दिन-प्रतिदिन पर्यावरण संरक्षण को लेकर लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। इसका एक मुख्य कारण है जनसंख्या बढ़ोतरी के कारण पेड़-पौधों की कटाई। लेकिन पर्यावरण संरक्षण को लेकर लोग अधिक जागरूक भी हो रहे हैं अधिक से अधिक संख्या में पौधों की बुआई कर अपने शहरों का नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करा रहे हैं।
इंडिया टाइम्स हिंदी की खास सीरीज “हम किसी से कम नही” में आज हम सभी ये जानेंगे कि मुंबई को आर्बर डे फाउंडेशन के साथ यूएस (US) के खाद्य तथा कृषि संगठन द्वारा “2021 ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड” (2021 tree city of the World) के तौर पर मान्यता क्यों मिली है?? जो हमारे देश के लिए गर्व की बात है। -2021 tree city of the World
“2021 ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड” (2021 tree city of the World)
सपनों की नगरी कहा जाने वाला मुंबई 2021 ट्री सिटी ऑफ द वर्ल्ड प्राप्त कर चुका है। इसके पूर्व हमारे देश में स्थित हैदराबाद को ये सम्मान मिला था। यह मान्यता यूएस के खाद्य एवं कृषि संगठन की मदद से आर्बर डे फाउंडेशन के तहत मिली है। आज मुंबई अर्बन एंड कम्युनिटी फॉरेस्ट्री के वैश्विक नेटवर्क में एक उच्च स्थान पाने में सफलता हासिल कर रहा है। -2021 tree city of the World
यह भी पढ़ें:-गांव के लोगों ने किया अनोखा आविष्कार, बना दिया गाय से पानी निकालने की मशीन: Viral Video
लगाया गया 4 लाख पेड़
जानकारी के अनुसार ट्री सीरीज ऑफ द वर्ल्ड प्रोग्राम की वेबसाइट के मुताबिक मुंबई में 4,25000 की बुआई हुई। ट्री सीए ऑफ द वर्ल्ड प्रोग्राम के तहत शहरों एवं कस्बों को पहचान में हेतु वैश्विक पहल है। जिसका यह काम है कि यह शहरों के जंगलों तथा पेड़ों के रखरखाव पर विशेष ध्यान दें और उन्हें हाइलाइट करें। -2021 tree city of the World
इसका उद्देश्य शहरों को नए नेटवर्क के साथ जोड़ना है जो विश्व भर की शहरों को जंगल के प्रबंधन हेतु सफल दृष्टिकोण हासिल करा सके। वैश्विक नेताओं द्वारा मंटोवा ग्रीन सिटी चैनल तथा एक कॉल फॉर एक्शन भी पारित हुआ है जिसमें वर्ष 2018 में मंटोवा इटली में अर्बन उद्यान पर वर्ल्ड प्रोग्राम के वृक्ष शहरों में मौजूद होने वाला था। -2021 tree city of the World
लोगों ने बचाया मैंग्रोव
वर्ष 2018 में मुंबई के लोगों ने संघर्ष किया और अपने मैंग्रोव जंगलों को बचाने में कामयाब हुए। उन्हीं के प्रयास की बदौलत पिछले वर्षों में लगभग 5000 से भी अधिक संख्या में मैंग्रोव बचाए जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त लगभग जमीनी क्षेत्र मेट्रो कार शेड परियोजना द्वारा हजारों की संख्या में पौधों को काटना आवश्यक होता है। इसीलिए उन्होंने विरोध किया और सरकार में परिवर्तन के बाद उसे आरक्षित वन एलान किया गया। –2021 tree city of the World