अगर आप भी ये चाहते हैं कि टेरेस गार्डन को व्यवसाय का रूप दें तो आपको केरल से ताल्लुक रखने वाली रेमा देवी से इसके विषय में जानकारी लेनी चाहिए। वह अपने टेरेस गार्डन से घर बैठे हज़ारो रुपए कमा रही हैं। वैसे तो उन्होंने ये गार्डन अपने घर के लोगों के जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरू किया लेकिन आज वह कमाई का स्रोत्र बन चुका है।
बचपन के शौक को किया पूरा
रेमा को बचपन से ही गार्डेनिंग का शौक था। वह अपने दादी की मदद उनके बगीचे में किया करती। जो अपने गार्डन में हर चीज़ उगाया करती। आज रेमा भी अपने बगीचे में हर चीज़ उगा रही हैं। जैविक तौरीके से गार्डेनिंग की जानकारी भी रेमा को उनकी दादी से ही मिली है।
उन्होंने अपने गार्डेनिंग की शुरुआत लगभग 20 वर्ष पूर्व की जहां फल, फूल तथा सब्जियां उगाई जा रही है। वह चाहती हैं कि अन्य लोगों को भी गार्डेनिंग के विषय में जानकारी मिले इसलिए वह यूट्यूब की मदद ली हैं। वह चाहती हैं कि गार्डेनिंग में लोगों को कोई समस्या ना आए इसके लिए वह स्वयं बीज इकट्ठा कर लोगों तक पहुचा देती हैं।
ऐसे आया गार्डेनिंग का ख़्याल
आज रेमा की आयु 55 साल हो चुकी है फिर भी गार्डेनिंग के प्रति जोश और जुनून कायम है। उन्हें पौधों से लगाव था इसलिए उन्होंने बोटनी से शिक्षा प्राप्त की। उन्हें गार्डेनिंग का ख्याल तब आया जब वह मार्केट से सब्जियों को लाकर घर पर बच्चों को खाने के लिए बना रही थी। उस दौरान उन्हें एक बदबूदार गन्ध आई जो केमिकल की थी। उसी दौरान उन्होंने तय किया कि वह गार्डेनिंग करेंगी।
रखें कुछ बातों का ध्यान
वह कहती हैं कि अगर आप गार्डेनिंग करना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि छत पर लीकेज की समस्या ना हो। पौधों को लगाने के लिए ग्रो बैग या गमले को रखने से पूर्व यहां नारियल का गोला रखें। आज वह अपने बीज के निर्माण तथा गार्डेनिंग से अच्छी कमाई कर खुद को आत्मनिर्भर बनाने में सक्षम हैं।