लॉकडाउन के दिन. अप्रैल-मई का महीना. तेज धूप. कोरोनावायरस का डर. कल-कारखाने बंद. रेलसेवा सहित यातायात के सभी साधन ठप्प. इन सब के बीच पैदल अपने घर को लौटते मजदूर. पैसों के अभाव में भूखे प्यासे अपने गांव लौटते मजदूरों की कहानी हम सबने टीवी पर देखी थी. पर मजदूरों की मजबूरी की इस कहानी से फ़र्क पड़ा तो सिर्फ एक इंसान को. वह हैं, बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद.
लॉकडाउन ने अधिकांश लोगों की ज़िंदगी अस्त व्यस्त कर दी है. इन सब की ज़िंदगी वापस से पटरी पर लाने की लगातार कोशिश कर रहे हैं, ब्रदर ऑफ द नेशन बन चुके सोनू सूद. लोगों को उनके घर पहुंचाने से लेकर, ज़रूरतमंदों के घर बनवाने, उन्हें भोजन करवाने, छात्रों को उनकी पढ़ाई में मदद करने, किसी का इलाज कराने या विदेशों में फंसे भारतीयों तक अपनी सहायता पहुंचाने सभी की मदद करने में लगे हैं सोनू सूद.. ऐसा लगता है, हर किसी के समस्या का हल ढूंढकर उसके चेहरे पर मुस्कुराहट वापस लाने की जिम्मेदारी उन्होंने उठा ली है. कह सकते हैं, लॉकडाउन सोनू सूद को लॉक नहीं कर पाया.
25000 से भी अधिक मजदूरों और कई छात्रों को पहुंचाया उनके घर
लोगों के लिए मसीहा बन चुके सोनू सूद ने यह शुरुआत की- लॉकडाउन के दौरान अलग-अलग राज्यों के प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने से। उन्होंने यूपी, बिहार, उड़ीसा, झारखंड, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के लगभग 25000 से भी अधिक मजदूरों को उनके घर भेजने में सहायता की है। साथ ही छात्रों को उनके घर लाने के लिए फ्लाइट की भी व्यवस्था की।
महाराष्ट्र पुलिस को दिया 25000 फेस मास्क शिल्ड
कोरोना महामारी के दौरान अपनी ड्यूटी पर तैनात महाराष्ट्र पुलिस की मदद करते हुए सोनू सूद ने 25000 फेस मास्क शिल्ड दिया जिसके लिए महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें धन्यवाद भी किया।
गरीब किसान के घर भेजवाया ट्रैक्टर
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में आंध्रप्रदेश के एक गरीब किसान (नागेश्वर राव) और उनकी दो लड़कियां खेत जोतते हुए दिखाई दे रही थी। सोनू सूद ने उस वीडियो को देखने के बाद इस किसान के घर ट्रैक्टर भेजवाकर मदद की।
कोरोना महामारी के कारण बहुत सी कंपनियों में काम ना के बराबर हो रहा था जिस वजह से बहुत से लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। उनमें से ही एक है शारदा। दरअसल शारदा एक निजी कम्पनी VirtusaCorp में काम कर रहीं थी। नौकरी छूटने के बाद जीविकोपार्जन के लिए उन्होंने सब्जी बेचना शुरू कर दिया। ट्वीटर के जरिए एक यूजर ने जब शारदा की कहानी सोनू सूद से शेयर की, उन्होंने रीट्वीट करते हुए लिखा कि मेरे अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की है, इंटरव्यू भी हो चुका है और जॉब लेटर भी भेजा जा चुका है। जय हिंद…।
फुटपाथ पर रहने को मजबूर परिवार को दिलाया ख़ुद का घर
अंकित नामक युवक ने ट्विटर पर जब लिखा कि इस गरीब महिला का पति मर चुका है और पैसे ना होने कारण मकान मालिक ने इन्हें घर से बाहर निकाल दिया है। इनके दो बच्चे हैं जिनके साथ यह फुटपाथ पर रहने के लिए मजबूर हैं। सोनू सूद ने इस ट्वीट के जवाब में बताया कि कल इस परिवार को छत का साया मिलेगा और इन दोनों बच्चों के पास ख़ुद का घर होगा।
ऐसे ही राजेश करणम नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने जब सोनू सूद को तेलंगाना के यदाद्री भुवनगिरी जिले के रहने वाले तीन अनाथ बच्चों के बारे में ट्वीट कर बताया और उनके लिए मदद मांगी तो राजेश करणम के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अभिनेता सोनू सूद ने लिखा, ‘वे अब अनाथ नहीं हैं. वे मेरी जिम्मेदारी हैं.’
