Wednesday, December 13, 2023

लोगों ने घर जला दिया लेकिन इन्होंने हार नहीं मानी और आज मशरूम के क्षेत्र में लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं

हमारे समाज में हमें अक्सर ऐसे बहुत से जलने वाले शख्स मिलेंगे जो हमारे सफलता को देखकर जलन की भावना रखते हैं वे चाहते हैं कि हम कभी सफल ना हो। अगर हम सफलता की ऊंचाई पर चढ़ने के लिए अग्रसर है तो वह अक्सर हमारे पैर खींचते हैं। खासकर ये बात एक महिला पर और लागू होती है।

अगर कोई महिला सफल हो रही है तो इस समाज का हर व्यक्ति उसकी निंदा करता है और उसे आगे बढ़ने से रोकने की हर मुमकिन प्रयास करता है। आज की हमारी यह कहानी एक ऐसी महिला की है जिसकी तरक्की से जलकर लोगों ने उनके फार्म जलाए फिर भी आज वह अपने परिश्रम एवं पति के सपोर्ट के बदौलत करोड़ों रुपए कमा रही है और हजारों लोगों को प्रशिक्षण भी दे रही है।

पुष्पा झा (Pushpa Jha)

वह महिला है पुष्पा झा (Pushpa Jha) जो बिहार (Bihar) से ताल्लुक रखती हैं। ये वही महिला हैं जिनकी तरक्की देखकर पहले लोग जलते थे और उनका कदम कई बार नीचे खींचने का प्रयास किया था कि वह सफलता की सीढ़ी ना चढ़ पाएं। आज पुष्पा झा कई अवार्ड से सम्मानित है और बिहार में सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनी हुई है। वह मशरूम उत्पादन में इतनी सफल हो चुकी है कि लोगों को ट्रेनिंग भी देती हैं। -Mushroom Farming by Pushpa Jha

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मशरूम के खेती की शुरुआत

उन्होंने वर्ष 2016 में मशरूम की खेती प्रारंभ की। वह मशरूम की खेती अपने बलभद्रपुर गांव में करती है। वह मशरूम उत्पादन से हर दिन हजारों रुपए कमा रही हैं। अगर हम उनके मशरूम की बात करें तो मार्केट में उसका भाव 100-150 रुपए तक है। उनके मशरूम की क्वालिटी बेस्ट होने के कारण मार्केट में इसका खूब डिमांड रहता है। -Mushroom Farming by Pushpa Jha

पति ने किया सपोर्ट

पुष्पा के पति उनका खूब सपोर्ट करते हैं। वह उनके फॉर्म में उनकी सहायता भी करते हैं। वह एक शिक्षक हैं उन्होंने अपनी पत्नी को सफलता हासिल दिलाने में हर कदम साथ दिया है। उनका नाम रमेश झा है उन्होंने ही पुष्पा को प्रेरित किया कि वह मशरूम की खेती प्रारंभ करें। उन्होंने पुष्पा को समस्तीपुर के पूसा कृषि विश्वविद्यालय से मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग लेने का सजेशन दिया और यहीं से 1000 बैग भी मंगवाए और फिर मशरूम की बुआई की। -Mushroom Farming by Pushpa Jha

लोगों को जला दी झोपड़ी

वह अपने इस मशरूम की खेती में सफलता हासिल करने लगी परंतु लोगों को उनसे जलन हुआ और उन्होंने उनकी झोपड़ी जला दी। वह थोड़ी हताश हुई परंतु उन्होंने हार नहीं माना और फिर से मशरूम उत्पादन का फॉर्म तैयार किया। उन्होंने यहां जमकर मेहनत की और आज वह सफलता की ऊंचाई पर पहुंच चुकी है जहां से उन्हें कोई नीचे नहीं खींच सकता। उनके मशरूम बिहार राज के कई जिले में निर्यात के लिए जाते हैं। -Mushroom Farming by Pushpa Jha

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मिला है सम्मान

वह सिर्फ मशरूम ही नहीं बल्कि इससे कई प्रकार के प्रोडक्ट का निर्माण करती है। जिसमें अचार, चिप्स, बिस्किट तथा टोस्ट आदि शामिल है। कृषि के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें अभिनव किसान पुरस्कार से भी नवाजा गया है। वह महिलाओं को मुफ्त में मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग देती है महिलाओं को आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए वह हमेशा उनकी मदद के लिए तत्पर रहती है। -Mushroom Farming by Pushpa Jha

20 हजार लोगों को दे चुकी हैं ट्रेनिंग

उन्होंने अब तक लगभग 20000 लोगों को मशरूम उत्पादन का ट्रेनिंग दिया है और उनका यह कार्य अभी भी जारी है। वह मशरूम उत्पादन के साथ-साथ ट्रेनिंग से भी अच्छा लाभ कमाती हैं। परंतु वह अक्सर यह चाहती है कि महिलाएं आत्मनिर्भर हो और उन्हें दूसरों के ऊपर डिपेंड ना रहना पड़े। यह वही पुष्पा हैं जिनकी सफलता को देखकर लोगों ने उन्हें काफी तकलीफ दिया परंतु आज वह अपने सपने को साकार कर एक सफल उद्यमी बन चुकी हैं। –Mushroom Farming by Pushpa Jha