इंसान के मन में अपनी जिंदगी में गरीबी और अभाव से प्रेरणा लेकर कुछ अलग और बड़ा करने की चाह पैदा होती है। मनुष्य अपनी आर्थिक तंगी और जीवन में हुए अनेकों कमियों की वजह से ही हौसला रखकर जीवन में आगे बढ़ना चाहता है और वह सफल भी होता है। क्यूंकि इंसान अगर किसी चीज को करने की ठान ले तो उसे दुनिया की कोई कमी, अभाव, गरीबी या अन्य किसी भी प्रकार की कोई भी बाधा राह में रुकावटें पैदा नहीं कर सकती हैं।
आज की कहानी भी ऐसे इन्सान की है जिसने अपने जीवन में बचपन से ही बहुत गरीबी का सामना किया। गरीबी की वजह से उस शख्स ने मजदूरी किया, सब्जियां बेची ताकि पढाई जारी रह सके। उसने जीवन में अभाव और अत्यंत गरीबी से प्रेरित होकर कुछ बड़ा करने का निश्चय किया और सफल रहे। आज वह शख्स 500 करोड़ रूपये का टर्न ओवर करने वाली कम्पनी का मालिक है। आइए जानते हैं उस साहसी शख्स के बारे में जो आज सभी के लिए एक मिसाल हैं।
नितिन गोडसे (Nitin Godse) का जन्म महाराष्ट्र (Maharashtra) के अहमद नगर जिले के एक छोटे से गाँव अकोला में बहुत गरीब परिवार में हुआ। उनके पिता प्राईवेट कम्पनी में सेल्समैन थे तथा उनकी मासिक तन्ख्वाह काफी कम थी। बहुत ही मुश्किल से घर परिवार का जीवन-यापन होता था। नितिन 3 भाई-बहनों में बड़े होने की वजह से परिवार की आर्थिक स्थिति को कम करने के लिए एक स्थानीय दुकान पर सेल्समैन की नौकरी करना शुरु कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने अपनी पढ़ाई भी जारी रखी। स्कूल की शिक्षा पूरी करने के बाद नितिन की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह इंजीनियरिंग कर सके। इसलिए उन्होंने अंत में बीएससी करने का निर्णय लिया। उसके बाद उन्होंने 1992 में पुणे विश्वविद्यालय में अपना नामांकन कराया। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद नितिन को एक कम्पनी में सुपरवाइजर की नौकरी मिली।
सुपरवाइजर की नौकरी करने के कुछ दिन बाद नितिन ने आगे के विकास के लिए एक अच्छी शिक्षा ग्रहण करने का विचार किया। उन्होने शीर्ष प्रबंधकीय पद को हासिल करने के लक्ष्य से MBA करने का निश्चय किया। एमबीए करने के बाद नितिन को एग्रो बेस्ड कम्पनी में नौकरी मिली। यह कम्पनी ताजी सब्जियों को साफ-सुथरे तरीके से पैक कर के बाजार में बेचने का कार्य करती थी। एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले नितिन इस तरह के व्यापार से काफी प्रभावित हुए और ऐसी हीं एक अपना खुद का कारोबार करने का फैसला किया।
नितिन ने अपने एक मित्र से 5 लाख रुपये उधार लेकर सब्जियों का व्यवसाय शुरु किया। वह प्रतिदिन सुबह 3.30 बजे उठ जाते और सब्जियों से भरे ठेले को बाजार में ले जाकर बेचने का कार्य करते। इस बिजनेस से नितिन को कुछ अधिक लाभ नहीं हुआ जिसकी वजह से इस कारोबार को बंद करना पड़ा। अपना कारोबार बंद करने के बाद उन्होंने अपना जीवन-यापन करने के लिए एक गैस कम्पनी में मार्केटिंग मैनेजर की नौकरी करने लगे।
यह भी पढ़े :- MNC की नौकरी छोड़कर अपने गांव में शुरू किए दूध का कारोबार, अपने अनोखे आईडिया से लाखों रुपये कमा रहे हैं
नितिन ने 3 वर्ष कार्य कर के फंड इकट्ठ किया। उसके बाद 1996 में उन्होंने गैस हैंडलिंग सिस्टम, सिलेंडर ट्रॉली, गैस कैबिनेट बनाने की कम्पनी आरंभ की। नितिन ने अपने इस प्रोजेक्ट का नाम “एक्सेल गैस और उपकरण प्राईवेट लिमिटेड” रखा। नितिन की यह कम्पनी (Excel Gas Equipments Pvt Ltd) 500 करोड़ का सालाना टर्न ओवर कर रही है। वर्तमान में इस कम्पनी में 150 से अधिक स्थायी कर्मचारी है। बार्क, सिपला, आईआईएसआर तथा रिलायंस जैसी कंपनिया नितिन की कम्पनी की ग्राहक है।
नितिन ने अपने जीवन में सभी कठिनाईयों का सामना करते हुए अपने अंदर कुछ करने की कोशिश में लगे रहे। उन्होंने अपने हौसले को कभी कम नहीं होने दिया। उनकी यह कहानी बहुत ही प्रेरणादायक है क्यूंकि शून्य से शुरुआत करने के बाद आज वह एक 500 करोड़ टर्न ओवर करने वाली कम्पनी के मलिक है। उनका सफर बेहद सराहनीय है।
The Logically नितिन गोडसे के साहस को सलाम करता है।