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इस लड़की ने प्लास्टिक का निकाला विकल्प, बांस से बनाया कागजी बोतल, सस्ता होने के साथ बहुत उपयोगी

Samiksha Ganeriwal Makes Kagzi Bottles
समीक्षा गनेरीवाल (Kagzi Bottle)

प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए काफी हानिकारक हैं। आजकल हर काम में हम लोग प्लास्टिक का उपयोग करते हैं। वह काम छोटा हो या बड़ा हर चीज में प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है। बाजार से सामान लाने से लेकर कोई सामान घर से बाहर भेजने तक के लिए हम लोग प्लास्टिक का उपयोग करते हैं।

प्लास्टिक एक ऐसी चीज है कि वह कभी नहीं गल सकता है और ना ही वह कभी सड़ सकता है। इसलिए हमें इन प्लास्टिक जैसी चीजों पर रोक लगाना अत्यंत आवश्यक है। अगर हम लोग ऐसे ही प्लास्टिक का उपयोग करते रहे तो आगे चलकर के हम लोगों को ही इसका भयंकर नुकसान भुगतना पड़ेगा। प्लास्टिक जैसी चीजों से छुटकारा पाने के लिए एक शख्स ने कागजी बोतल बनाई है। यह बोतल पूरी तरह से इको फ्रेंडली है, जिसे आप आसानी से उपयोग कर सकते हैं और इसका यह फायदा है कि पर्यावरण के लिए काफी लाभदायक है। आज हम इसी शख्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने इको फ्रेंडली कागजी बोतल का निर्माण कर के एक मिसाल कायम किया है।

समीक्षा गनेरीवाल (Samiksha Ganeriwal)

समीक्षा गनेरीवाल उत्तर प्रदेश के नोएडा की रहने वाली है। साल 2000 में बिग्रना ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ मनेजमेंट से एमबीए किए। एमबीए करने के बाद इन्होंने नोएडा और हैदराबाद जैसे शहरो में कई कंपनी में काम किया। जब यह एमबीए की पढाई कर रही थी तब इन्होंने प्लास्टिक से उपयोग होने वाले सभी चीजों की एक विकल्प तलाश रही थी। उस समय ये भी प्लास्टिक से बनी चीजों पर एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही थी। जिससे प्लास्टिक के बने प्रोडक्ट से छुटकारा मिल सके और पर्यावरण का नुकसान ना हो।

इन्होंने प्लास्टिक जैसी बनी थैली या बोतल का उपयोग धीरे-धीरे कम करने के लिए लगातार कोशिश करती रही। जिसके बाद इनकी यह कोशिश आखिरकार कामयाब हो गई और उन्होंने एक ऐसी बोतल बनाई जो पूरी तरह से इको फ्रेंडली है। इन्होंने एक कागजी बोतल बनाई है जो पर्यावरण कीजिए काफी लाभदायक है। इस बोतल को आप आसानी से यूज कर सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2018-19 में भारत में सालाना 33 लाख मीट्रिक टन प्लास्टिक का बेस्ट निकलता है जो पर्यावरण के लिए काफी नुकसान दायक है।

• कागजी बोतल (Kagzi Bottle)

समीक्षा गनेरीवाल ने अपनी मेहनत और लगन से आखिरकार प्लास्टिक फ्री बोतल का निर्माण कर दी। इन्हें प्लास्टिक फ्री बोतल बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा तब जाकर के इन्होंने कागजी बोतल का निर्माण किया जो पूरी तरह इको फ्रेंडली बोतल है। इस बोतल में आप पानी या फिर और भी कुछ चीजें रख सकते हैं। यह कागजी बोतल इस प्रकार है कि इसमें पानी रखने से यह बोतल न तो गलता है और ना हीं खराब होता है।

समीक्षा बताती हैं कि मैं इस प्लास्टिक फ्री बोतल का नाम एक देसी टाइप रखना चाहती थी जिसके लिए हमने इसका “कागजी बोतल” नाम रखा क्योंकि यह प्योर कागज का बना हुआ है और यह पूरी तरह मेड इन इंडिया है। इस बोतल को बनाने में लगभग दो दिन लग जाते हैं। कागजी बोतल को बनाने के लिए मैं हिमाचल प्रदेश के एक कंपनी से कागज मंगवाती हूं। उसी कागज से मैं प्लास्टिक सी बोतल बनाती हूं। फिलहाल मेरी कंपनी में प्रत्येक महीने लगभग 22 लाख कागजी बोतल का निर्माण किया जाता है।

