Sunday, December 10, 2023

जैविक खेती ने इन किसानों की बदल दी किस्मत, कमा रहे हैं लाखों रूपए

जमाना बदल रहा है और साथ ही हर किसी की जीवनशैली तथा कार्य करने के तौर-तरीकों में भी परिवर्तन हो रहा है। पहले के लोगों का जीवनकाल लम्बा हुआ करता था क्योंकि वह शुद्ध हवा में सांस लेते थे, शांतिपूर्ण जीवन गुजारते थे और ताजी एवं शुद्ध सब्जियों का सेवन किया करते थे। परन्तु आज के दौर में अधिक उत्पादन को लेकर लोग केमिकल युक्त फर्टिलाइजर का उपयोग कर फसलों को तैयार कर रहे हैं जिस कारण लोगों को बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

हालांकि धीरे-धीरे ये बात सब के समझ मे आ रही है कि वह अपने फसलों के उत्पादन के लिए केमिकल युक्त रसायन नहीं बल्कि जैविक उर्वरक का उपयोग करें। ताकि मिट्टी की उर्वरता बनी रहने के साथ वह स्वयं भी स्वस्थ्य रह सकें। ऐसा नहीं है कि किसान स्वयं ही जैविक खेती कर रहे हैं बल्कि वह अन्य किसानों को भी इसके लिए जागरूक रहे हैं। -Organic Farming

जैविक खेती का बढेगा दायरा

organic farming

कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अधिकतर किसान अपने खेतों में ट्रेडिशनल खेती के साथ ऑर्गेनिक फार्मिंग भी करें इस रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष जिलों में जैविक खेती 5000 से बढ़कर लगभग 10,000 करने की कोशिश कोई है। किसानों को यह विस्तृत जानकारी दी जा रही है कि जैविक खेती से क्या फायदे हैं और वह जैविक खेती किस तरह और किस लिए करें। –Organic Farming

रूप सिंह राजपूत (Roop Singh Rajput) को 4 लाख रुपए का मुनाफा

जैविक खेती करने वाले किसानों में से एक है रूप सिंह राजपूत (Roop Singh Rajput) जो कि रोहना गांव के निवासी है। उन्होंने अपनी 13 वर्ष की केमिकल युक्त खेती को छोड़कर 1.615 हेक्टेयर में और जैविक गेहूं तथा सब्जी को उगाया और इसमें सफलता भी हासिल की। वह बताते हैं कि उन्हें 4 एकड़ खेती प्रारंभ की जिससे उन्हें लगभग 4 लाख का लाभ मिला। –Organic Farming

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विदेशों का दौरा किया

जैविक खेती (Organic Farming) को अपनाकर वह अपने जिले के बेहतर कृषक बने हुए हैं। उन्हें अपने राज्य में राज्य स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त जैव विविधता बोर्ड से भी वह नवाजे जा चुके है। वह अपनी खेती के तरीकों को सीखने के लिए विदेशों का दौरा भी किए हैं। -Organic Farming

विनय प्रताप सिंह ठाकुर (Vinay Pratap Singh Thakur) को 7 लाख रुपए का लाभ

विनय प्रताप सिंह ठाकुर(Vinay Pratap Singh Thakur) जो गांव निटाया के निवासी हैं। उन्होंने अपनी रासायनिक खेती को छोड़कर जाएंगे खेती की तरफ रुख मोड़ा। वह पशुपालन का भी व्यापार प्रारंभ किये। वह अपने 10 एकड़ खेत मे लगभग 120 क्विंटल जैविक खेती से उत्पादन प्राप्त करते हैं। वह इस खेती से 7 लाख रुपए लाभ प्राप्त करते हैं। –Organic Farming

पशुपालन भी करते हैं

इसके साथ ही अपने खेतों में नए तरीकों को अपनाकर बेंगलुरु की कंपनी से कांट्रेक्ट फार्मिंग में लगभग 10 एकड़ में सुपर फूड यानी कि किनोवा की खेती करते हैं जिससे उन्हें लाभ मिल रहा है। इसके अतिरिक्त वह अपने पशुपालन व्यवसाय में भी लाभ अर्जित करते हैं। वह आज खेती और पशुपालन से करोड़पति बने हुए हैं उन्हें खेती के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है। –Organic Farming