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बेटी के लिए बुने स्वेटर देख लोगों ने तारीफ की और बढ़ने लगी मांग, फिर खुद की कम्पनी शुरू कर दी और अनेकों को रोजगार भी दिया

गर्भावस्था एक खूबसूरत अनुभव है, जिसे शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है। यह भावनाओं का एक ऐसा सागर होता है, जिसे एक मां ही समझ सकती है। कुछ ऐसी ही कहानी एक महिला की है, जिसे यह नहीं पता था कि उसका मातृत्व उसके लिए एक अलग तरह की खुशियां लेकर आएगा।

तारिषी जैन (Tarishi Jain) अपने मातृत्व की खुशियों का आनंद लेने में व्यस्त थीं और घर पर ही आराम कर रही थीं। उन दिनों ही उनकी सासु मां होने वाले बच्चे के लिए उपहार लेकर घर आईं, जिसमें बुनाई के कुछ सामान थे। जिन्हें देखकर ही तारिषी ने बुनाई करने का फैसला लिया, जो आज अजूबा (Ajooba.in) के नाम से प्रसिद्ध हो चुका है।

सबसे पहले बेटी के लिए बुने कपड़े

तारिषी ने सबसे पहले अपनी बेटी के लिए कुछ कपड़े बुनें, जो उनके करीबी परिवार और दोस्तों को पसंद आए, जिससे प्रोत्साहित होकर उन्होंने और बुनाई करने का फैसला किया।

Sonipat based Mother starts startup Ajooba and making money through knitting sweaters

महिलाओं की खोज ने बढ़ाया कारवां

उसके बाद उन्हें अधिक-से-अधिक लोगों से ऑर्डर मिलने लगे। बुनाई की बढ़ती डिमांड ने उन्हें अपने आसपास की महिलाओं की तलाश करने के लिए प्रेरित किया, जो न केवल बुनने का काम कर सकती थीं बल्कि उन महिलाओं को भी नियमित काम करने की आवश्यकता थी। उन्होंने अपने कार्य के महिलाओं को ढूंढा और उन्हें ट्रेनिंग देकर रोजगार भी दिया।

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Ajoobaa.in की हुई शुरुआत

इस स्टार्टअप ने अपने पहले ही वर्ष में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया। मांग में वृद्धि को देखते हुए तारिषी के पति भी व्यवसाय में शामिल हो गए और कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ दी। अब दोनों दंपति विभिन्न राज्यों में स्वयं सहायता समूहों तक पहुंच रहे हैं और कारीगरों तक कच्चा माल उपलब्ध करा रहे हैं।

250 से अधिक महिलाओं को दिया रोजगार

पोशाक खत्म होने के बाद इन महिलाओं को पारिश्रमिक दिया जाता है। भुगतान न होने के किसी भी डर की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जाती है। एक विकासशील राष्ट्र में जहां काम के अवसर और महिलाओं के लिए अच्छा वेतन अभी भी सामाजिक ताने-बाने में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक है। तारिषी और निवेश दोनों ही देशभर में 250 से अधिक कारीगर महिलाओं को सशक्त बना रहे हैं।

किया इनहाउस ब्रांड आरम्भ

इसके अलावा Ajoobaa.in ने वूनी (Woonie) नाम से एक और इनहाउस ब्रांड भी शुरू किया है, जो Myntra Firstcry, Hopscotch, Ajio, NykaaFashion, Amazon और Flipkart जैसे सभी मार्केटप्लेस पर उपलब्ध है। ब्रांड वूनी (Brand Woonie) दो शब्दों का मिश्रण है- वूल + जिनी (Wool+Genie). यह उन सभी कारीगरों को समर्पित है। देशभर के कारीगरों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से Ajooba.in अधिक महिलाओं को उनके साथ जोड़ने की तलाश में है।

मिलता है 4 हज़ार तक का ऑर्डर

तारिशी ने कभी बच्चों के परिधान व्यवसाय स्थापित करने के बारे में नहीं सोचा था। यह कंपनी सोनीपत में शुरू हुई और अब पूरे देश के लोगों तक यहां का सामान पहुंच रहा है। Ajoobaa.in को महीने में लगभग 4,000 ऑर्डर मिलते हैं और अपनी स्थापना के बाद से 20,000 से अधिक बच्चों को ड्रेस अप करने में सक्षम भी है। कंपनी के संचालन के पीछे महिलाओं द्वारा वास्तविक मूल्य जोड़ा जाता है।

तारिषी और निवेश ने कारीगर महिलाओं के बोझ को कम करने के लिए अपने कारीगरों को अच्छी तरह से भुगतान करने और उन्हें उनके दरवाजे पर कच्चा माल उपलब्ध कराने के लिए एक बिंदु बनाया है।

वित्तीय वर्ष 2019-20 में Ajoobaa.in का सालाना कारोबार 1.04 करोड़ रुपये है, जो अब 2.45 करोड़ रुपए हो चुका है।

सबसे खूबसूरत बात यह है कि उन्होंने इस तरह के परीक्षण के समय में भी इतनी सारी महिलाओं को काम पर रखा और यह सुनिश्चित किया कि भुगतान नियमित रूप से उन तक पहुंचे।

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