जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अत्याचार को भला कैसे भुलाया जा सकता है। इसी घटना के आधार पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ पूरे देश में धूम मचा रखी है। हमारे देश में बहुत सारे ऐसे महानुभाव हैं जो इतने अच्छे फिल्म का भी विरोध कर रहे हैं और कई बड़ी हस्तियां इसका समर्थन भी कर रही हैं। यहां तक कि हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी सभी से इस फिल्म को देखने के लिए अनुरोध किए हैं। इस फिल्म के विरोध में राजनीतिक पार्टियां भी पीछे नहीं है, इसके लिए कांग्रेस और बीजेपी भी आमने-सामने हैं। बीजेपी की सरकार में अपने राज्यों में द कश्मीर फाइल्स मूवी को टैक्स फ्री कर दिया है ताकि हर कोई आसानी से इस फिल्म को देख सकें।
हमारे प्रधानमंत्री ने इस फिल्म को फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन को लेकर फिल्म का पक्ष करते हुए कांग्रेस का नाम लिए बगैर महात्मा गांधी और उस समय हुए इमरजेंसी का भी जिक्र किए हैं, जिसका कांग्रेस ने जमकर विरोध किया। इसी बहाने कांग्रेस को भाजपा पर भी तंजा कसने का मौका मिल गया। कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी के बातों से बौखला गई है। आइए जानते हैं मोदी जी ने ऐसी कौन सी बात कही जिसे कांग्रेस सहन नहीं कर पा रही है।
- शायद ही किसी में घटनाक्रम के सच्चाई के विरोध जाने क्या हिम्मत होता है। वर्षों पहले अगर कोई इतनी हिम्मत करके महात्मा गांधी के ऊपर फिल्म नहीं बनाया होता तो उनके व्यक्तित्व से आज हर कोई रूबरू नहीं होता। महात्मा गांधी के ऊपर एक विदेशी ने फिल्में बनाई और उसे पुरस्कृत भी किया गया, तब जाकर दुनिया के सामने महात्मा गांधी का व्यक्तित्व उभर पाया। बहुत लोग फ्रीडम आफ एक्सप्रेशन के बारे में बहुत कुछ बोलते हैं लेकिन इमरजेंसी जैसी बड़ी घटना के बारे में अब तक कोई फिल्म नहीं बन पाई, क्योंकि सच्चाई का सामना करने का हिम्मत सब में नहीं होता है।
- भारत विभाजन के समय जब 14 अगस्त को हॉरर डे के रूप में मनाने के लिए तिथि तय किया गया तब बहुत लोग इसका विरोध किए। अब तक भारत विभाजन के ऊपर कोई भी ऑथेंटिक फिल्म नहीं बनी है, लेकिन इन दिनों कश्मीर फाइल्स का विरोध बहुत जोर शोर से चल रहा है। ऐसे भी लोग हैं जो हमेशा फ्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन का झंडा हाथ में लिए घूमते हैं, आज उनकी पूरी झुंड ही बौखला गई है। एक सची घटना के ऊपर बनी फिल्म का विवेचना करने के बजाय आलोचना किया जा रहा है, जिसमें पूरी मुहिम ही शामिल है।
- अगर कोई सत्य को उजागर करने का साहस करता है, जो उसे सच्चा लगता है उसे पूरी दुनिया के सामने लाने की कोशिश करता है, लेकिन उस सच्चाई को समझने वाले बहुत कम ही लोग होते हैं। सच्चाई का सामना करते हुए इसे सराहना देने की बजाय लोग जमकर सच्चाई का विरोध करते हैं।
PM नरेंद्र मोदी को कांग्रेस ने ऐसे दिया जवाब
कांग्रेसी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस सच्चाई के ऊपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मोदी सरकार हमेशा जनता के बीच झूठ फैलाकर राजनीति में अपना फायदा ढूंढती रहती है। सुरजेवाला ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए लिखा कि, क्या देश के प्रधानमंत्री बापू के आदर्शो को लेकर कश्मीरी पंडितों का दर्द तक सब कुछ फिल्मों के जिम्मे छोड़ देना चाहते हैं? तथ्यों और सच्चाई से मुंह फेरे मोदी सरकार को आखिर कब अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होगा? आखिर कब तक केवल झूठ- नफरत बंटवारे में ही राजनीतिक अवसर तलाशते रहेंगे? सुरजेवाला ने यह भी कहा कि आपका पितृ संगठन 1925 में गठन से लेकर 1947 तक देश के स्वतंत्रता आंदोलन और बापू के विरोध में खड़ा रहा। असहयोग आंदोलन हो, सविनय अवज्ञा हो या भारत छोड़ो का देशव्यापी आंदोलन हो, हमेशा अंग्रेजों के साथ खड़े रहे, जब देश आजाद हुआ तो पहले दिन से बांटो और राज करो अपना लिया।
59 करोड़ से भी ज्यादा की हो चुकी है कमाई
द कश्मीर फाइल्स मूवी के सुर्खियों के बहाने ही कश्मीरी पंडितों का दर्द भी काफी सुर्खियों में आया है। फिल्म देखने वाला हर व्यक्ति भावुक नजर आ रहा है। सभी सिनेमाघरों में द कश्मीर फाइल्स मूवी ही लगी हुई है। 11 मार्च को रिलीज हुई द कश्मीर फाइल्स मूवी अब तक 59 करोड़ से भी ज्यादा की कमाई कर चुकी है।
इस कहानी के पीछे का हमारा मुख्य उद्देश्य फिल्मी कहानी सामने लाना नहीं बल्कि सच्चाई से रूबरू कराना है।