हर घर के खाने में रोटी बनाने के लिए आटे का उपयोग किया जाता है लेकिन अधिकतर घर में गेहूं के आटे की रोटियां ज्यादा बनती हैं। गेहूं के आटे में फाइबर, विटामिंस और मिनरल्स भरपूर होता है इसलिए यह लोगों की पहली पसंद होती है। (Solar Flour Mill Business) अगर आटे चक्की की बात करें तो आज भी गांव एवं शहर में बिजली और ईंधन वाले आटा चक्की ही मौजूद हैं।
पुराने समय में भी लोग गेंहू को पिसवाने के लिए दूर-दूर तक जाया करते थे। पहले भी ईंधन और बिजली वाले चक्की से पीसा हुआ आटा ही लोग खाते थे। लेकिन वर्तमान समय में भी ईंधन और विधुत वाले आटा चक्की अधिक मात्रा में हैं। ऐसे में सोलर आटा चक्की (Solar Flour Mill Business) का व्यापार शुरू करना बेहद ही फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि इसमें बिजली बिल भरने से छुटकारा मिल जाता है। आज हम आपको वीके मोहन चौहान (VK Mohan Chauhan Solar Flour Mill Business) के सोलर आटा चक्की के व्यापार के बारे में बताएंगे जिससे आज मोहन चौहान महीने में लाखों रुपया कमा रहे हैं।
मोहन चौहान का परिचय
वीके मोहन चौहान उत्तर प्रदेश के जलालाबाद (Jalalabad) जिले के लश्करपुर गाँव के रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम बलराम सिंह है। मोहन चौहान ने कुछ महीने पहले सोलर आटा चक्की (Solar Atta Chakki) के व्यवसाय की शुरूआत की थी। आज सोलर आटा चक्की (Solar Flour Mill) के व्यवसाय से मोहन पूरी तरह आत्मनिर्भर बन गए हैं। साथ ही इस व्यवसाय से वह महीने में लाखों रुपया कमा रहे हैं।
नौकरी छोड़ व्यवसाय का फैसला
मोहन चौहान (V K Mohan Chauhan) ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सरस्वती विधा मंदिर से की है। उसके बाद उन्होंने बारहवीं की पढ़ाई अपने जिले के ही कॉलेज से की। स्नातक करने के बाद मोहन ने नौकरी छोड़ व्यवसाय करने का फैसला किया। उनका कहना है कि इंसान पढ़ाई करते हुए अपना व्यवसाय खोल सकता है। इसलिए उन्होंने नौकरी के पीछे भागने के बजाए अपना भविष्य सुरक्षित करने की ठानी।
सोलर आटा चक्की का व्यापार (Solar Flour Mill)
The Logically से बात करते हुए मोहन चौहान ने बताया कि जब वह अपने घर पर गेहूं को पीसवाने जाते थे तब वह देखते थे कि आटा चक्की (Atta Chakki) बिजली और ईंधन से ही चलती है। बिजली और ईंधन से चलने के कारण अधिक खर्च भी उठाना पड़ता है। ऐसे में अगर इसको सोलर में बदल दिया जाए तो कितना अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। इसी सोच के साथ उन्होंने खुद का व्यापार करना शुरू किया। मोहन चौहान आज सोलर आटा चक्की के व्यवसाय से लाखों रुपए महीने में कमाते हैं।
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बिजली बिल से छुटकारा
सोलर आटा चक्की (Solar Atta Chakki) की शुरुआत करने से पहले मोहन चौहान ने अपने घर की छत पर 22.5 किलोवाट वाले सोलर पैनल (Solar Panel ) लगवाया। जिनकी कुल लागत लगभग 9 लाख रुपए के आसपास आई थी। इसमें सोलर पैनल समेत स्ट्रक्चर, कनेक्टर, वायर, वीएफडी और आटा चक्की (Solar Panel, Connector, Wire, VFD and Flour Mill) का खर्च भी शामिल था। सोलर पैनल लगाने से बिजली बिल से पूरी तरह छुटकारा मिल गया। मोहन कहते हैं कि व्यवसाय को शुरू करने में लागत भले ही कम आए, पर यह ज्यादा का फायदा देती है। इससे हर महीने आने वाला भारी-भरकम बिजली का बिल नही आता। बिजली बिल अधिक खर्च का सबसे बड़ा कारण है जो कि सोलर पैनल के जरिए खत्म हो गया।
120 यूनिट बिजली तैयार
आपको बता दें कि मोहन के द्वारा 22.5 किलोवाट वाला जो सोलर पैनल लगाया गया है उससे प्रतिदिन कम से कम 120 यूनिट बिजली तैयार होती है। इस बिजली की मदद से 15 हार्स पावर वाली आटा चक्की को आसानी से चलाया जा सकता है। मोहन बताते हैं कि अगर आप सामान्य आटा मिल का व्यवसाय करते हैं तो उसमें आपको लगभग 3 लाख रुपए तक का खर्च आता है, जबकि प्रतिवर्ष आपको लगभग 3 लाख रुपए बिजली के बिल (Electricity Bill) के रूप में भी देने पड़ते हैं। ऐसे में सोलर चक्की काफी मुनाफे का सौदा साबित होता है।
सूर्य के प्रकाश पर निर्भर
The Logically से बात करते हुए मोहन (VK Mohan Chauhan) बताते हैं कि उनका यह आटा चक्की पूरी तरह सूर्य के प्रकाश (sun light) पर निर्भर है। सूर्य की किरणें जब तक आटा चक्की पर रहती हैं यह पूरी तरह काम करता है। मोहन के अनुसार परेशानी तब होती है जब ठंड के मौसम में कोहरा लगा हुआ रहता है। घने कोहरे के कारण आटा चक्की को चलाने में थोड़ा परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं जब कोहरा खत्म हो जाता है तो यह फिर से काम करने लग जाता है। मोहन कहते हैं कि अगर कोई इस व्यवसाय को शुरू करने जा रहा है तो उसे सोलर पैनल वैसी जगह पर लगाना चाहिए जहां धूप अच्छा आता हो।
