अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जो लोग कुर्सी पर बैठे हैं, वह कुर्सी के पावर का दुरुपयोग करते हैं। मतलब यह है कि अगर कोई पॉलिटिक्स से जुड़ा है तो वह हर क्षेत्र में पैसे हड़पने के बारे में सोचेगा। अधिकतर लोग गलत कार्य कर रहें हैं। लेकिन आज की यह कहानी एक ऐसे महिला सरपंच की है जिन्होंने एक एक पहाड़ी को तोड़वाकर रास्ते का निर्माण किया है। जिससे वहां के रहने वाले हर व्यक्ति को सहायता मिली है। इन्होंने अपने पावर का सदुपयोग कर 8 किलोमीटर दुर्गम पहाड़ी को मात्र 800 मीटर के सड़क में तब्दील किया है।
पिपलांत्री की सरपंच अनिता पालीवाल
अनिता पालीवाल (Anita Paliwal) पिपलांत्री (Piplantri) की महिला सरपंच हैं। इनके पति श्याम सुंदर पालीवाल (Shayam Sundar Paliwal) हैं। अनिता जी का पॉलिटिक्स में यह पहला अवसर है। इनके पति 15 वर्षों से गांव के विकास कार्य में लगें हैं। यह भी उसी क्षेत्र में लगीं हैं। किसी ने यह कल्पना भी नहीं किया था कि इस क्षेत्र में कभी रास्ता भी बनेगा। वह कार्य इनके कार्यकाल में सम्भव हुआ है।
इस पगडण्डी पर होती थी शव को ले जाने में भी दिक्कत
यहां का रास्ता इतना खराब था कि लोग जब शव को लेकर वहां से गुजरते थे तो वह शव रास्ते में गिर जाता था। इस कारण लोगों को लगभग 8 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। यह पहाड़ी रास्ता बहुत ही कठिन था। “रोजगार गारंटी योजना” का यह रास्ता बहुत ही उत्कृष्ट नमूना है। यह रास्ता आरना से शेरुपायेरा का है। यहां स्थानीय लोगों के आने जाने के साथ एक पर्यटक स्थल भी है। शेरुपायेरा वालों को यहां आने में 8 किलोमीटर की यात्रा तय करनी पड़ती थी। यहां लोग पूजा के लिए आते हैं, यहाँ शिव जी का मंदिर भी है।
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लोगों ने की तारीफ
भुनेश्वर सिंह चौहान (Bhuneshwar Singh Chauhan) ने बताया कि जैसे लोग अपनी बेटी के शादी के लिए अनुरोध करतें हैं, उसी प्रकार इन्होंने इस रास्ते के निर्माण के लिए किया। यहां के स्थानीय लोगों को मनरेगा के तहत अच्छी नौकरी भी मिल गयी है। यहां अब इस रास्ते पर सिर्फ पैदल यात्रा ही नही बल्कि गाड़ियां भी चल रहीं हैं। यहां इस कार्य से सभी खुश हैं।
गांव से पलायन किये लोग, आ सकतें हैं घर
अनिता जी का यह मानना है कि अगर हर सरपंच अपने पद का उपयोग सही स्थान पर करे तो जो लोग गांव से शहर गयें हैं वह वापस आ सकतें हैं। वह अपनी सरकारी योजना से लोगों को कार्य दे तो यह सब सम्भव है।
अपने पद का सही उपयोग कर लोगों के द्वारा तय करने वाली दूरी को कम कर, दुर्गम पहाड़ी को 8 किलोमीटर के रास्ते मे तब्दील करने लिए The Logically सरपंच अनिता पालीवाल की प्रशंसा करता है।