यदि इन्सान के अंदर काबिलियत होगी तो वह कोई भी कार्य कर सकता है, उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है फिर चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हो। मनुष्य अपनी काबिलियत के दम पर ही दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाता है। बिहार के इस युवक के साथ भी ऐसा ही हुआ है, जिसकी काबिलियत ने उनका नाम India Book of Record में अपना नाम दर्ज हो चुका है।
बिहारी युवा अक्सर बिहार का नाम रौशन करते रहे हैं और इसी कड़ी में बिहार (Bihar) के कैमूर जिले (Kaimur District) के भगवानपुर प्रखंड के मझियांव के रहनेवाले अमरीश पुरी (Amrish Puri) ने भी एक बार फिर से पूरे देश में बिहार का डंका बजा दिया है। जी हां, अमरीश ने 900 फीट की ऐसी रंगोली बनाई है जिसके वजह से उनका नाम India Book Of Record में शामिल किया गया है।
बिहारी युवक ने भूसे से बना दिया 900 वर्ग फीट की रंगोली
अभी तक आपने तरह-तरह के रंगों से बनी रंगोली देखी होगी क्योंकि आमतौर पर लोग रंगोली बनाने के लिए अलग-अलग रंगों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अमरीश द्वारा बनाई गई रंगोली सबसे अलग है। अब आप सोच रहे होंगे कि उनकी रंगोली में ऐसी क्या खास बात है जिससे उनकी रंगोली सबसे अलग और हट के है। ऐसे में बता दें कि, अमरीश ने रंगोली बनाने के लिए किसी रंग का नाम बल्कि भूसे (Paddy Husk) का प्रयोग किया है।
कला और शिल्प कॉलेज, पटना के छात्र अमरीश पुरी उर्फ अमरीश कुमार त्रिपाठी (Amrish Puri Urf Amrish Kumar Tripathi) बताते हैं कि, बिहार का कैमूर जिला कृषि प्रधान है, वहां खेती-बाड़ी अधिक होती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इस वर्ष बीते गणतंत्र दिवस के अवसर पर तिरंगे के आकार की 900 वर्ग फीट की रंगोली बनाई। इय रंगोली में उन्होंने रंगों का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि भूसे में प्राकृतिक रंग मिलाकर रंगोली डिजाइन की।
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India Book of Record में शामिल हुआ नाम
गणतंत्र दिवस के मौके पर रंगोली बनाने के बाद अमरीश पुरी ने अपनी रंगोली कोइंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में नाम शामिल करने के लिए 28 जनवरी को आवेदन दिया जिसका परिणाम 9 महीने बाद निकलकर आया है। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से अमरीश को ई-मेल और कॉल करके सम्पर्क किया गया और जानकारी मिली कि उनका नाम इस रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है।
बच्चों को बिना किसी शुल्क के सिखाते हैं पेंटिंग
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार का नाम रोशन करनेवाले अमरीश (Painting Artist Amrish Puri) एक NGO का संचालन करते हैं जिसका नाम “कलाकृति मन्च” है। वे अपनी कला का इस्तेमाल करके लोगों में राष्ट्रीय पर्व, सरकार द्वारा चलाई जा रही मुहीम और महापुरुषों की जयंती आदि के बारें में जागरुकता फैलाने के साथ-साथ छोटे-छोटे बच्चों से बिना कोई शुल्क लिए पेंटिंग की कला का भी ज्ञान देते हैं।
आमतौर पर लोग जहां रंगों का इस्तेमाल करक्व रंगोली बनाते हैं वहीं अमरीश ने भूसे से रंगोली बनाकर वास्तव में अपनी कला का बेहतरीन प्रदर्शन किया है। आज उनकी मेहनत और लगन से उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी शामिल हो चुका है। The Logically उन्हें इस उपलब्धि के लिए बहुत-बहुत बधाई देता है।