हमारे समाज में पुनर्विवाह को लेकर लोगों की कोई अच्छी अवधारणा नहीं रहती। विशेषतः लड़कियों के पुर्नविवाह के लिए सोचना तो दूर की बात है लोग उन्हें सम्मानजनक जिंदगी भी नहीं देते। लेकिन बदलते समय के साथ लोगों की सोच भी बदल रही और वे पुनर्विवाह को भी प्राथमिकता दे रहे हैं।
हाल ही में MP में हुई एक शादी खूब चर्चे में है। दरअसल, विधवा लड़की और विदुर लड़के दोनों का पुनर्विवाह करवाकर उनके सास-ससुर ने उन्हें नई जिंदगी दी है। गायत्री मंदिर में संपन्न हुई इस शादी से इन जोड़ों को फिर से अपनी जिंदगी को एक नए सिरे से शुरु करने का मौका मिल गया। इसी कड़ी में चलिए जानते हैं इस खबर के बारें में विस्तार से-
बहू और दामाद की सास-ससुर ने कराया पुर्नविवाह
हाल ही में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खंडवा में विधवा पुनर्विवाह लोगों को नया संदेश दे रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, खरगोन के निवासी रामचंद्र राठौर और गायत्री राठौर के बेटे अभिषेक राठौर ने पांच वर्ष पहले हार्टअटैक के कारण अपने बेटे को हमेशा के लिए खो दिया। अभिषेक की मौत के बाद उनके माता-पिता को बहू और पोती की उदासी बहुत दुख देती थी। ऐसे मे उन्होंने बहू की दूसरी शादी करने का फैसला किया।
वहीं कोरोना महामारी के दौरान जिला न्यायलय में स्टोनो पद पर कार्यरत दिनेश जो खंडवा के रहनेवाले हैं, की पत्नी समिता ने अपनी दोनों बेटियों की जिम्मेदारी पति के कंधों पर सौंप कर हमेशा के लिए अपनी आंखें मूंद ली। ऐसे में दिनेश के सास-ससुर मोहनलाल राठौर और शकुन्तला राठौर अपनी बेटी के निधन के बाद दामाद और पोतियों की जिंदगी संवारने के लिए उनकी दूसरी शादी करना चाह रहे थे और उनके लिए लड़की ढूंढ रहे थे।
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पुर्नविवाह करके लोगों को दिया संदेश
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दुल्हन मोनिका कहती हैं कि पति का देहांत होने के बाद उनके सास-ससुर ने के बेटी की तरह विदा किया। वहीं दूल्हा दिनेश कहते हैं कि पत्नी के स्वर्गवासी होने के बाद उनके सास-ससुर लड़की तलाश करने लगे और उन्हें दूसरी शादी करने पर जोर दिया। उसी दौरान जानकारी मिली कि खरगौन निवासी रामचंद्र राठौर अपनी विधवा वहू की शादी करना चाह रहे हैं। उसके बाद दोनों परिवारों ने आपस में बातचीत की और इस पुर्नविवाह के जरिए लोगों को संदेश भी दिया।
बेटी जैसा दिया प्यार
दुल्हन मोनिका की सास ने कहा कि, बेटे की मौत के बाद उन्होने अपनी बहू के मान-दुलार में कमी नहीं की और हमेशा बेटी जैसा प्यार दिया। और इसी प्यार के कारण उन्हें मोनिका के आनेवाले भविष्य की काफी चिन्ता होती थी जिसके बाद से उन्होंने दूसरी शादी करने का फैसला किया। हालांकि, मोनिका दूसरी शादी करने के लिए कतई राजी नहीं थी लेकिन फिर काफी समझा-बुझाकर उसे पुनर्विवाह करने के लिए मनाया।
खरगौन निवासी रामचंद्र राठौर और खंडवा निवासी मोहनलाल राठौर ने अपनी बहू और अपने दामाद की दूसरी शादी करवाकर समाज को पुर्नविवाह के प्रति बेहतर संदेश दिया है। The Logically इन दोनों परिवारों की इस साकारात्म्क कार्य की बेहद प्रशंशा करता है।