आयुर्वेद को लेकर लोगों के बीच जागरूकता देखने को मिल रही है। क्योंकि एक वक़्त था जब ज्यादातर लोग इसके बारे में नहीं जानते थे लेकिन कोरोना ने हर किसी को समझा दिया कि आयुर्वेद क्या है??? वैसे तो हमारे यहां पहले पूर्वज आयुर्वेदिक औषधि की ही मदद लेते थे जो अब बदल चुका है। लोगों ने अंग्रेजी दवा को अपनी लत बना ली है जो मानव शरीर के लिए बहुत ख़तरनाक है।
आज हम आपको उड़ीसा से ताल्लुक रखने वाले एक ऐसे शख्स से मिलाएंगे जिन्होंने मात्र डेढ़ एकड़ जमीन में 3 हज़ार औषधीय पौधे को लगाकर बड़ा नाम किया। अपने इस कार्य के बदौलत उन्हें अब पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाएगा।
उगाए 3 हजार औषधीय पौधे
वह हैं ओड़िशा से ताल्लुक रखने वाले 65 वर्षीय पटायत साहू। खेती में बेहतर और विशेष कार्य हेतु उन्हें वर्ष 2023 के पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अब आपके मन में ये विचार आ रहा होगा कि औषधि को तो कोई भी उगा सकता है इसके लिए पुरस्कार क्यों?? तो हम आपको बता दें उन्होंने मात्र 1.5 एकड़ भूमि में 3000 औषधीय पौधे को उगाया है।
जैविक विधि द्वारा लगाए गए हैं सभी पौधे
उनका ये हर्ब गार्डन उनके द्वारा तैयार किया गया है जो बिना किसी केमिकल के तैयार हुआ है। यहां पर जो भी पौधे हैं वे सब जैविक विधि द्वारा उगाए गए हैं। वह अपने गार्डन तथा पौधों की देखभाल स्वयं करते हैं। उनका ये हर्ब गार्डन चर्चा का पात्र बना हुआ है। उनके गार्डन में जितने भी पौधे हैं उन सबको वे अपना फैमिली समझते हैं। अगर आपको किसी पौधे के विषय में जानना हो तो ये आपको साहू यू हीं बिना देखे बता देंगे।
आज भले ही वह एक छोटे किसान हैं परंतु उनकी सोंच और काबिलियत पूरे दुनिया में मशहूर है। वह चाहते हैं कि हर किसी को औषधीय पौधे के विषय में बताएं ताकि इसे जानकर लोग स्वस्थ रहें। खेती के क्षेत्र में बेहतर कार्य हेतु The Logically पटायत साहू की तारीफ़ करते हुए बधाई देता है।