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मिलिए Foot Path वाले शिक्षक भैया से जो सड़क किनारे गरीब बच्चों में शिक्षा की लौ जला रहे हैं: प्रेरणादायक

Patna's Aman teaches Poor childrens on road side under Flashlight Initiative

देश में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति जग जाहिर है, यहां शिक्षा की कीमत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है जिस वजह से कमजोर आर्थिक स्थिति वाले बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। हालांकि, सरकार की तरफ से सरकारी स्कूलों की सुविधा दी गई है लेकिन वर्तमान में सरकारी स्कूल की स्थिति भी किसी से छिपी नहीं है।

हालांकि, ऐसे अनेकों बच्चे हैं जो आर्थिक स्थिति के वजह से सरकारी स्कूल भी नहीं जा पाते हैं और इस वजह से बदलते भारत में उनमें शिक्षा की लौ नहीं जल पाती है। ऐसे में कुछ समाजसेवी सामने निकलकर आते हैं जो गरीब बच्चों में शिक्षा की लौ जलाते हैं। यह आर्टिकल भी एक ऐसे ही समाजसेवी के बारें में जो फुटपाथ पर गरीब बच्चों को पढ़ाते है।

गरीब बच्चों में शिक्षा की लौ जला रहे हैं अमन

हम बात कर रहे हैं पटना (Patna) के कंकड़बाग में रहनेवाल अमन (Aman) की, जो पेशे से इवेंट प्लानर हैं। वे अपने काम से फ़्री होकर पटना के अटल पथ (Atal Path, Patna) के पास फुटपाथ पर क्लास लगाते हैं जहां गरीब और आर्थिक तंगी से कमजोर छात्र पढ़ने आते हैं।

कब और कैसे शुरु हुआ बच्चों को पढ़ाने का काम?

The Indian Stories से बातचीत के दौरान अमन जो Foot Path वाले भैया के नाम से मशहूर हैं, ने बताया कि उन्होंने साल 2019 के नवंबर माह से बच्चों को पढ़ाने का काम शुरु किया है। इस नेक कार्य की शुरूआत उस समय हुई जब उन्होंने रेशमा नाम की बच्ची को बैग लेकर घुमते हुए देखा।

यहां देखें Foot Path वाले भैया का वीडियों-

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उसके बाद उन्होंने रेश्मा से पुछा कि बैग लेकर क्यों घूम रही है तो उसने उत्तर दिया कि राह चलते कोई दीदी या भैया मिल जाते हैं जो पढ़ा देते हैं। उसके बाद उस लड़की ने उन्हें भी पढ़ाने के लिए कहा और वही समय अमन के लिए प्रेरणा बन गया। उसके बाद उन्हों बच्चो को पढ़ाने की पहल शुरु की और उसका नाम रखा Flash Light Initiative रखा।

बच्चों को जरुरी चीजें भी मुहैया कराई जाती हैं

The Indian Stories के अनुसार, Flashlight Initiative के तहत न सिर्फ बच्चों को पढ़ाया जाता है बल्कि उन्हें जरुरी चीजें जैसे किताबें, कॉपी, कलम, पेंसिल आदि भी मुहैया कराई जाती है। अमन के अनुसार, कुछ लोग भी इस पहल से जुड़े हैं जो उनकी मदद करते हैं।

यदि अमन जैसे अन्य लोग भी इस तरह की नेक पहल की शुरूआत करें तो यह कहना गलत नहीं होगा कि कोई भी बच्चा आर्थिक तंगी की वजह से शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। The Logically अमन और उनके जैसे अन्य समाजसेवियों की प्रशंशा करता है।

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