जाहिर सी बात है अगर आपसे कोई पूछे कि कोई युवा एमबीए कर रहा है तो वह क्या करेगा?? आपका उत्तर होगा कि वह कोई मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करेगा या फिर व्यापार करेगा। परन्तु आज हम आपको एक ऐसे युवा के विषय में बताएंगे जिन्होंने एमबीए के बाद दुबई का दौरा किया और अच्छी-खासी नौकरी की खुशहाल जीवन बिताया फिर दुबई को छोड़ अपने स्वदेश लौटने का प्लान बनाया और यहां आकर खेती प्रारम्भ कर दी।
आईए इस लेख द्वारा जानते हैं कि वह कौन हैं जो विदेश की नौकरी छोड़ अपने देश लौट आए और यहां खेती में किस फसल की बुआई की जो उन्हें सफलता की शिखर पर ले गया।
नवीन मोहन राजवंशी (Naveen Mohan Rajvanshi)
वह युवा है नवीन मोहन राजवंशी (Naveen Mohan Rajvanshi) जिन्होंने एएमआईटी कॉलेज चेन्नई (AMIT Chennai) से एमबीए (MBA) की डिग्री हासिल की और दुबई चले गए। अब उनकी मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब लग गई परंतु वह इस नौकरी को छोड़ अपने देश लौट आए। इसके पीछे का कारण है कि एक दिन जब वह दुबई में फॉर्म हाउस पर गए तो उन्हें वहां देखा रेगिस्तान में भी हरियाली है। अब उन्होंने निश्चय किया कि मैं अपने देश को जाऊंगा और यहां फसलों को लहलहाउंगा ताकि अपने देश की मिट्टी से जुड़ाव बना रहे। यहां आकर उन्होंने सीतापुर कृषि विज्ञान केंद्र से जानकारी ली और स्ट्रॉबेरी की खेती प्रारंभ कर दी। -Strawberry Farming by Naveen Mohan Rajvanshi
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खेती के लिए निम्न बातें
वह कहते हैं अगर आप खेती करना चाहते हैं तो सबसे पहले इसे अच्छी तरह जुताई कर दें। फिर आप इसमें उर्वरक को अच्छी तरह मिश्रित करें। उर्वरक के लिए वह ट्राइकोडर्मा सोडामोनास एवं देसी गुड़ का उपयोग करते हैं, साथ ही वह इसमें गोबर भी डालते हैं। फिर एक बार इनकी पुनः जुताई होती है फिर बेड बनाए जाते हैं और उसे कुछ दिनों के लिए छोड़ दिया जाता है। इस बेड में ड्रिप डाले जाते हैं ताकि पौधे उचित मात्रा में सिंचित हो सके। -Strawberry Farming by Naveen Mohan Rajvanshi
होती है 6 लाख की आमदनी
उन्होंने लगभग 1 एकड़ जमीन में 20000 पौधों को लगाया है जिसके बीच की दूरी 1 फीट होती है। इससे पौधों में कीट नहीं लगते और उनकी देखभाल भी बहुत बेहतरीन तरीके से होती है। अपनी स्ट्रॉबेरी की खेती से वह 1 एकड़ में लगभग 150 से 160 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त कर लेते हैं। खर्चे के तौर पर उन्हें पहले वर्ष में लगभग 3 लाख रुपए लगते हैं और वही इस खेती से उन्हें 6 लाख की आमदनी होती है। इसके अतिरिक्त उन्होंने खेतों में और भी फसलों को लगाया है और वह इससे अलग लाभ कमाते हैं। -Strawberry Farming by Naveen Mohan Rajvanshi
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हो रही अच्छी खासी आमदनी
उन्होंने स्ट्रॉबेरी के खेतों में गेंदे के फूल के पौधे भी लगाए हैं और इसमे भी उन्हें सफलता प्राप्त हैं। जब ये फूल खत्म हो जाते हैं तो वह इसमें खरबूजा की बुआई करते हैं। उन्हें इस खेती से 160-170 क्विंटल खरबूजा मिल जाता है। इस तरह वह स्ट्रॉबेरी, गेंदे तथा खरबूजे की खेती द्वारा विदेशों से भी अच्छा पैसा अपने देश में अपने परिवार के साथ रहकर कमा रहे हैं। –Strawberry Farming by Naveen Mohan Rajvanshi