पैसा कमाने के बहुत सारा जरिया है। आगर कोई चाहे तो अपने दिमाग का इस्तेमाल कर पैसा कमाने का कोई न कोई साधन ढूंढ ही लेगा। नवीनीकरण और खेती का संयोजन एक उत्तम आमदनी का युक्ति है। तकनीक के उपयोग से खेती की मदद से एक अच्छे व्यवसाय की शुरुआत की जा सकती है। अपने बिजनेस के प्रॉडक्ट्स का सप्लाई भी किया जा सकता है। इससे मुनाफा भी होगा।
हैदराबाद के एक ऐसे दंपत्ति हैं जिन्होनें डिजिटल तकनीक की सहायता से खेती की और आज उनके उत्पाद का बड़े पैमाने पर सप्लाई भी होता है। इससे उनकी करोड़ों रुपये की कमाई भी हो रही है।
आइए जानतें है डिजिटल तकनीक क्या है और इससे खेती कैसे करे?
सचिन दरबरवर (Sachin Darbarwar) और श्वेता दरबरवर (Shweta Darbarwar) हैदराबाद (Haidrabad) के रहने वाले हैं। ये दोनों पति-पत्नी हैं। इन दोनों ने मिलकर एक ग्रीनहाउस का निर्माण किया और इसके माध्यम से उन्होनें बिना रसायन के उत्पादन आरंभ किया। श्वेता और सचिन ने खुद का एक एग्री टेक स्टार्टअप की शुरुआत की।इस कम्पनी का नाम सिम्पली फ्रेश इंडिया (Simply Fresh India) है। इस कम्पनी के CEO सचिन दरबरवर हैं। यह दोनों उत्पादन के लिए खेती की Hydroponic तकनीक का प्रयोग करतें हैं। इस तरकीब को सीखने के लिए ऑस्ट्रेलिया गये थे और वहां 3 साल तक रहें। इस दंपति ने खेती की सभी क्रियाओं में AI का उपयोग कर एक नयी पद्धति की शुरुआत की हैं, यह बहुत बड़ी बात है।
Sachin ने बताया कि “यह फार्म AI प्लेटफॉर्म (FiAB) माध्यम से डिजिटली नियंत्रित किया जा सकता है। इसके सहयता से ऋतु का अंदाजा और पौधों की आवश्यकताओं के बारें में जानकारी हासिल किया जा सकता है। इतना ही नहीं यहां बारिश के पानी को स्टोर करने की भी पूरी व्यवस्था है, जो 6 माह की आवश्यकताओं की भरपाई कर सकता है। इसके अलावा साधारण खेती के मुकाबले यहां बिजली का उपयोग बहुत ही कम (1/10) होता है।
इसकी मुख्य बात यह है कि यहां पैक होने वाले प्रत्येक पैकेट में QR Code लगा है। इसमें बीज से लेकर प्रोडक्ट् को तैयार करने तक की सारी जानकारी उप्लब्ध है। इस QR Code की मदद से कोई भी इस सूचना को हासिल कर सकता है। Shweta और Sachin दोनों अपने ग्रीनहाउस में ताजे उत्पाद और औषधीय पौधें उगाते हैं। इस कपल के फ्रेश प्रोडक्ट्स ( सलाद की पत्तियाँ, बेरीज,सलाद वेजि इत्यादि) का सप्लाई बेंगलुरु, चेन्नई और मुंबई जैसे बड़े शहरों के होटल्स में होता है। आज यह कपल एक बहुत बड़े सप्लायर बन गये हैं।
The Logically इस नयी सोच और नयी पद्धति को आरंभ करने के लिए सचिन और श्वेता की मुहीम को नमन करता हैं।
Comments are closed.