वैसे तो फौज में जाने का सपना हर भारतीय का होता है लेकिन इस बार इस पल में गौरवान्वित होने का मौका एक चाय वाले को मिला जब चाय वाले की बेटी हर मुश्किलों को रौंदते हुए भारतीय वायु सेना में एक अधिकारी बनी।
पूरे भारतवर्ष के लिए यह गौरवान्वित पल था जब आंचल को वायुसेना चीफ YS BHADURIYA की की मौजूदगी में बतौर ऑफिसर नियुक्त किया गया।
इस बात पर आँचल ने कहा कि- यह मेरे लिए एक सपने जैसा है, मैं हमेशा से अपने पिता का सर गर्व से ऊंचा करना चाहती थी ।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते समय आंचल ने बताया कि उनके पिता सुरेश गंगवाल घर खर्चा चलाने के लिए मध्यप्रदेश के नीमच जिले में एक छोटी सी चाय का दुकान चलाते हैं।
आंचल शुरू से भारतीय सेना मैं काम करना चाहती थी, हालांकि भारतीय वायुसेना में नियुक्ति से पहले उन्होंने मध्य प्रदेश पुलिस में बतौर सब-इंस्पेक्टर 8 महीने काम किया और फिर ‘जूजू गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज’ से अपनी स्नातक की डिग्री लेने के बाद आंचल ने सेना ज्वाइन करने का प्रयास जारी रखा। अपनी छः असफलताओं के बाद आखिरकार अंचल ने एयरफोर्स में जगह बना ली और अब वह भारतीय वायु सेना में अधिकारी बन चुकी हैं।
अंचल की कड़ी मेहनत और संघर्ष को देखते हुए एक बात कहा जा सकता है की हम दुनिया का कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं लेकिन उसके लिए संघर्ष जरूरी है आंचल के भविष्य के लिए Logically उन्हें शुभकामनाएं देता है!