आज की भाग-दौड़ और उलझनों भरी ज़िंदगी में यदि कोई यह कहे कि उसे कोई तनाव या स्ट्रैस नही है तो बेशक ही यकीन करना मुश्किल हो जाएगा। ये तनाव या स्ट्रैस ही आगे चलकर कई मानसिक व शारीरिक बिमारियों को जन्म दे सकता है। जिससे बचने के लिए लोग योगा, मेडिटेशन, ड्राइंग या आर्ट जैसे विकल्पों का सहारा लेते हैं। उनमें से एक है डांस आर्ट यानि नृत्य कला। वर्तमान में डांस मूवमेंट थेरेपी (Dance Movement Therapy) को एक मनोचिकित्सा(Psychotherapy) के रुप में इस्तेमाल करते हुए स्ट्रैस से होने वाली बिमारियों को दूर करने में सहायता प्राप्त की जा रही है। क्या है ये डांस मूवमेंट थेरेपी?, किस तरह आपको स्ट्रैस से मुक्ति दिलाने में सहायक हो सकता है डांस? आइये इस लेख के माध्यम से जाननें का प्रयास करें।
स्ट्रैस है कई शारीरिक व मानसिक बीमारियों की जड़
रोजमर्रा की तनावपूर्ण जिंदगी से होने वाला स्ट्रैस कई बिमारियों जैसे अस्थमा, वज़न बढ़ना, डायबिटीज़, सरदर्द, स्लीप डिस्ऑर्डर, याददाश्त कमज़ोर होना, डिप्रैशन व स्ट्रैस और पाचनक्रिया संबंधी कई बिमारियों को जन्म देता है।
क्या है डांस मूवमेंट थेरेपी
डांस मूवमेंट थेरेपी(Dance Movement Therapy, DMT) एक ऐसी थेरेपी है जिसकी सहायता से किसी भी व्यक्ति के भावनात्मक, शारीरिक और सामाजिक अंतर्द्वदों के बीच सांमजस्य बैठाते हुए तनाव से मुक्ति पाई जा सकती है। ऐसा देखा गया है कि किसी भी नृत्य कला को करने से न केवल दिमाग एक्टिव होता है बल्कि दिमाग की नसें भी खुलती हैं और स्ट्रैस रिलीज़ होता है।
तनाव से छुटकारा दिलाने में काफी सहायक है डांस मूवमेंट थेरेपी
शोधकर्ताओं के मुताबिक – “यदि आप डांस को थेरेपी समझते हुए इसे अपने रुटीन का एक हिस्सा बना लेते हैं तो उससे आपका एडॉर्फिन लेवल ठीक रहता है। जो कि तनाव और चिंता को बढ़ाने मे सबसे ज़्यादा मददगार होता है। डांस थेरेपी मन और शरीर के बीच तालमेल बैठाती है और तनाव से मुक्ति दिलाती है”
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अधिक वजन से होने वाले तनाव को भी कम करती है डांस मूवमेंट थेरेपी
कई बार देखा गया है कि कई लोग बढ़ते वज़न के चलते कॉपलेक्स यानि हीन-भावना का शिकार हो जाते है जिसकी वजह से तनाव की स्थिति पैदा होने लगती है। इन हालातों में किसी भी प्रकार की नृत्य कला को रोज़ाना 60 मिनट तक करने की स्थिति में 400 से 600 कैलोरी बर्न करते हुए 10 से 15 किलो तक वजन घटाया जा सकता है और मोटापे के कारण होने वाले तनाव से आसानी से बचा जा सकता है।
नृत्य मुद्राएं दर्शाती हैं आपके भीतर छिपे भावों को
सीनियर क्लीनिकल साइकोलाजिस्ट डा. भावना बर्मी (Dr. Bhavna Bermi) के मुताबिक – “जो लोग बोलकर अपनी भावनाएं व्यक्त करने से सकुचाते हैं उनके लिए डांस सबसे अच्छा तरीका है अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का। तमाम शारीरिक गतिविधियां, विचारों और अहसासों से संबंधित होती हैं ऐसे में कोई भी डांस फॉर्म अपनाने से आपकी भावनाओं से लेकर व्यवहार में पॉज़िटीव चेंज नज़र आते हैं”
क्रिएटीविटी और कल्पनाशक्ति को बढ़ाती है डांस मूवमेंट थेरेपी
अध्ययनों के मुताबिक डांस मूवमेंट थेरेपी आपकी ओवरऑल डेवल्पमेंट करते हुए आपके भीतर छिपी क्रिएटीविटी और कल्पनाशक्ति को बढ़ाने में सहायक होती है।
ऑर्थराइटिस दूर करने के साथ शारीरिक सौंदर्य भी बढ़ाता है नृत्य
आपके लिए यह जानना बेहद ज़रुरी है कि डांस न केवल स्ट्रैस रिड्यूस करता है बल्कि हमारे हार्मोन्स भी कंट्रोल करता है। इसके अलावा हड्डियों में कैल्शियम की मात्रा को लेवल में रखते हुए आर्थराइटिस और ओस्टियोफोरोसिस जैसी बिमारियों से दूर रखता है। यह आपकी बॉडी को सुडौल और लचीला बनाते हुए उसे एक प्राकृतिक सुन्दरता प्रदान करता है।
डांस मूवमेंट थेरेपी बढ़ाती है डिसिज़न मेकिंग पावर
ऐसा देखा गया है कि जो लोग तनाव से रिलीफ पाने के लिए डांस आर्ट को अपनाते हैं उनको न केवल तनाव से मुक्ति मिलती है बल्कि कांफिडेंस के साथ-साथ व्यक्ति की डिसिज़न मेकिंग पावर (Decision Making Power) भी बढ़ती है। डांस आपको फिट तो रखता ही है बल्कि आपके संपूर्ण विकास में भी सहायक होता है।
WHO ने अक्टूबर 2020 में जारी की थी स्ट्रैस के होने वाली बिमारियों की रिपोर्ट
अक्टूबर 2020 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा यह अनुमान लगाया गया है कि लगभग 7.5 प्रतिशत भारतीय तनाव के चलते किसी न किसी बीमारी का शिकार हैं और 2020 के अंत तक यह ग्राफ बढ़कर 20 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है। WHO की मानें तो 56 मिलियन भारतीय डिप्रैशन से और 38 मिलियन भारतीय अन्य चिंता विकारों से ग्रसित हैं।
स्ट्रैस को लेकर DOYDLU द्वारा 2017 में एक सर्वे आयोजित किया गया
डेवल्पमेंट ऑर्गनाइज़ेशन यॉर्कशायर डांस और लीडर्स विश्वविधालय( Development Organisation Yorkshire Dance and leaders University) द्वारा 2017 में एक सर्वे किया गया था। 2 साल तक चले इस सर्वे से यह सच सामने आया है कि जो लोग डांस जैसी किसी आर्ट से जुड़े होते हैं वो आसानी से स्ट्रैस को हैंड़ल कर पाते हैं। इस सर्वे में 10 से 20 साल के ऐसे बच्चों को शामिल किया गया जिनके घरों में आर्थिक समस्याओं के चलते तनाव की स्थिति बनी हुई थी। इस रिसर्च के ज़रिये इन बच्चों को एक वीकली डांस सेशन में शामिल किया गया, उसके बाद एक इंफोर्मल इंटरव्यू और प्रश्नावली (Questionnaire) के माध्यम से कुछ सवाल पूछे गये। सर्वे के जवाब से पता चला कि डांस मूवमेंट थेरेपी की मदद से इन बच्चों में इनके पेरेंटस्, टीचर्स और सोसाइटी के प्रति एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है।