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घर की बेकार चीज़ों से करें गार्डेनिंग, हरियाणा के राजेन्द्र सिंह से सीखिए यह नायाब तरीका: Best out of Waste

हर किसी के घर मे पुराने बर्तन, पुराने टायर, प्लास्टिक की बोतल जैसे सामान तो होंगे ही और हम सब उसको या तो कबाड़ समझ कर कबाड़ी वाले को दे देते है या फेंक देते हैं। पर कुछ ऐसे भी होते हैं जो इन्ही सामानों में अपनी रचनात्मकता को जोड़कर इससे अपने घर को नया रूप देते है । इन्ही में से एक हैं हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले राजेन्द्र सिंह।

राजेन्द्र सिंह (Rajendra singh) के घर पर आपको लगभग 2000 गमले देखने को मिल जाएंगे जिसमे से 100 से भी अधिक गमले बेकार पड़ी चीज़ों से बनाए गए हैं जैसे प्लास्टिक की बोतल, टाइल्स, पुराने टायर, बर्तन, डब्बे। इन्हें बागबानी से इतना प्यार हैं घर पर इन्होंने 400 से भी अधिक पौधे लगाए हैं।

Gardening

बागबानी के पहले सही प्लानिंग करनी चाहिए

राजेन्द्र कहते हैं कि बागबानी करने से पहले सही प्लांनिग कर लेनी चाहिए। यह समझ लेना चाहिए कि आपको किचन गार्डन लगाना है या टेरेस गार्डन। फिर यह निर्धारित कर लेना चाहिए कि सिर्फ फूल लगाने हैं या फल-सब्ज़ी भी। इसके बाद बागबानी की शुरआत करनी चाहिए।

सफल बागबानी की लिए कुछ सुझाव

राजेन्द्र बागबानी के शौकीन लोगों को सफल बागबानी के लिए कुछ सुझाव देते हैं।

  1. किसी भी तरह की बागबानी की शुरुआत आसानी से लगने वाले पौधे से करनी चाहिए जैसे गुलाब, तुलसी, लिली, बैकबैन आदि।
  2. किचन गार्डनिंग के लिए नदी के रेत और गोबर के खाद को मिला कर मिट्टी तैयार करे। इस मिट्टी में एक चम्मच NPK (Nitrogen, phosphorus, potassium) मिलाए। गोबर की जगह इसमे वेर्मिकम्पोस्ट भी मिला सकते हैं। इससे मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ेगी।
  3. किचन गार्डेन मे बीन्स, मूली, मेथी, लहसुन उगाई जा सकती हैं।
  4. मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के लिए केले के पत्ते, अंडे के छिलके, चाय की पत्ती उसमे मिलाई जा सकती है। पानी मे हल्दी घोल कर उसका छिड़काव किया जा सकता हैं। पानी मे शैम्पू घोल कर स्प्रे करने से पौधों में कीड़े नही लगेंगे।
  5. जिन लोगो को लगता है कि छत पर गमला रखने से छत को नुकसान होगा वह ग्रो कीटस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  6. पौधों में पानी देने के लिए खुद से स्प्रिंकल सिस्टम बना सकते हैं। इसके लिए पाइप के एक सिरे को नल में लगाए और दूसरे सिरे को छेद किए हुए बोतल के मुह मे लगा कर टेप लगा दे।
  7. घर में बेकार पड़ी चीज़ों से गमला बना सकते हैं, इससे गमले के पैसे बचेंगे।
  8. बागबानी की शुरआत मध्य जनवरी से मध्य फरवरी या फिर 15 जुलाई से 15 अगस्त तक करे। इस समय मौसम में नमी रहती है तो पौधों की ज़्यादा देखभाल नही करनी पड़ती हैं।

फेसबुक पर इनके गार्डनिंग ग्रुप में 44000 सदस्य हैं

राजेन्द्र सिंह (Rajendra Singh) का फेसबुक पर टेरेस गार्डनिंग ग्रुप भी है जिसमे 44000 सदस्य हैं। जिसमे वह लोगो को गार्डनिंग से जुड़े टिप्स देते हैं। आप भी राजेन्द्र सिंह के टेरेस गार्डनिंग ग्रुप से जुड़ कर उनसे सलाह ले सकते हैं।

मृणालिनी बिहार के छपरा की रहने वाली हैं। अपने पढाई के साथ-साथ मृणालिनी समाजिक मुद्दों से सरोकार रखती हैं और उनके बारे में अनेकों माध्यम से अपने विचार रखने की कोशिश करती हैं। अपने लेखनी के माध्यम से यह युवा लेखिका, समाजिक परिवेश में सकारात्मक भाव लाने की कोशिश करती हैं।

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