ट्विटर के माध्यम से लगातार लोग अपनी समस्या का समाधान सोनू सूद से मांग रहे हैं। एक यूजर ने अपनी दोस्त विजेंदर कौर जो कि SGFI नेशनल कराटे प्लेयर हैं के बारे में बताते हुए लिखा कि 7 महीने पहले जनवरी में प्रैक्टिस के दौरान विजेंदर के सीधे पैर के घुटने में इंजरी हो गई थी। आर्थिक हालत ठीक नहीं होने की वजह से सर्जरी नहीं करवा पा रही है। हमने कई जगह मदद मांगी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। कृप्या हमारे देश की बेटी की सहायता करें। इस ट्वीट के जवाब में सोनू सूद ने लिखा कि तुम दुबारा खेलोगी। रिपोर्ट साझा कर दी गई है। एक सप्ताह में तुम्हारी सर्जरी हो जाएगी। अपने पैरों पर खड़े होने के लिए तैयार हो जाओ मेरे दोस्त।
सोनू सूद ने बिहार के दशरथ मांझी के परिवार की आर्थिक मदद करने का भी ऐलान किया।
30 जुलाई को सोनू सूद ने अपना 47वां बर्थडे सेलिब्रेट करते हुए प्रवासियों को तोहफे में 3 लाख नौकरियां देने का ऐलान किया। प्रवासी रोजगार ऐप के जरिए उन्होंने अपनी मदद का दायरा बढ़ाते हुए उनलोगों की मदद करने की कोशिश की है जिन्होंने फिलहाल अपनी नौकरियां खो दी है और पैसों की कमी की वजह से मुसीबत में हैं।
इसी बीच सोनू सूद को हरियाणा के कुछ गरीब बच्चों के पास फोन नहीं होने की वजह से पढ़ाई से दूर रहने की सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत ही इन बच्चों को स्मार्टफोन पहुंचाए और इन बच्चों की पढ़ाई में मदद की।
अब जब जेईई-नीट (JEE-NEET) परीक्षा कराने की बात हो रही है। आवागमन के समस्या की वजह से इस फैसले का देश भर में विरोध हो रहा है। सोनू सूद भी इसका विरोध कर चुके हैं। लेकिन अगर इस बार परीक्षा नहीं हुई तो अगले साल जेईई-नीट में सीट उतनी ही रहेगी और छात्रों की संख्या दुगुनी हो जाएगी। इस बात को मद्देनजर रखते हुए अगर परीक्षाएं होती है तो इसके लिए सोनू सूद ने कहा है कि वह छात्रों को परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचने में मदद करेंगे। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “मैं आपके साथ खड़ा हूं। अगर आप कहीं फंस जाएं तो मुझे बस अपना पता बता देना। मैं आपकी परीक्षा केन्द्र तक पहुंचने में मदद करूंगा।”
“ I N C A S E “ #JEE_NEET doesn’t get
postponed. pic.twitter.com/D2iYzt4wf4— sonu sood (@SonuSood) August 28, 2020
कोरोना काल में अपने इन सभी कार्यों के लिए अभिनेता सोनू सूद लगातार सुर्खियों में है। ऐसे मुश्किल घड़ी में देशवासियों के साथ खड़े रहने के लिए The Logically अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood) की प्रशंसा करता है।