Monday, December 11, 2023

62 की उम्र लेकिन हौसला बुलन्द, घर चलाने के लिए कई किलोमीटर साइकिल चलाकर दूध बेचती है यह महिला

अक्सर लोग कहते हैं औरतें घर की शोभा होती है। घर की शोभा तो होती है यह बात भी सत्य है, लेकिन जरूरत पड़ने पर एक औरत हर जिम्मेदारी भी निभाती है, भले हीं वह काम उनके बस का हो या ना हो। वह कठिन से कठिन कार्य भी करके अपनी जिम्मेदारियां निभाती हैं। आज की हमारी कहानी एक ऐसी हीं औरत की है जो दूध बेचकर अपने परिवार का खर्च चलाती हैं। आईए जानते हैं उनके बारे में…

कौन है यह दूध बेचने वाली औरत

हम अक्सर दूध बेचते हुए आदमियों को ही देखते हैं किसी औरत को नहीं, लेकिन आगरा में एक 60 वर्षीय औरत दूध बेचने के लिए प्रतिदिन साईकिल से 5 किलोमीटर का सफर करती है ताकि उनके परिवार के आर्थिक खर्चों की पूर्ति हो। इस औरत को सभी लोग “शीला बुआ” के नाम से बुलाते हैं। शीला बुआ भैंस का दूध खुद से निकालती हैं और 5 किलोमीटर दूरी का सफर करके घर-घर जाकर दूध बेचती है।

Old lady cycles to sell milk

क्यों बेचना पड़ा दूध

आगरा की रहने वाली शीला बुआ की जिंदगी में बहुत परेशानियां है। 1980 में शीला की शादी अवागढ़ के रहने वाले ओमप्रकाश सिंह हुई थी लेकिन उनकी निजी जिंदगी में खुशियां नसीब नहीं हुई। शादी के मात्र 1 साल बाद हीं उनके पति की मृत्यु हो गई, जिसके बाद वह वापस अपने मायके आ गईं।

यह भी पढ़ें :- उम्र को मात देकर रची इतिहास, 62 साल की उम्र में दूध बेचकर करोड़पति बनीं गुजरात की नवलबेन

मायके में भी उन्हें कोई खुशियां नसीब नहीं हुई, मायके में भाई की भी मृत्यु हो गई जिससे घर की आर्थिक स्थिति और भी बिगड़ती गई। आगे शीला बुआ खेती-बाड़ी में अपने पिता की मदद करने लगी, थोड़े समय बाद माता-पिता का साथ भी उनकी जिंदगी में नहीं रहा। साल 1997 में शीला ने एक भैंस खरीदी और उसका दूध बेचने का काम शुरू की जिससे उन्हें कुछ हद तक आर्थिक राहत मिली। शीला का यह कार्य अभी भी जारी है और उनके पास अब पांच भैंसे हैं, जिसका दूध बेचने के लिए वह 5 किलोमीटर दूर तक साइकिल से जाती हैं और 40 लीटर तक दूध प्रतिदिन बेचती हैं।

Old lady cycles to sell milk

शीला का परिवार

शीला के परिवार में और भी सदस्य हैं। उनके भाई की 6 बेटियां हैं। उनकी बड़ी बेटी जिसका नाम सोनम है वह भी विधवा औरत है और शीला के घर पर हीं रहती है, सोनम की भी 6 बेटियां है। इतने बड़े परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है जिसके कारण शीला खुद को 62 वर्ष की उम्र में भी थकने नहीं देती। वह सुबह 5:30 बजे दूध बेचने के लिए निकल जाती हैं। वह पूरे परिवार की जिम्मेदारियां अपने ऊपर हीं लेकर चलती हैं।

शीला बुआ ने साबित कर दिया है कि एक औरत भी आदमियों की तरह हर जिम्मेदारियां निभा सकती है, हर नामुमकिन को मुमकिन कर सकती है। The Logically शीला बुआ के कार्य और जज्बे को नमन करता है।