वर्तमान में हिंदुस्तान की बेटियां नित नये मुकाम हासिल करते हुए न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे देश का नाम वैश्विक स्तर पर गौरवान्वित कर रही हैं। इसी श्रृंखला में अब छत्तीसगढ़ के बालोद जिले स्थित दुर्ग के पद्मनाभपुर (Padamanabhpur of Durg in Balod District, Chattisgarh) की रहने वाली सृष्टि बाफना (Srishti Bafna) का नाम भी जुड़ गया है। जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली ISRO(Indian Space Research Center ) की चयन परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त करते हुए अपने परिवार और पूरे छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है।
ISRO परीक्षा में 2 लाख प्रतियोगियों को पछाड़ कर सृष्टि ने पाया प्रथम स्थान
इंडियन स्पेस रिसर्च सेंटर यानि ISRO की यह परीक्षा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित एक वैज्ञानिक (civil) चयन परीक्षा है। इस वर्ष इस परीक्षा में लगभग 2 लाख अभियार्थियों ने भाग लिया था। दुर्ग के पद्मनाभपुर की बेटी सृष्टि बाफना ने इन सभी केंडिडेट्स को पीछे छोड़ते हुए नेशनल लेवल पर पहला रैंक पाया है जो बेशक ही तारीफे काबिल है।
सीएम भूपेश बघेल ने भी की है सृष्टि की सराहना
नेशनल लेवल पर होने वाली ISRO सिलेक्शन एग्ज़ाम में सृष्टि की मेहनत और उनकी सफलता प्राप्ति ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM- Bhupesh Baghel, Chattishargh))को भी बेहद प्रभावित किया है। परिणामस्वरुप, सीएम ने ट्वीट के माध्यम से सृष्टि और उनके परिवार को न केवल बधाई दी है बल्कि उन्हे ‘छत्तीसगढ़ का गौरव’ और ‘देश का अभिमान’ कहकर संबोधित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्रार्थना करने की बात भी कही है। इतना ही नही, संसदीय सचिव एंव रायपुर पश्चिम विधायक विकास दुबे, राज्य महिला एंव बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने भी सृष्टि की इस उपलब्धि पर उन्हे बधाई दी है।
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सृष्टि ने जनरल कैटेगरी में प्रथम स्थान पाया है
यूं तो यह परीक्षा वर्ष 2020 में रखी गई थी लेकिन कोविड महामारी की वजह से इंटरव्यू आयोजित नही हो पाये थे। इसके चलते इस साल 5 फरवरी को साक्षात्कार का आयोजन किया गया और फाइनल रिज़ल्ट आने पर सृष्टि के प्रथम स्थान प्राप्त करने की जानकारी उनके परिवार को मिली। बता दें कि उन्होंने जनरल कैटेगरी में प्रथम स्थान पाया है।
सृष्टि सिविल इंजीनियरिंग में स्पेशलाइज़ड हैं
सृष्टि सिविल इंजीनियरिंग में स्पेशलाइज़ेशन कर चुकी हैं इसीलिए वो इस एग्ज़ाम के लिए अपीयर हुई थीं। भारत में गत वर्ष लगभग 1 लाख 80 हज़ार कैंडिडेट्स ने यह एग्ज़ाम दिया। लिखित परीक्षा उपरांत इंटरव्यू के लिए 124 प्रतियोगी सिलेक्ट हुए थे। सिलेक्शन प्रोसेस के लास्ट स्टेप पर 11 लोगों को सिलेक्ट किया गया, जिसमें सृष्टि बाफना ने नेशनल लेवल पर फर्स्ट रैंक पाया है।
बचपन से ही स्पेस रिसर्च फील्ड में रुचि रखती हैं सृष्टि
सृष्टि एक मिडिल क्लास फैमिली से संबंध रखती हैं। जहां उनके पिता मोती बाफना एक बिजनेसमैन हैं और उनकी मां प्रभा बाफना एक होम मेकर हैं। बचपन से ही सृष्टि का रुझान स्पेस रिसर्च फील्ड में रहा है जिसकी वजह से वो पिछले कई सालों से ISRO की चयन परीक्षा की तैयारी में जुटी थीं। फलस्वरुप, उनकी मेहनत ने उन्हे पूरे देश में पहला नंबर दिलवाया है।
सृष्टि हमेशा से ही एक इंटेलिजेंट स्टूडेंट रही हैं
12वीं की परीक्षा के बाद BIT दुर्ग (BIT, Durg) से सृष्टि ने सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री ली है। तदुपरांत, IIT दिल्ली (IIT, Delhi) से M.Tech किया है। सदा से ही मेधावी इस छात्रा ने महावीर विद्यालय दुर्ग से हिंदी मीडियम में 12वीं तक की पढ़ाई की है। इतना ही नही, दसवीं और बाहरवीं दोनों ही परीक्षाओं में सृष्टि ने स्टेस लेवल पर 8वां रैंक हासिल किया था। उसी का परिणाम है कि आज वो नेशनल लेवल पर Indian Space Research Center की इस परीक्षा में प्रथम स्थान पर उत्तीर्ण हुई हैं। इसके अतिरिक्त, सृष्टि का चयन दिल्ली मैट्रो(Delhi Metro) और कोल इंडिया(Coal India) में भी हो चुका है। उनकी योग्यता की सूची यहीं खत्म नही होती है। बता दें कि सृष्टि ने संगीत में रुचि के चलते खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय (Kheragarh University) से डिप्लोमा भी लिया है।