जहां एक ओर लोग अधिकतर उत्पादन के लिए खेतों में केमिकल युक्त फर्टिलाइजर का उपयोग कर रहें हैं तो दूसरी ओर लोग ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर की तरफ भी अधिक रुख मोड़ रहे हैं। लोग स्वयं को स्वस्थ्य रखने हेतु सही खान-पान की तलाश में हैं लेकिन बाजार से खरीदा गया उत्पाद विषैला होता है क्योंकि उसके उत्पादन में केमिकल युक्त फर्टिलाइजर का उपयोग करते हैं।
इसी कड़ी में आज हम आपको ये जानकारी देंगे कि किस तरह हमारे देश के एक राज्य ने ऑर्गेनिक खेती में सफलता हासिल की है और वही श्रीलंका बर्बाद हो गया है। आपको बता दें कि इस राज्य को ऑर्गेनिक खेती के लिए ऑस्कर जीता है।
चाय उत्पादक देश श्रीलंका की परिस्थिति है खराब
हम सभी जानते हैं कि विश्व के टॉप पांच चाय उत्पादक देशों में श्रीलंका भी मौजूद है जिसकी परिस्थिति ऐसी हो चुकी है कि यहां 1 कप चाय की कीमत 100 रुपए है। वही 1 किलोग्राम दूध के पाउडर को 100-100 ग्राम का बनाया जा रहा है। ऐसा इसलिए हो रहा है कि सभी लोग इसे खरीद सकें। -Sikkim, a state of our country, got Oscar award for organic farming
बिना प्लानिंग शुरू किया श्रीलंका ने ऑर्गेनिक फार्मिंग
जानकारी के अनुसार श्रीलंका की ये परिस्थिति कोई अचानक नहीं हुआ है। बल्कि खराब प्लानिंग एवं बेतहाशा विदेशी कर्ज के कारण हुआ है। दरअसल श्रीलंका ने बिना किसी प्लानिंग के ऑर्गेनिक खेती प्रारम्भ की। जिससे उसे बहुत ही ज्यादा घाटे का सौदा करना पड़ा और परिस्थिति बेहद खराब है। -Sikkim, a state of our country, got Oscar award for organic farming
12 वर्ष लगा ऑर्गेनिक फार्मिंग में
वहीं दूसरी तरफ हमारे देश का सिक्किम विश्व का प्रथम 100% ऑर्गेनिक फार्मिंग राज्य है। ये सबकुछ पॉसिबल ऐसे हुआ कि सिक्कम ने अपने पूरे प्लानिंग के साथ ऑर्गेनिक फार्मिंग प्रारम्भ किया। सिक्किम को पूरी तरह ऑर्गेनिक बनाने में पूरे 12 वर्ष का वक्त लगा और आज वहां सिर्फ ऑर्गेनिक खेती होती है। सिक्किम को इस कार्य के लिए ऑस्कर अवार्ड भी मिल चुका है। –Sikkim, a state of our country, got Oscar award for organic farming