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अपनी पारम्परिक खेती छोड़ केले की खेती से कमा रहे कई गुणा मुनाफ़ा, मिल चुके हैं कई अवार्ड: Rajnish Tyagi

कोरोना संक्रमण में लॉकडाउन के दौरान सभी लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए दिहारी मज़दूरी कर रहें तो कुछ लोग खेती कर अपनी ज़रूरतों को पूरा कर रहे हैं। आज की हमारी यह कहानी ऐसे किसान की है जिनको इस लॉकडाउन में “गन्ने की खेती” से बहुत लाभ हुआ है। इस खेती में जब सफलता हासिल हुई तो उन्होंने केले की खेती करनी भी प्रारंभ कर दी है। इस किसान का नाम है “रजनीश त्यागी” जो इस लॉकडाउन में किसानों के लिए प्रेरणादायक है।

रजनीश का परिचय

रजनीश त्यागी (Rajneesh Tyagi) हापुड़ (Harpur) के दतियाना गांव के निवासी हैं, जो परंपरागत खेती करते थे। इस कोरोनाकाल में इन्होंने ऑनलाइन पौधशाला का व्यवसाय शुरू किया है। खेती शुरू करने से पहले इन्होंने एग्रीकल्चर विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी भी हासिल की और तब खेती की शुरुआत खेती की। अब यह काफी लोगों को ट्रेनिंग भी दे रहे है। शुरुआती दौर में इन्होंने 50 हजार बीघा में खेती की और आगे चल कर इसे और बढ़ावा दिया।

Photo- Indiatimes

नर्सरी का भी किया निर्माण

इन्होंने एक नर्सरी का निर्माण भी किया है। वहां वह दो लाख से अधिक पौधे लगा चुके हैं, और उनका देखभाल करते हैं। इस नर्सरी में उन्होंने अन्य प्रकार की पौधें लगाएं है जिससे लोगों को काफी मदद मिल रही है। अगर किसी को खेती के बारे में पूछताछ करनी है तो वह रजनीश से ऑनलाइन जानकारी ले सकते हैं।

बेटों ने भी दिया साथ

हम बहुत अच्छे से जानते हैं कि किसी कार्य को करने के लिए अपनो के साथ की ज़रूरत होती है। जब तक कोई अपना हाथ नहीं बंटाता है, तब तक उस काम को करने में थोड़ी मुश्किल आती है। रजनीश त्यागी की सहायता उनके बेटे देवांस और वेदांस ने भी किया है। दोनों बेटों ने उन्हें सोशल साईट से जुड़ने की सलाह दी। उनका फेसबुक पेज, यूट्यूब चैनल, फेसबुक अकाउंट, कृषि संबंधी वेबसाइट पर आईडी बनाकर ऑनलाइन इसकी जानकारी देने के बारे में भी बताया। जब यह जानकारी लोगों के सामने आई तो यह लोगों को काफी पसंद आया।

मिल चुका है अवार्ड

वर्तमान में अमरोहा, बागपत, बरेली, और मुरादाबाद के बहुत सारे किसान रजनीश से उनकी खेती के बारे में पूछताछ करने के लिए आते हैं और यह खेती कैसे करनी है इसकी जानकारी प्राप्त करते हैं। रजनीश ने जो किया है वह सराहनीय है। इसीलिए उन्हें जिला जल स्तर के “कृषि उद्यान विभाग” द्वारा एक आयोजन में “किसान सम्मान” समारोह से सम्मानित किया जा चुका है। रजनीश ने इस लॉकडाउन में जो कार्य किया वह सराहनीय है। इसके लिए The Logically उन्हें सलाम करता है।

Khushboo loves to read and write on different issues. She hails from rural Bihar and interacting with different girls on their basic problems. In pursuit of learning stories of mankind , she talks to different people and bring their stories to mainstream.

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