इस बोतल का दाम मात्र 19 रुपए से लेकर 22 रुपए तक रखी गई है। और आगे हमारी कोशिश है कि हम इस प्लास्टिक फ्री कागजी बोतल का दाम और भी कम करें। वैसे तो फिलहाल जिस प्रकार बोतल के दाम रखे गए हैं वैसे भी ये प्लास्टिक के बोतल के दाम से कम हैं। परंतु फिर भी हमारी कोशिश है कि मैं इस बोतल का कॉस्ट और भी कम करूं।

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• वैज्ञानिकों से ली सलाह

समीक्षा बताती है कि जब हमने ठान लिया था कि मैं प्लास्टिक फ्री बोतल का निर्माण करूंगी परंतु मुझे इसके बारे में ज्यादा कुछ अनुभव नहीं था। फिर भी मैं प्लास्टिक फ्री बोतल बनाने के लिए लगातार प्रयास करती रही और इससे जुड़ी जानकारी इकट्ठा करती रही। प्लास्टिक फ्री बोतल को बनाने के लिए हमने कई वैज्ञानिकों से मदद भी ली और उनसे इसके बारे में काफी कुछ जानकारियां भी प्राप्त की इसके साथ-साथ हम अपने प्रोडक्ट डिजाइनर से भी इस प्लास्टिक फ्री कागजी बोतल बनाने के लिए मदद लिए। जब मुझे कागजी बोतल के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त हो गई तो फिर मैंने कागजी बोतल बनाने का काम शुरु कर दिया। जो पूरी तरह से इको फ्रेंडली बोतल हैऔर पर्यावरण के लिए काफी सुरक्षित है।

• साल 2016 में किया कंपनी का शुरुआत

समीक्षा बताती है कि साल 2016 में हमने पैकेजिंग की एक कंपनी की शुरुआत की जिसमें इन्होंने प्लास्टिक फ्री बोतल का सॉल्यूशन ढूंढने की लगातार कोशिश की थी। परंतु इन्हें इसके बारे में काफी कुछ जानकारी नहीं थी। इसमें उन्हें इस विकल्प को ढूंढने के लिए काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा। सबसे पहले इन्हें तो वैसी मशीन ढूंढना था जो प्लास्टिक की बोतल बना सके। परंतु वैसी मशीन बाजार में उपलब्ध नहीं थी जो प्लास्टिक की बोतल का निर्माण कर सके इसलिए हमें इस मशीन को खुद से बनाना पड़ा। इसके लिए हमें कुछ वैसे लोगों की मदद लेनी पड़ी जिन्हें इस चीज के बारे में काफी कुछ जानकारी थी। अपने काफी संघर्ष करने के बाद हमने प्लास्टिक फ्री जैसे बोतल को बनाने के लिए सभी तैयारी कर ली और मैंने इस पर काम करना शुरु कर दिया।

• कागजी बोतल को लोगों के बीच लाई

समीक्षा बताती हैं कि जब मैंने कागजी बोतल बनाई तो सबसे बड़ा समस्या यह थी कि खुद के द्वारा बनाई हुई इस कागजी बोतल को लोगों के बीच कैसे लाएं। क्योंकि आजकल लोगों को प्लास्टिक की काफी लत लग गई है जिसकी वजह से वह हर सामान प्लास्टिक में खरीदते हैं यहां तक कि अगर वह सब्जी भी बाजार से लाने जाते हैं तो प्लास्टिक की ही थैली में लाते हैं या फिर कहीं सफर करने जाते हैं तो वह प्लास्टिक की बोतल में पानी ले जाते हैं। यह मेरे लिए काफी चुनौती थी की हम अपने इस कागजी बोतल को लोगों के बीच कैसे लाएं इसके लिए हमें कोई आईडिया नहीं था।

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इसके बाद मैं सबसे पहले अपने भूरे रंग के कागजी बोतल को लोगों के बीच ले गई जो बायोडिग्रेडेबल बोतल है। इसकी मैनुफैक्चरिंग इंडिया में की जाती है। इस कागजी बोतल को देखकर लोगों ने काफी पसंद किया। जिसके बाद धीरे-धीरे हमारी बनाई हुई को फ्रेंडली बोतल बजारों मैं मांग बढ़ने लगी और लोग इसे खरीदने लगे।

प्रेरणा

समीक्षा गनेरीवाल से हमलोगों को यह प्रेरणा मिलती है कि हम अगर किसी काम को ठान लें तो आखिरकार हमें उसमें सफलता जरुर मिलती है। समीक्षा जिन्हें प्लास्टिक फ्री बोतल बनाने के लिए कोई जानकारी नहीं थी फिर भी उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से इसके बारे में जानकारी प्राप्त की और प्लास्टिक फ्री बोतल का निर्माण किया। आज समीक्षा एक मिसाल बन गई हैं जिन्होंने इको फ्रेंडली बोतल यानी कि कागज से बनाई हुई बोतल का निर्माण किया।

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