की जनजातियों से जुड़ी चीजें, उनकी लोक कलाएं, इस्तेमाल किए जाने वाले सामान, संस्कृत,चित्रकारी, लोक संगीत और कला की झलक देखने को मिलती है।
Purkhauti Muktangan is a open air art Museum cum Park in Naya Raipur. Depicts the habitate, artifacts,folk dances,food habits of the tribals pic.twitter.com/ajXX1BBWcq
— Chhattisgarh Tourism (@GoChhattisgarh) March 21, 2017
रायपुर में बना यह म्यूजियम छत्तीसगढ़ी कल्चर को दिखाता है, वो कहानियां जो यहां की जनजातियों में शामिल हैं और धीरे- धीरे लुप्त हो रही हैं, उसे इस म्यूजियम को आम जनता तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है। इस म्यूजियम के माध्यम से हमें यहां की जनजातियों के बारे में और बेहतर तरीके से जानने का मौका मिलता है।
पालड़ी काइट म्यूजियम (Paldi Kite Museum)
गुजरात में हमें पतंगों का खास क्रेज देखने को मिलता है, उत्तरायण के मौके पर आपको यहां आसमान पतंगों से भरा हुआ दिखता है। पर यह हैरानी की बात है कि आसमान में उड़ने वाली पतंगों का भी भारत में एक अलग म्यूजियम है। यह खास म्यूजियम गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर में पड़ता है। इस म्यूजियम को 1954 में बनाया गया था, म्यूजियम में आपको पुरानी से पुरानी और अलग- अलग तरह की पंतगें देखने को मिल जाएंगी। इस म्यूजियम का कॉन्सेप्ट गुजरात के रहने वाले भानु शाह ने दिया, जब भानु ने अपनी हजारों पतंगों को अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन को डोनेट कर दिया था।
इस अनोखे म्यूजियम में आपको अलग-अलग तरह की पेपर और कई अन्य मटेरियल्स की भी पतंगें देखने को मिलती हैं। कई पतंगें ऐसी भी हैं जिन पर मिरर वर्क और कढ़ाईयां भी की गई हैं। गुजरात का यह म्यूजियम अपने आप में ही बहुत अनोखा है, इसमें देश की ही नहीं बल्कि विदेशों की भी पतंगों को शामिल किया गया है। कभी भी गुजरात जाने पर आप इस म्यूजियम को एक बार देखने जा सकते हैं।
सुलभ इंटरनेशनल म्यूजियम ऑफ टॉयलेट (Sulabh International Museum of Toilets)
दिल्ली में बना देश का सबसे अजीब म्यूजियम जो अपने टॉयलेट के कलेक्शन के लिए फेमस है। यहां आपको दुनिया के सबसे स्टाइलिश और यूनिक टॉयलेट्स देखने को मिलते हैं। इस म्यूजियम का मुख्य उद्देश्य लोगों में शौचालय के प्रति जागरूकता फैलाना है।
दिल्ली में बने इस म्यूजियम में आपको 3000 बी.सी तक के टॉयलेट्स देखने को मिलते हैं, जिनमें विक्टोरियन टॉयलेट सीट, गोल्ड टॉयलेट सीट, चैंबर टॉयलेट सीट्स शामिल हैं। रोमन शासन के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले टॉयलेट का भी बड़ा कलेक्शन आपको देखने को मिलता है। पुराने के अलावा यहां पर नए और मॉर्डन किसम के टॉयलेट भी रखे गए हैं। आप इस म्यूजियम को एक बार विजिट करके टॉयलेट सीट से जुड़े इतिहास के बारे में जान सकते हैं।
लेजेंड मोटर साइकिल कैफे (Legend Motorcycle Cafe)
साइकल कैफे अपनी विन्टेज मोटर साइकिल के संग्रहालय के लिए फेमस है। यह यूनीक कैफे बैंगलुरू में स्थित है,जहां पर आपको एक से बढ़कर एक विन्टेज मोटर-साइकिल देखने को मिल जाएंगी। यह विन्टेज मोटर-साइकल कैफे बाइकर एस.के.प्रभु द्वारा चलाया जाता है। कहा जाता है कि एस. के प्रभु 1992 से ही ऐसी विंटेज मोटर-साइकिलों का कलेक्शन करते आए हैं और अपने प्राइवेट कलेक्शन से ही एस.के ने एक म्यूजियम खोल लिया है।
कैफे में रखी मोटर-साइकिलें आज भी पहले जैसी ही चलती हैं, जिसे समय-समय प्रभु ने मेनटेन भी कराकर रखा है। इस कैफे में आपको कई तरह की यूनिक मोटर-साइकिलें देखने को मिल जाती हैं,आपको इस म्यूजियम में दूसरे विश्व युद्ध में इस्तेमाल की जाने वाली मोटर साइकिल भी देखने को मिलती हैं, इसके अलावा आपको यहां 1962 का स्कूटर भी देखने को मिल जाता है। अगर आप कभी भी बेंगलुरु घूमने जाएं तो एक बार इस विंटेज कैफे में जरूर जाएं।