हमारे देश के नेता अक्सर चुनाव के समय ही सामने आते हैं जानता से विकास के नए-नए वादे करते हैं। उसके बाद जब वे चुनाव जीत जाते हैं तो फिर वह वादे बस वादे बनकर ही रह जाते हैं। बहुत कम ही नेता ऐसे हैं जो अपने किए वादे को पूरा करते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी ओड़िशा के रायगड़ जिले के काशीपुर ब्लॉक के एक गाँव की है जहां सड़क निर्माण के वादे तो करते थे लेकिन वह उसे पूरा नहीं करते थे। ऐसे में परेशान होकर एक एक ट्रक ड्राइवर ने खुद ही ग्रामीणों के लिए पूल का निर्माण कर दिया।
नेता अपने वादे को पूरा करने में रहे असफल
दरअसल, ओड़िशा (Odisha) के काशीपुर ब्लॉक स्थित गुंजरमपंजारा नामक गांव की स्थिति बहुत ही खराब थी। वहां स्थित बिछ्ला नदी पर पूल नहीं था जिससे ग्रामीणों को पास के कालाहांडी जिला स्थित सरकारी अस्पताल जाने में बहुत समस्याएं होती थी। ऐसे में देश के कई नेताओं द्वारा पूल बनवाने का वादा किया गया ताकि ग्रामीण आसानी से आवाजाही कर सके लेकिन सभी अपने वादे को पूरा करने में असफल रहे।
नदी पार करने के दौरान लोग हो जाते थे जख्मी
गुंजरमपन्जारा गांव में लगभग 100 परिवार रहते हैं। ऐसे में उन्हें आवाजाही के लिए बिछला नदी पार करना पड़ता था। यह नदी बहुत गहरी थी साथ ही उसका बहाव भी काफी तेज था। ऐसे मे इस नदी को पार करने के दौरान अक्सर लोग जख्मी हो जाते थे जिससे और अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था। रंजीत बताते हैं कि ऐसी परिस्थिति में यदि नदी पर पूल का निर्माण हो जाता तो लोग आसानी से कालाहांडी और नबरंगपुर जिले तक की यात्रा कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें:- किसान पिता ने लोगों के ताने सुन-सुनकर बेटी को पढ़ाया, बेटी SDM बनकर पिता के सपनों को पूरा किया
पूल बनवाने के लिए पत्नी के गहने को रख दिया गिरवी
ग्रामीणों की बदहाल स्थिति देखकर पेशे से ट्रक ड्राइवर रंजीत ने सरकारी अधिकारियों और प्रशासन से पूल निमार्ण की उम्मीद छोड़ दिया और खुद ही लोगों को जिंदगी को आसान बनाने का निश्चय किया। वह कंक्रीट के पूल बनाने में असक्षम थे इसलिए उन्होंने लकड़ी का पुल बनाने का फैसला किया। हालांकि, इस काम में उन्हें बड़ी रकम की जरुरत थी ऐसे में उन्होंने अपनी पत्नी के सोने के गहने को गिरवी रख दिया।
पूल बनाकर कर दी ग्रामीणों की जिंदगी आसान
गहने गिरवी रखकर उन्हें 70 हजार रुपये की राशि मिली, जिसका इस्तेमाल उन्होंने पूल बनवानेहेतु बांस और अन्य जरुरी चीजें खरीदने में की। रंजीत के इस नेक कार्य को देखकर उनके पिता कैलाश भी उनकी सहायता के लिए आगे आए। बाप और बेटे दोनों ने मिलकर पूल बनाने का कार्य किया और साल 2022 के नवंबर माह में उन्होंने पूल निमार्ण करके ग्रामीणों की जिंदगी आसान कर दी। बता दें कि, उन्होंने इतना मजबूत पूल का निर्माण किया है जिसपर आसानी से दोपहिया वाहन चलाए जा सकते हैं।
आजकल जहां अधिकांश लोग सिर्फ अपने आप से मतलब रखते हैं वहीं ट्रक ड्राइवर रंजीत (Truck Driver Ranjit) ने दूसरों के जीवन में उजाला लाने के लिए खुद की पत्नी का जेवर गिरवी रखकर पूल का निर्माण कर दिया। The Logically उनकी प्रशंशा करता है।