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मुजफ्फरपुर स्टेशन पर माँ को खोने वाले 4 साल के बच्चे की मदद के लिए किंग खान आगे आये

हम में से बहुत लोग किसी न किसी सेलिब्रिटी को पसंद करते हैं । लेकिन उनमें से कुछ ऐसे भी हैं  जो पर्दे के अलावा भी अपनी दरियादिली से लोगों के दिल में जगह बना चुके हैं।

कोविड-19 के दौरान भारत ने एक से बढ़कर एक दुखद दृश्य देखा और साथ ही कुछ मसीहे भी सामने आए जो समाधान बनकर लोगों की रक्षा के लिए आगे आये हैं ।

कुछ दिनों पहले बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर एक दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे भारतवर्ष को झकझोर दिया था जिसमें एक 4 साल का बच्चा अपने मृत मां के पल्लू को खींच खींच कर जगाने की कोशिश कर रहा था । इस वीडियो के माध्यम से संपूर्ण भारत शोकाकुल था और प्रत्येक इंसान के अंदर भाव विभोर कर देने वाली भावना बह रही थी।

जब पूरा भारत इस घटना के बाद उस बच्चे की मासूमियत भूल चुका था तभी शाहरुख खान की मीर फाउंडेशन ने घटना का संज्ञान लेते हुए उस बच्चे की मदद के लिए आया । 1 जून को मीर फाउंडेशन के सदस्य लड़के के परिवार की से मिलकर उसके देखभाल की जिम्मेदारी का आश्वासन दिए।

मीर फाउंडेशन की शुरुआत 2013 में एसिड अटैक सरवाइवर की सहायता के लिए की गई थी , फाउंडेशन की तरफ से उन सभी लोगों को शुक्रिया अदा किया गया है जिन्होंने बच्चे की कुशलता के लिए अपना योगदान दिया।

इस मदद की साथ ही शाहरुख खान का नाम उन गिने-चुने लोगों में आ रहा है जिन्होंने कोविड-19 के महामारी में अपना योगदान दिया। इस बच्चे की सहायता के आलावा किंग खान ने सरकार को भी अलग-अलग तरीकों से मदद पहुंचाए हैं । शाहरुख खान ने पीएम केयर फण्ड , महाराष्ट्र चीफ मिनिस्टर फंड और अम्फ़न के दौरान हुई क्षति को कम करने के लिए बंगाल सरकार रिलीफ फंड में अपना योगदान दिया।।

कोविड-19 के दौरान शाहरुख खान के द्वारा किए गए कुछ महत्वपूर्ण मदद इस प्रकार हैं।

*शाहरुख खान ने फ्रंटलाइन वर्कर्स की मदद के लिए 25000 पीपीई कीट दिए।

*मीर फाउंडेशन ने लगभग 2500 मजदूरों को 1 महीने का राशन दिया और साथ ही अर्थ फाउंडेशन से मिलकर लगभग 5500 लोगों को एक महीने का भोजन प्रबंध कराया गया

*मीर फाउंडेशन के द्वारा 100 से भी अधिक एसिड अटैक सरवाइवर को हर महीने स्टाइपेंड दिया जा रहा है ।

इस तरह रील के किंग खान ने रियल लाइफ में भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया ।

अंजली पटना की रहने वाली हैं जो UPSC की तैयारी कर रही हैं, इसके साथ ही अंजली समाजिक कार्यो से सरोकार रखती हैं। बहुत सारे किताबों को पढ़ने के साथ ही इन्हें प्रेरणादायी लोगों के सफर के बारे में लिखने का शौक है, जिसे वह अपनी कहानी के जरिये जीवंत करती हैं ।

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