अपराध की सजा काट रहे कैदियों से जेल में कई तरह के काम कराए जाते हैं। ये किसी तरह का आर्ट वर्क या फिजिकल वर्क भी हो सकता है। कई बार ये कैदी कुछ प्रोडक्टिव और बेहतर भी कर जाते हैं जिसका मार्केट में अच्छा मुनाफा मिल जाता है।
कैदी कर रहे किसानी, लोगों ने की सराहना
आज जिन कैदियों का काम हम आपसे शेयर करने जा रहे है उसे देखकर मेरी कही बातों पर आपको और भी अधिक विश्वास हो जाएगा।दरअसल, तमिलनाडु के तिरुचि की जेल में क़ैदी अब किसानी करने लगे हैं। इन कैदियों ने 500 किलो प्याज उगा कर सभी को चौंका दिया है. इतनी अधिक मात्रा में प्याज की खेती को देखरकर लोग इनकी सराहना कर रहे हैं। तीन साल से यह कैसी इस काम में जुटे थे। जिसका परिणाम अब सामने है।
प्याज के अलावा इन चीजों की भी होती है खेती
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट अनुसार तिरूचि सेंट्रल जेल में 184 एकड़ ज़मीन खेती के लिए खाली है, जिसमें से 51 प्रतिशत हिस्से में हरी सब्ज़ी, और गन्ना उगाया जाता है. पहले आधी एकड़ में प्याज की खेती हो रही थी, अब लगभग 2 एकड़ में इसे बढ़ाया गया है.
कैदियों की उगाई सब्ज़ियों की मांग बढ़ने के बाद यहां धीरे-धीरे हर्बल-मेडीसिनल पौधों की भी खेती हो रही है. फिलहाल कैदियों की इस मेहनत को बाजार में पहुंचाया का रहा है जिसकी अच्छी कीमत मिल रही है।
कैदियों को ऐसे अच्छे काम में लगाए जाना उनके शारीरिक और मानसिक तौर पर काफी अच्छा है बल्कि इससे अन्य लोगों के लिए भी सब्जियां उपलब्ध हो रही हैं। जो किसी समाज सेवा से कम नहीं।