पीपल बाबा किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं ! उनके द्वारा किए जा रहे वृक्षारोपण और वृक्ष संरक्षण का कार्य एक पराकाष्ठा बनकर लोगों के बीच है ! आज जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी की गहरी चपेट में हैं ऐसे में पीपल बाबा अपने वृक्षारोपण के कार्य को अधिक तीव्रता से कर रहे हैं !
कोरोना महामारी के कारण देश में लॉकडाउन की स्थिति है ! लोग घर में रहने को मजबूर हैं लेकिन पीपल बाबा अपने सहयोगियों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए वृक्षारोपण के कार्य तेजी से कर रहे हैं ! पीपल बाबा का कहना है कि पर्यावरण का बचाव करना हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है ! वे कहते हैं कि जिस तरह कोरोना योद्धा डॉक्टर , नर्स , सफाईकर्मी , प्रशासन आदि कोरोना से निपटने हेतु कार्य कर रहे हैं वैसे हीं हमारे पर्यावरण योद्धा पेड़ लगाने का कार्य कर रहे हैं और उसे निरन्तर रूप से जारी रखेंगे !
कोरोना महामारी में अधिकाधिक वृक्षों की उपयोगिता बताते हुए पीपल बाबा कहते हैं कि कोरोना महामारी से बचने और उसके इलाज में मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है ! यह रोग प्रतिरोधक क्षमता शुद्ध व स्वस्थ पर्यावरण से हीं विकसित हो पाती है और शुद्ध पर्यावरण के लिए अधिक से अधिक वृक्षों का होना बहुत जरूरी होता है ! पीपल बाबा आगे कहते हैं कि वृक्ष अर्थव्यवस्था के आधार स्तम्भों में से एक है ! वृक्ष कई तरह के फल-फूल, कई बेशकीमती लकड़ियाँ , उद्योग-धंधों हेतु कच्चा माल व कई प्रकार के औषधियाँ प्रदान करते हैं !
पीपल बाबा का कहना है कि इस महामारी से पहले हमें खुद की सुरक्षा करनी है तत्पश्चात हमें देश को सुरक्षित रखने की अपनी जिम्मेदारी भी निभानी है ! हर इंसान को पर्यावरण के प्रति जागरूक होकर उसके प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए ! जिस तरह से प्रदूषण की मात्रा दिन-ब-दिन बढती जा रही है , जनसंख्या बढती जा रही है , ऐसे में उसके दुषप्रभाव को कम करने , उनकी जरूरतों को पूरा करने और पर्यावरण से उसका सामंजस्य स्थापित करने हेतु हमें पेड़ों को लगाने का कार्यक्रम निश्चित रूप से जारी रखना होगा !
पीपल बाबा के द्वारा किए जा रहे कार्य अनुकरणीय है और इसे हर इंसान को अवश्य रूप से करना चाहिए !