Friday, July 14, 2023

सरकारी स्कूल के किचन गार्डन में बच्चे और शिक्षक खुद उगाते हैं सब्जियां, केवल जैविक खाद का उपयोग किया जाता है

सरकारी स्कूल का नाम सुनते ही मन मे बस एक ही ख्याल उभरता है। बच्चों का शोर-गुल, उनका यत्र-तत्र बैठना, खेलना-कूदना, मिड-डे-मील की व्यवस्था और शिक्षकों द्वारा बच्चों को ऐसी स्थिति देखकर भी अनदेखा करना। लेकिन ऐसे कई सरकारी विद्यालय हैं जहां की स्थिति कुछ हद तक ठीक है। आज हम आपको “हीरापुर के शासकीय माध्यमिक विद्यालय” के बारे में बताएंगे जहां के शिक्षक सिर्फ़ पढ़ाई पर ही नहीं बल्कि विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देते हैं। वे बच्चों को मिड-डे-मील के तहत जैविक खेती से उगाई गई सब्जियां खिलाते हैं। यहां के शिक्षक, विद्यार्थी और रसोइयों ने मिलकर विद्यालय में किचन गार्डन का निर्माण किया है।

हीरापुर शासकीय माध्यमिक विद्यालय

हीरापुर शासकीय माध्यमिक विद्यालय में जैविक खेती कर सब्जियां उगाई जा रहीं हैं। इस विद्यालय में यहां के विद्यार्थियों को दुपहर के भोजन में शुद्ध और जैविक खेती से उगाई गई सब्जियां खिलाई जाती हैं। इस खेती को तैयार करने में यहां के विद्यार्थियों, रसोइयों और शिक्षकों ने हर सम्भव प्रयास किया है ताकि इस किचन गार्डन के निर्माण में सफलता प्राप्त हो। इस खेती में जैविक विधि से बने उर्वरक का उपयोग किया जाता है जिससे हरी-भरी और पौष्टिक सब्जियां मिलें।




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किचन गार्डन में उगाई गई हैं विभिन्न प्रकार की सब्जियां

इस विद्यालय के किचन गार्डन में करेला, पालक भाजी, फूलगोभी, लाल भाजी, मीर्च और धनिया जैसे अन्य प्रकार की सब्जियां जैविक उर्वरक द्वारा उगाई जाती हैं। विद्यालय के इस किचन गार्डन की देख-भाल यहां का हर एक सदस्य बखूबी करता है। प्रतिदिन यहां के शिक्षक और विद्यार्थी इन पौधों में पानी की मात्रा, उर्वरक का उपयोग करना है या नहीं इन सभी बातों का ध्यान रखते हैं।

जैविक उर्वरक का प्रयोग




हीरापुर शासकीय माध्यमिक विद्यालय में सीजन के अनुसार सब्जियां उगाई जाती है ताकि यहां के बच्चों को हर सीजन के सब्जियों का प्रोटीन इन्हें मिल सकें। यहां के विद्यालयों में ऐसी जैविक खेती देख अन्य विद्यालयों ने इनसे प्रेरणा लेकर अपने विद्यालयों में किचन गार्डन का निर्माण कर रहें। इस इलाके में लगभग 50 % विद्यालयों ने अपने किचन गार्डन का निर्माण कर लिया है। अब किचन गार्डन में पौधरोपण का कार्य भी शुरू किया जा रहा है। अभी भी कुछ स्कूलों में जगह की कमी होने के कारण किचन गार्डन का निर्माण नहीं हो पाया है। वहां विभाग के अधिकारी स्थान को ढूंढ़ कर इसके निर्माण में लगें है। एक सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों, शिक्षकों और रसोइयों ने जो कार्य किया है इसके लिए The Logically उन्हें सलाम करता है।