कोरोना के कहर ने कैसी तबाही मचा रखी है यह तो सबके सामने है। शायद ही पूरी दुनिया का कोई भी ऐसा कोना होगा जो इसके असर से बचा होगा। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी दिल दहलाने वाली कहानी बताने जा रहे हैं जो आपको रुला देगी । यह कहानी है अमेरिका के – वनेसा कार्डेनस गोंजालेज के परिवार की ।
जहां खुशियां मनाने की तैयारी थी, वहां गम का माहौल फैल गया-
दरअसल मनीषा ने 9 नवंबर को एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। इसी दौरान वह कोरोना के चपेट में आ गई। स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के बाद वनेसा की स्थिति बिगड़ती चली गई। इस कोरोना ने उनके जान को नहीं बख्शा और कुछ ही दिनों में उनकी मृत्यु हो गई। इस नवजात के पीछे दो बेटे भी थे।
वीडियो कॉल पर देखा था बच्चे को-
डिलीवरी के बाद वह बच्चे को देख भी नहीं पाई थी। जब उन्होंने अपने घर वालों से बातचीत करके बच्चे को देखने की चाहत को बताया, तब उन्हें वीडियो कॉल पर नवजात को दिखाया गया। यह सभी के लिए बहुत ही मुश्किल भरा एक पल था। एक तरफ एक बच्ची अपने मां की गोद के लिए तरस रही थी, वही उसकी मां दूसरी तरफ कोरोना जैसी भयंकर बीमारी से जूझ रही थी।
संक्रमण के डर से बच्चे को कर दिया गया था अलग-
बहुत ही दुखद बात है कि, वेनेसा ने अपने बच्चे को गोद में भी नहीं उठाया था। यहां तक कि उन्होंने होश में उसका चेहरा भी नहीं देखा था। संक्रमण का पता चलने के बाद बच्चे को जितनी जल्दी हो सके अलग कर दिया गया। इस कोरोना जैसी भयंकर बीमारी से उस बच्चे के पास लड़ने की ताकत नहीं थी। अभी उनके पति अल्फांसो बच्ची का देखरेख कर रहे हैं।
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वनेशा को उम्मीद था कि वह जल्दी ठीक हो जाएंगी-
बातचीत के दौरान वह हमेशा कहती थी कि वह जल्दी ठीक होकर अपनी बच्ची को गोद में उठाएंगी। उन्हें लगा था कि जल्दी उनकी सारी तकलीफें दूर हो जाएंगी। लेकिन बहुत ही दुख की बात है कि 1 महीने के इलाज के बाद उन्हें हार्ट अटैक आ गया और उन्हें यूसीएल अस्पताल में भर्ती किया गया।
डॉक्टरों के लाख कोशिशों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। पूरे परिवार में गम का माहौल फैल गया। जहां घर में खुशियां आने वाली थी वही मातम छा गया।
The Logically उस नवजात बच्ची के लिए अच्छे जीवन की कामना करता है।