आज सभी लोग आत्मनिर्भर हो रहे हैं। खुद का स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ते दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सपना यही है कि लोग आत्मनिर्भर हों और ज्यादातर लोग उसी रास्ते पर चल रहे हैं।
आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने नौकरी की तरफ ध्यान ना देकर स्वरोजगार के बारे में ध्यान दिया और आज खुद का पौधे का मौल खोलकर आत्मनिर्भर बन चुके हैं। साथ ही साथ युवाओं को रोजगार भी दे रहे हैं। आईए जानते हैं वह शख्स कौन हैं।
सौरभ कुमार (Saurabh Kumar):-
सौरव कुमार जो झारखंड के रांची के रहने वाले हैं इन्होंने इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है। सौरभ का सपना था कि वे खुद का स्टार्टअप कर आत्मनिर्भर बनें। सौरभ को बचपन से ही पर्यावरण के प्रति काफी स्नेह और प्यार था इसीलिए इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद नौकरी ना कर खुद का स्टार्टअप शुरु किए जो पर्यावरण से जुड़ा हुआ है। इस स्टार्टअप से वह अपना एक अलग पहचान बनाना चाहते हैं। सौरभ ने अपने होमटाउन रांची में पौधे का शॉपिंग मॉल खोला है जिसका नाम बेबी नर्सरी रखा है। साथ ही साथ अपने इस रोजगार से युवाओं को भी रोजगार मुहैया करवा रहे हैं। सौरभ का यह पौधे का मौल लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है।
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पर्यावरण के लिए एक अनूठा कदम
सौरभ का यह बेबी नर्सरी दूसरे नर्सरी से काफी अलग है सौरभ कुमार की सोंच है कि मैं पर्यावरण के लिए कुछ ऐसा करूं जिससे लोग भी पेड़-पौधे से प्यार करने लगे। अपने नर्सरी से सौरभ लोगों को पर्यावरण को सुरक्षित रखने की जानकारी भी देते हैं जिससे पर्यावरण को बचाया जा सके। साथ ही साथ इंडोर प्लांट के बारे में लोगों को काफी जानकारी देते हैं। उनके पर्यावरण के लिए इस तरह प्यार देखकर लोग इनके पास जानकारी एकत्रित करने आते हैं और इनके नर्सरी से पौधे भी खरीदते हैं।
युवाओं को दे रहे रोजगार
सौरभ अपने बेबी नर्सरी से अपना स्टार्टअप शुरु करने के बाद वह यहां के स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मुहैया करा रहे हैं। सौरभ कुमार का पर्यावरण के प्रति यह कदम काफी सराहनीय है। आत्मनिर्भर बहने के साथ-साथ लोगों को पर्यावरण के प्रति जागृत भी कर रहे हैं। इनका बेबी नर्सरी की शॉपिंग मॉल से कम नहीं है। सौरभ का इस कदम से वहां के कई लोगों को काफी फायदा हुआ है जिससे लोग घर में इंडोर प्लांट लगा सकते हैं और पर्यावरण संरक्षित रखने का गुण भी बताते हैं।
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