Wednesday, December 13, 2023

गरीबी को मात देकर बने अव्वल दर्जे के सैंड आर्टिस्ट, आम जनता से बॉलीवुड तक, इनके आर्ट का लोग सम्मान करते हैं: अशोक

देश में मार्च से शुरू हुआ लॉकडाउन किसी के लिए अच्छा रहा तो किसी के लिए बहुत ही बुरा. मध्यम वर्ग के कलाकारों की बात करें तो संकट के इस समय में उनके आय का स्रोत न के बराबर था. पर समझदार वही है जो अपने समय का सदुपयोग करे. आज की हमारी कहानी एक ऐसे ही कलाकार की है. चेहरे पर गजब का आत्म विश्वास. लंबे-लंबे बाल. कला को अपनी ज़िंदगी मानने वाले. शहर में सैंड आर्टिस्ट के नाम से अपनी पहचान बनाने वाले अशोक कुमार।

सैंड आर्ट, पेंटिंग, गोताखोरी और समाजसेवा सभी कामों को बख़ूबी करते हैं अशोक

एक गरीब परिवार में जन्में सैण्ड आर्टिस्ट अशोक कुमार (Sand Artist Ashok Kumar) बिहार के छोटे से शहर छपरा (Chhapra) के रहने वाले हैं। अशोक कला के काफ़ी धनी व्यक्ति है। सैंड आर्ट के साथ-साथ पेंटिंग और गोताखोरी में भी निपुण हैं। रंगों के माध्यम से बहुत ही बेहतरीन चित्र बनाते हैं। बच्चों को पेंटिंग सिखाने के लिए ‘कला पंक्ति’ नाम से कोचिंग संस्थान भी चलाते हैं। अपने दो विद्यार्थी पंकज और पवन को यह अपना दाहिना और बाया हाथ मानते हैं। हर साल अपने विद्यार्थियों को पेंटिंग प्रदर्शनी लगाने में भी मदद करते है। इसके अलावा समाजसेवा में भी प्रतिदिन अपना कुछ समय देते हैं।

लॉकडाउन में बनाए कई सैंड आर्ट जिसे कई फिल्म स्टार और न्यूज चैनल ने किया है शेयर

लॉकडाउन के दौरान अशोक ने कई सैंड आर्ट बनाए। इन्होंने अपने इस कला के माध्यम से लोगों को घर में सुरक्षित रहने का संदेश दिया। अपने सैंड आर्ट के जरिए लोगों से लगातार अपने हाथों को धोने और मास्क पहनने की अपील की। भारत का नक्शा बनाकर लॉकडाउन नियमों का पालन करने और लोगों से उन्हें अपने घरों में रहने के लिए अनुरोध किया। कोरोना योद्धाओं जैसे डॉक्टर, नर्सेज, पुलिस, सफाईकर्मी को असली हीरो मानते हुए, उन्हें सैल्यूट करने और उनका हौसला बढ़ाने के लिए भी इन्होंने एक सैंड आर्ट बनाया। साथ ही मीडियाकर्मियों को भी सैंड आर्ट बनाकर सैल्यूट किया। जिला प्रशासन ने भी कोरोना काल में लोगों को जागरुक करने के लिए अशोक के आर्ट की मदद ली। बड़े पर्दे पर खलनायक की भूमिका में नज़र आने वाले और रियल लाइफ हीरो कहलाने वाले सोनू सूद (Sonu Sood) की तस्वीर भी रेत से उकेरी थी। अशोक कुमार के इस कलाकृति को सोनू सूद ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर शेयर करते हुए सैंड आर्टिस्ट अशोक को आभार व्यक्त किया था और कलाकारी की प्रशंसा भी की थी।

अशोक कुमार ने सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) का चित्र भी सैंड आर्ट के जरिए बनाया था। जिसे सोशल मीडिया पर आम जनता सहित कई एक्टर व राजनीतिज्ञ ने शेयर कर सुशांत सिंह के लिए इंसाफ की मांग की। नाना पाटेकर (Nana Patekar) ने अशोक के इस कला की सराहना की और सुशांत सिंह मामले की सीबीआई जांच के संबंध में ट्वीट किया था। पत्रकार अर्णव गोस्वामी (Arnav Goswami) ने भी इस सैंड आर्ट को ट्वीट किया था।

सैंड आर्टिस्ट अशोक कुमार की कलाकृति में ड्रैगन पर झपटते शेर को दर्शाया गया है#Bihar #India #China https://t.co/XnaWIhgo9u

— AajTak (@aajtak) July 4, 2020

इसके अलावा अशोक ने 7 अप्रैल को वर्ल्ड हेल्थ डे और 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर भी रेत से कारीगरी की थी। इनके एक सैंड आर्ट जिसे उन्होंने ‘विश्वासघात’ का नाम दिया था, उसे न्यूज चैनल आज तक पर भी दिखाया गया। चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगाए जाने पर भी इन्होंने ‘प्रहार’ नाम से एक सैंड आर्ट बनाया था जिसे आज तक ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया था। दुनिया के सबसे घातक लड़ाकू विमान ‘राफेल’ का स्वागत भी इन्होंने सैंड आर्ट बनाकर ही किया था। राम मंदिर पर भी इन्होंने बेहद ही खूबसूरत सैंड आर्ट बनाया था।

लॉकडाउन नियमों का पालन करते हुए अपने घर के पास बनाए सभी सैंड आर्ट

अशोक ने The Logically से बात करते हुए बताया कि लॉकडाउन की वजह से सैंड आर्ट करने उनके सभी विद्यार्थी नहीं आ पाते थे। कभी प्रकाश, कभी संदीप, तो कभी सोनू और इनमें से किसी के नहीं रहने पर उनका छोटा बेटा विकास उनकी मदद करता था। अशोक ने सभी सैंड आर्ट लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए अपने घर के पास घाघरा नदी के सीढ़ी घाट के समीप बनया था।

आर्थिक स्थिति ठीक नहीं पर कला को ही मानते हैं अपनी दुनिया

The Logically की टीम से बात करते हुए अशोक कुमार ने बताया, “जब दुपहर में घर के सबलोग खाना खाकर आराम करते थे, तब भी मैं कड़ी धूप में सैंड आर्ट बनाता था। थोड़ा-थोड़ा कर के जब अच्छा बनता था तो उसे आगे बनाने में मन भी लगता था। मुझे ख़ुशी है कि मैंने अपना पूरा लॉकडाउन आर्ट को जीने में बिताया है।” वह आगे कहते हैं, इस लॉकडाउन में आर्थिक स्थिति तो ठीक नहीं रही पर एक कलाकार अपनी कला को ही दुनिया समझता है और मेरी यह दुनिया बहुत खुशहाल रही।

स्कॉट एडम्स (Scott Adams) का एक कथन है, “खुद को गलतियाँ करने देना रचनात्मकता. ये जानना कि कौन सी गलतियों को रखना है ; कला है.” और इस कला को ही अपनी दुनिया मानने वाले सैण्ड आर्टिस्ट अशोक कुमार (Sand Artist Ashok Kumar) को The Logically नमन करता है।