Wednesday, December 13, 2023

असम की इन 6 लड़कियों ने बनाया बायोडिग्रेडेबल योगा मैट, जलाशयों के जल कुंभियों से बनी है यह खास मैट

आज भी बहुत से स्थानों पर लोगों के जीवकोपार्जन का स्त्रोत जलाशय ही है। इस लेख द्वारा हम आपको कुछ ऐसी महिलाओं से रूबरू कराएंगे, जिन्होंने जलाशयों में फैले जल कुंभियों को साफ कर अपने क्षेत्र के लोगों को जीवनदान दिया है।- biodegradable yoga mats

6 लड़कियों का समूह जलकुंभियों द्वारा बायोडिग्रेडेबल चटाई का निर्माण कर रहा है और आसपास के गांवों को भी रोजगार से जोड़ रहा है।- biodegradable yoga mats

Six girls from Assam is making biodegradable yoga mats

जलकुंभी द्वारा बने चटाई को ‘मूरहेन योगा मैट’ नाम से जाना जाता है। शीध्र ही ‘मुरहेन योग मैट’ विश्व स्तरीय मार्केट में प्रेजन्ट होगा। इस पहल को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रारंभ किया गया है। इसमें एनईसिटीएआर के पहल द्वारा 6 लड़कियों के समूह के साथ कार्य प्रारंभ हुआ है। – biodegradable yoga mats

Six girls from Assam is making biodegradable yoga mats

जलकुंभी द्वारा बनी चटाई 100% बायोडिग्रेडेबल है। प्रौद्योगिकी उपाय एवं फाइबर प्रेसेसिंग द्वारा यह बायोडिग्रेडेबल चटाई जल कुंभियों को हटाने के साथ जलिय इकोसिस्टम में भी बेहतरीन सुधार लाएगी। जल कुम्भी से चटाई निर्माण द्वारा वहां के सभी व्यक्तियों तो रोजगार मिलेगा और वे आत्मनिर्भर बनेंगे। – biodegradable yoga mats

चटाई की बुनाई से पूर्व कुंभियों को इकट्ठा कर उन्हें सुखाना बहुत ही महत्वपूर्ण है। हालांकि इस क्षेत्र में अधिक बारिश होती है, जिस कारण अब अधिक जलकुंभी निवारण चटाई बनाकर हो रहा है। साथ ही सोलर एनर्जी द्वारा इन्हें सुखाया भी जा रहा है।- biodegradable yoga mats

Six girls from Assam is making biodegradable yoga mats

जलकुंभी से बेस्ट क्वालिटी, आरामदायक एवं पूरी तरह कंपोस्टेबल और बायोडिग्रेडेबल चटाई के निर्माण में महिलाओं ने अपनी हुनर के बदौलत सफलता हासिल की है। इस कार्य में आसपास के 3 गांव की लगभग 38 महिलाओं ने सहयोग किया है और जलकुंभी द्वारा बायोडिग्रेडेबल चटाई का निर्माण हुआ है। – biodegradable yoga mats

Six girls from Assam is making biodegradable yoga mats

7 वीव्स की टीम द्वारा प्राकृतिक सामग्रियों से प्राकृतिक डाइन्ग पर विशेषज्ञता प्राप्त हुई। इसके कारण एईसीटीएआर चटाई के लिए बहुत से पैटर्नों में लाह, लोहा, जैगरी, प्याज के छिलकों से प्राकृतिक रूप से कलरफुल कॉटन यार्न बनाना शामिल हो पाया है। – biodegradable yoga mats

काम सोराई के नाम पर ही इस चटाई का नाम “मूरहेन योगा मैट” रखा गया। इसे रखने के लिए किसी भी ज़िप या मेटल क्लोजर का इस्तेमाल नहीं है बल्कि इसे कपड़े के थैले में रखा जाता है। – Six girls from Assam is making biodegradable yoga mats