Tuesday, December 12, 2023

इन वजहों के कारण कड़कनाथ मुर्गे की है अत्यधिक डिमांड, 900-1500 किलो तक कीमत

मुर्गे आमतौर पर सफेद रंग के होते हैं लेकिन इन दिनों काले मुर्गों की डिमांड अधिक है। जिन्होंने नहीं देखा वह तस्वीरों में देख लें और जिन लोगों ने देखा है वह ये भी जानते होंगे कि इन काले मुर्गों को ‘कड़कनाथ’ के नाम से जाना जाता है। ये खास किस्म के मुर्गे (Breeds of chicken) होते हैं जो केवल भारत में ही पाए जाते हैं। आम मुर्गों की तुलना में ये बेहद काले होते हैं जिससे कई लोगो इन्हें पहली बार देखकर अचंभित रह जाते हैं।

Kadaknath breed chicken

काले मुर्गे के अत्यधिक डिमांड के पीछे की वजह?

काले रंग का ये मुर्गा आज अपर क्लास की पहली पसंद बन चुके हैं। देश के कई 5 स्टार होटलों में भी अब ‘कड़कनाथ मुर्गा’ (Kadaknath chicken breed) की चिकन रेसेपी (Recepies of chicken) जाने लगी है। काले रंग की वजह इसे कालीमासी भी कहा जाता है। कड़कनाथ मुर्गे दूसरी प्रजातियों के मुक़ाबले अधिक स्वादिष्ट, पौष्टिक, सेहतमंद और औषधीय गुणों से भरपूर होता है। सामान्य मुर्गों में 18-20 फ़ीसदी प्रोटीन ही पाया जाता है। वहीं कड़कनाथ में 25 प्रतिशत प्रोटीन होता है।

यह भी पढ़ें :- नेपाल में मिला सुनहरे रंग का दुर्लभ कछुआ, कुछ लोग इसे भगवान विष्णु का अवतार समझ पूजा कर रहे हैं

Kadaknath breed chicken

आदिवासियों के बीच भी काले मुर्गे के कई मायने

आमतौर पर ‘कड़कनाथ मुर्गे’ 3 प्रजातियों में मिलते हैं। इनमें जेट ब्लैक, गोल्डन ब्लैक और पेसिल्ड ब्लैक शामिल हैं। इस मुर्गे का वजन 1.8 किलो से 2.0 किलो तक होता है। दशकों पहले से कड़कनाक मुर्गे को मध्य प्रदेश के झाबुआ (Jhabua district Madhya Pradesh) छत्तीसगढ़ (Bastar district Chattisgarh) के बस्तर में रहने वाले आदिवासी लोग पालते थे। इसे पवित्र माना जाता था। आदिवासी के बीच दीवाली के बाद देवी के सामने इसकी बलि देकर इसे खाने का रिवाज रहा है।

Kadaknath breed chicken

अन्य मुर्गों की तुलना में कई ज्यादा कीमत

बाज़ार में कड़कनाथ 900 से 1500 रुपये प्रति किलो तक बिकता है। मुर्गे की ऐसी प्रजाति दुनिया में और कहीं नहीं मिलती है। बता दें भारत में मुर्गों की मूल रूप से 4 प्रकार की शुद्ध नस्लें पाई जाती हैं। इनमें असील, चिटगोंग, कड़कनाथ और बुसरा शामिल हैं। लेकिन आज इनकी सैकड़ों प्रजातियां विकसित हो चुकी हैं।