Wednesday, December 13, 2023

दुनिया की कुल 800 करोड़ आबादी में मात्र 45 लोगों के पास है यह दुर्लभ गोल्डन ब्लड

दुनिया के इस करोड़ों आबादी में विभिन्न प्रकार के लोग हैं, समुदाय है। वैसे तो हम इंसानों के शरीर में प्रायः 8 ब्लड ग्रुप होते हैं जिसमें A+, B+, O+ AB+, A-, B-, O- AB-। परन्तु यहां आपको 45 ऐसे व्यक्ति मिलेंगे जिनका ब्लड ग्रुप गोल्डन ब्लड है। जिसके एक बूंद की कीमत सुन आप हैरान हो जाएंगे क्योंकि इसकी कीमत सोने से भी महंगी है।

क्या है ये गोल्डन ब्लड ग्रुप

अगर हम गोल्डन ब्लड ग्रुप की बात करें तो यह मनुष्य शरीर का एक ऐसा ब्लड ग्रुप है जो काफी दुर्लभ है। इसका अन्य नाम आरएच नल (Rhnull) है। यह मात्र 45 लोगों के शरीर में ही मिलेगा। आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि 45 लोग के शरीर में यह ब्लड मौजूद है परंतु डोनर मात्र 9 लोग ही है। ऐसे 36 लोग इस संसार में मौजूद है जो या तो उनकी स्थिति बेहतर नहीं होगी या फिर वह अपनी इच्छा से अपना ब्लड डोनेट नहीं करते।

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है सोने से महंगा

मतलब ये हुआ कि गोल्डन ब्लड ग्रुप वाले 36 लोग ऐसे हैं जो या तो इस स्थिति में नहीं हैं कि वे अपना ब्लड डोनेट कर सकें, या फिर वे स्वेच्छा से अपना ब्लड डोनेट करने के लिए तैयार नहीं हैं। इस गोल्डन ब्लड का नाम इसलिए ये रखा गया ह क्योंकि इसके एक बूंद की कीमत 1 ग्राम सोने से अधिक है।

क्यों है Rhnull नाम

जिस मनुष्य के शरीर का आरएच फैक्टर null होता है उसी के शरीर में ही rh-null ब्लड ग्रुप पाया जाता है इसीलिए इसे rh-null नाम दिया गया है। आरएच फैक्टर हमारे शरीर में मौजूद वाइट ब्लड सेल, रेड ब्लड सेल तथा प्लेटलेट्स द्वारा बनता है। अगर किसी इंसान के शरीर का ब्लड ग्रुप गोल्डन ब्लड है तो उसका आरएच फैक्टर ना ही नेगेटिव होगा और ना ही पॉजिटिव इसीलिए यह पता चलता है कि उसका ग्रुप rh-null है।

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ऐसे बनता है ये ग्रुप

किसी भी इंसान के शरीर में गोल्डन ब्लड पाए जाने का रीजन एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी के लोगों में स्थानांतरण तथा जेनेटिक म्यूटेशन की वजह से होता है। जानकारी के मुताबिक अगर किसी दिन दूर के रिश्तेदार या फिर चचेरे भाई-बहन के साथ किसी की शादी होती है तो उनके बच्चों में गोल्डन ब्लड ग्रुप मिलने की संभावना अधिक होती है।

है ये नुकसान

सन 1961 में ऑस्ट्रेलिया की एक आदिवासी महिला में सबसे पहले गोल्डन ब्लड ग्रुप देखने को मिला। जिसका ब्लड ग्रुप गोल्डन होगा उस मनुष्य के शरीर में हीमोग्लोबिन कम होगी। साथ ही ये लोग एनीमिया के शिकार होते हैं। अगर कोई महिला गर्भवती है और उसका ब्लड ग्रुप तथा बच्चा दोनों गोल्डन ग्रुप हो तो ज्यादातर मामलों में गर्भपात की सम्भवना होती है। गोल्डन ब्लड के अतिरिक्त बॉम्बे ब्लड ग्रुप है। जानकारी के अनुसार पूरे विश्व में 10 हजार लोगो में ये बॉम्बे ब्लड ग्रुप पाया जाता है। ये ग्रुप भी काफी दुर्लभ है।