शिक्षा के बिना असम्भव है इस दुनिया में मिले सारे ऐ-शो आराम का मिलना। क्योंकि इस दुनिया में आपको अच्छी जॉब तब ही मिलेगी जब आपके पास नॉलेज हो। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके पास पढ़ने के अवसर होते हैं फिर भी वह उस अवसर को गवां देते हैं और कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो पढ़ाई के लिए अवसर ढूंढ लेते हैं।
आज के हमारे इस लेख द्वारा हम आपको हमारे देश के बिहार राज्य की बेटी के विषय में जानकारी देंगे जिन्होंने अकेले ही सारी जिम्मेदारी निभाते हुए बच्चों को शिक्षा दिया और आज उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। चलिए जानते हैं फिर बिहार की इस बेटी से जुड़ी सफलता की कहानी…
शिक्षिका शिप्रा मिश्रा की कहानी
वह लड़की हैं शिप्रा मिश्रा (Shipra Mishra) जिनका मूल प्रान्त बिहार (Bihar) है। वह बतौर विज्ञान की शिक्षिका टाटा के वर्कर्स यूनियन प्लस टू उच्च विद्यालय में कार्यरत हैं। उनका चयन यहां वर्ष 2010 में हुआ और जब उन्होंने यहां ज्वाइन किया उस वक्त कोई यहां साइंस नहीं पढ़ाता था। उन्होंने इस क्षेत्र को अपने अनुसार हैंडल करना प्रारंभ किया और इस कार्य में विद्यार्थियों ने भी उनका सपोर्ट किया। उन्होंने इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए खूब परिश्रम किया और आखिरकार वह अपने मकसद में कामयाब रहीं। -Bihar’s daughter Shipra Mishra will get the award at the national level
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छात्रों को मिला सम्मान
उन्होंने अपने विद्यार्थियों को वो सारी जानकारी दी जिसके वो हकदार थे। यहां पढ़ रही 9वीं वर्ग की छात्रा जिनका नाम नेहा सरदार है उन्हें मेडल से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें स्मार्ट विलेज मॉडल साइंस प्रदर्शनी में स्टेट लेवल पर सम्मानित किया गया है। इसके अतिरिक्त यहां के विद्यार्थियों ने धनबाद द्वारा आयोजित कम्पटीशन में अवार्ड मिला है। दरअसल ये आवर्ड उन्हें ऑटोमेटिक क्लीन टॉयलेट के परियोजना के लिए मिला जो सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों के बीच प्रतियोगिता रखी गई थी। -Bihar’s daughter Shipra Mishra will get the award at the national level
मिला है कई पुरस्कार
जानकारी के अनुसार विज्ञान की शिक्षिका शिप्रा को साल 2019 में स्टेट लेवल शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वही साल 2020 में उन्हें NML द्वारा विज्ञान शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वही अब उन्हें नेशनल लेवल पर आवर्ड मिलेगा। उन्हें ये सारे सम्मान उनकी लगन और परिश्रम के बदौलत मिला है। उन्होंने बच्चों को विज्ञान की सारी जानकारी देने में जी-जान लगा दी और बच्चों ने भी उनके परिश्रम को विफल नहीं होने दिया। -Bihar’s daughter Shipra Mishra will get the award at the national level
स्कूल में हैं 5 शिक्षक
सेतेंग प्राचार्य केरकेट्टा जो कि इस विद्यालय की प्रभारी हैं वह बताती हैं कि हम सभी विद्यालय में परिवार के सम्मान रहते हैं जिससे हमें बेहद खुशी भी मिलती है। हमारे यहं 5 शिक्षक और 350 विद्यार्थी हैं जिस कारण बच्चों की पढ़ाई में दिक्कत आती है। यहां उन्हें पढ़ाने के लिए बीएड का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षक आकर उन्हें पढ़ाते हैं। हमारे यहां के 2 शिक्षक नियुक्ति में गए हैं। -Bihar’s daughter Shipra Mishra will get the award at the national level
बच्चे हैं खुश
10वीं वर्ग के बच्चे अपने विज्ञान की शिक्षिका शिप्रा के विषय में बताते हैं कि शिप्रा द्वारा बायोलॉजी केमिस्ट्री, बायोलॉजी तथा फिजीक्स पढ़ाया जाता है। ऐसा नहीं है कि उन्हें सिर्फ थिउरी कराया जाता है बल्कि उन्हें हर चीज लैब द्वारा बताया जाता है। यहां के बच्चे अपने शिक्षिका के मिल रहे इस अवार्ड से बेहद प्रसन्न हैं। –Bihar’s daughter Shipra Mishra will get the award at the national level