समय बदल रहा है और हमेशा हीं कुछ अलग करने की संभावना बनी रहती है। अब खेती करने के साथ ही हमारे किसान एग्रो टूरिज्म की तरफ भी रुख मोड़ रहें हैं क्योंकि इसमें भी अच्छा-खासा इनकम है। आज हम आपको ऐसे दो युवकों से रूबरू कराएंगे जिन्होंने पीजी करने के उपरांत एक ऐसा मॉडल बनाया है जिसमें किसान अपने खेत को एग्रो टुरिज्म का सेंटर बना सकते हैं। इसके साथ उन्होंने 8 हजार किसानों को भी जोड़ा है।
दो युवकों ने किया एग्रो टूरिज्म विकसित
राजस्थान (Rajasthan) की पारंपरिक खेती (Traditional Farming) तथा ग्रामीण जीवन शैली (Rural Life) अब बाहर से आए पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां 2 युवाओं ने एग्रीकल्चर में वृद्धि करने के उपरांत किसी जगह या सेक्टर से जुड़ी कंपनी में कार्य करने के जगह एग्रो टूरिज्म, जैविक तथा मॉडर्न फार्मिंग को अपनाया है। इसे ही अपना कैरियर मानकर आगे बढ़ रहे हैं। जयपुर से लगभग 35 किलोमीटर दूरी पर स्थित खोरा श्यामदास में ये दोनों युवाओं ने मिनी विलेज फार्म (Mini Village Form) विकसित किया हुआ है।
सीमा सैनी जो कि एग्रीकल्चर (Agriculture) में एमएससी (MSC) किए हुए हैं और एक हैं इन्द्रराज जिन्होंने हॉर्टिकल्चर (Horticulture) में बीएससी (BSC) की डिग्री हासिल की है। ये दोनों मीनी विलेज को चला रहे हैं। यह मिनी विलेज एक प्रशिक्षण केंद्र भी है। यहां आपको ग्रामीण जीवन शैली तथा मॉडर्न फार्मिंग की लाइव क्लास होती है। उनके फार्म में ऑर्गेनिक सब्जी, ऑर्गेनिक फलो तथा चारों का उत्पादन होता है।
डिग्री हासिल करने के बाद किया फार्म का श्रीगणेश
वर्ष 2017 में इन दोनों ने डिग्री प्राप्त करने के बाद इस फार्म का श्रीगणेश किया था। एग्रो टूरिज्म सेंटर के साथ ही वह प्राकृतिक से जुड़ने और किसानों की सहायता करने के लिए इंस्टिट्यूट भी चला रहे हैं। अगर वे चाहते तो अच्छी डिग्री हासिल करने के बाद अच्छी कम्पनी में जॉब भी कर सकते थे परन्तु उन्होंने प्रकृति को ज्यादा महत्व दिया और आज सफल इंसान बने हैं।
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हो सकता है हर जगह एग्रो टुरिज्म का यूनिट स्थापित
ये दोनों कहते हैं कि महानगरों के लोगों में प्राकृतिक से जुड़ने तथा ग्रामीण जीवन शैली को नजदीक से जानने के बारे में लोग अत्यधिक रुचि रखते हैं। अगर इसकी शुरुआत गांव में किया जाए तो एग्रो टूरिज्म से हम बदलाव आसानी से ला सकते हैं। शहरों के लोग गांव में घूमने के लिए आते हैं इसीलिए एग्रो टूरिज्म का यूनिट हर जगह प्रारंभ किया जा सकता है।
एक ही कैम्पस में आप रहने की सुविधा के साथ फार्म तथा डेयरी पा सकते हैं…
- इस काम में आपको हर चीज जैविक उर्वरक के तौर पर ही तैयार की हुई मिलेगी। कम लागत में पर्यटक ग्रामीण जीवन शैली को जीने तथा उन्हें एहसास कर सकते हैं।
- इस स्थान पर पर्यटकों के लिए इको फ्रेंडली हट्स का भी निर्माण किया गया है। यह प्राकृतिक तरीके से ईंट गारे से निर्मित हुई है। वहीं इनके छतों में सरकंडों को लगाया गया है।
- इस मॉडल में एक ही स्थान पर ऑर्गेनिक फार्मिंग, डेयरी, उन्नत नस्ल का चारा, पशुपालन तथा आवास की भी सुविधा विकसित की गई है।