अपनी भाग दौड़ भरी ज़िंदगी में हम अक्सर भूल जाते हैं कि समाज के प्रति भी हमारा कुछ कर्तव्य है। हमारे आस पास कई ऐसे बच्चे हैं जो पैसों के अभाव में बड़े सपने नहीं देख पाते। इन बच्चों के सपने को पर देने की कोशिश की है मध्य प्रदेश के एक शख्स ने।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) के रहने वाले पराग दीवान (Parag Deewan) नाम के एक शख्स ग़रीब और सुविधा से वंचित छात्रों के आईएएस (IAS) और आईपीएस (IPS) बनने के सपनों को पूरा कर रहे हैं। दीवान ओपन स्कूल के जरिए गरीब बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं। दीवान वैसे बच्चों को आईएएस और आईपीएस की मुफ्त तैयारी करवाते है जो ख़ुद इसकी सामर्थ नहीं रखते लेकिन पढाई का जज़्बा और लगन रखते हैं।
दीवान जबलपुर के गैरीघाट में नर्मदा नदी के किनारे शिक्षा से वंचित और गरीब परिवार के बच्चों को मुफ्त में पढ़ाते हैं। दीवान गरीब बच्चों को शिक्षित करने का कार्य कई सालों से करते आ रहे हैं। दीवान पराग के अनुसार वे 2016 से इस शिक्षण कार्य में संलग्न है।
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नर्मदा नदी के किनारे पराग दीवान (Parag Deewan) द्वारा चलाए जा रहे हैं स्कूल में लगभग 120 छात्र पढ़ते हैं। दीवान पराग बच्चों को शिक्षित करने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं। वे चाहते हैं उनके स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे बड़े होकर आईएएस और आईपीएस बने। दीवान का यह सपना है कि उनके द्वारा पढाये गए छात्रों में से कम से कम एक छात्र IAS या IPS बने। दीवान सुविधा से वंचित बच्चों के लिए एक स्कूल की स्थापना करना चाहते हैं जिसमें सीनियर्स बच्चे जूनियर बच्चों को पढ़ाएंगे।
आज के भागमभाग भरी जिंदगी में पराग दीवान द्वारा किया गया यह कार्य बेहद सराहनीय है। The Logically पराग दीवान द्वारा किए गए कर्यों के लिए उनकी खूब प्रशंसा करता है।