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इन बातों का रखें ध्यान
मोहन चौहान कहते हैं कि सोलर आटा चक्की का व्यापार (solar flour mill business) से पहले आपको यह देखना होगा कि आपकी जो आटा चक्की है वह कितने साइज की है उसी हिसाब से साइज का कैलकुलेट करके आपको मोटर का चुनाव करना होगा। जितने साइज की आटा चक्की होगी उसके ऊपर की मोटर लगेगी। इसी हिसाब से आपको मोटर लेनी होगी। मोहन अभी 440 वोल्ट के पांच सोलर सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर आपके पास 3 हॉर्स पावर वाली मोटर है, तो आपको उसे चलाने के लिए कम से कम 5 किलोवाट वाले सोलर पैनल (Solar Panel) की जरूरत पड़ेगी।
प्रतिदिन की कमाई 3 से 4 हजार
मोहन के अनुसार अगर आप औसतन 40 से 45 लोगों का प्रतिव्यक्ति 20 से 30 किलो गेहूं भी पीसते हैं तो यह 1200-1300 किलो तक हो जाता है। इस तरह आप 3000 से 4000 तक प्रतिदिन आसानी से कमा सकते हैं। इस कमाई से बिजली बिल भी नही देनी पड़ेगी। इसका सीधा फायदा यह होगा की आपने जो पूंजी आटा चक्की मशीन और सोलर (Solar) में लगाई थी वह जल्द ही यानी कि कुछ महीनों में ही आपको प्राप्त हो जाएगा। इस तरह यह एक अच्छा व्यापार साबित होता है।
पीएम मोदी से लिया प्रेरणा
मोहन चौहान कहते हैं कि उन्होंने पीएम मोदी (Pm Narendra Modi) से प्रेरणा लेकर इस स्टार्टअप की शुरुआत की है। उनका कहना है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टार्ट अप इंडिया अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा था कि “आज इस नई सदी में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। पहले जब कोई युवा स्टार्टअप (startup) को शुरू करता था तो लोग कहते थे कि जाँब क्यों नहीं स्टार्टअप क्यों ? लेकिन आज लोग कहते हैं की जॉब ही क्यों स्टार्टअप क्यों नही।
उद्यम शील बनने की ठानी
मोहन का कहना है कि अगर कोई विदेश जाता है और वहां के बच्चों से पूछता है कि वह क्या बनना चाहते हैं तो उनका सीधा जबाब होता है कि बिजनेसमैन (Businessman)। यानी कि विदेशों में भी लोग उधमिता को बढ़ावा देते हैं। व्यापार के तरफ उनका झुकाव अधिक रहता है। इसी सोच के साथ वीके मोहन चौहान ने भी अपना नया स्टार्टअप शुरू किया जिससे आज वह लाखों की कमाई कर रहे हैं। इस कमाई के पीछे उनकी सोच, लगन और परिश्रम है जो लगातार मोहन को आगे बढ़ने में मदद कर रहा है।
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व्यवसाय में इन चीजों को जोड़ा
वर्तमान में मोहन चौहान के व्यवसाय में धान की कुटाई की मशीन, धान छिलने की मशीन,तेल निकालने वाली मशीन आदि को भी जोड़ा गया है। इन चीजों के जरिए भी कमाई अच्छी हो रही है। सब सोलर पैनल के द्वारा ही चलती हैं। आज 9 लाख रुपए खर्च करके मोहन हर महीने लाखों रुपए कमा रहे हैं। उन्होंने पढ़ाई भी जारी रखी हुई है। आत्मनिर्भर (Self Dependent) बनने का संकल्प के साथ वह नई-नई तकनीकों (Techniques) के बारे में भी सीखते रहते हैं। कई लोगों ने वीके मोहन चौहान से सीख लेते हुए सोलर आटा चक्की के व्यवसाय की शुरुआत की है।
सोलर चक्की की यह वीडियो देखिए
युवाओं के लिए प्रेरणा
आज वीके मोहन चौहान (VK Mohan Chauhan) को उनके जिला के युवा प्रेरणा की रूप में मान रहे हैं। उनके क्षेत्र के युवा उनसे व्यवसाय के बारे में जानने आते हैं ताकि आगे उन्हें ऐसा व्यापार खोलने में परेशानी न हो। आज मोहन अपने व्यवसाय के जरिए दूसरों को भी काम दे रहे हैं। नौकरी न पाकर भी वह बहुत अधिक खुश हैं क्योंकि उनकी कमाई आज लाखों में हो रही है। आत्मनिर्भर बनने का संकल्प उनका अब पूरा हो चुका है। अपने उद्यमिता की राह पर चलते हुए हुए आज वीके मोहन चौहान (Vk Mohan Chauhan) एक उद्यम शील इंसान बन चुके हैं। देश के युवाओं को आज वीके मोहन चौहान से सीखने की जरूरत है।
The Logically वीके मोहन चौहान के कार्य की सराहना करता है।
अगर आप भी वीके मोहन चौहान के व्यवसाय के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो आप उनके फ़ोन नंबर 8756917010 पर बात कर सकते हैं। साथ ही साथ आप मोहन के फेसबुक आई-डी और उनके मेल पर उनसे संपर्क कर सकते हैं।
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