Home Startup Story

उम्र के 62वें पड़ाव पर कोमला देवी ने शुरू किया अपना स्टार्टअप, हर्बल ब्यूटी प्रोडक्ट्स द्वारा बना रहीं अपनी पहचान

साल 1985 में फिल्मों, दूरदर्शन के धारावाहिकों और आवाज की डबिंग में अभिनय करने वाली कोमला देवी (Komala Devi) ने अपने जीवन में आगे बढ़ने का फैसला किया क्योंकि वे हमेशा आर्थिक रूप से स्वतंत्र रहना चाहती थीं।

इसके अलावा वे अन्य महिलाओं की मदद भी करना चाहती थीं। वे एक आर्मी ऑफिसर की वाइफ थीं। साथ ही किसी भी तरह की आर्थिक परेशानी से बचने के लिए वे अपना ब्यूटी पार्लर चला रही थी।

startup story of venika herbal products of Komala Devi

पार्लर बंद कर जीवन का आनंद लेने गई कनाडा

कोमला बताती हैं कि एक समय था, जब मेरे पति पोस्टिंग पर नहीं थे और मुझे अपने बच्चों के लिए माता और पिता दोनों बनना पड़ता था। मेरे बच्चों ने अच्छी पढ़ाई की और आगे की पढ़ाई के लिए विदेश चले गए। ऐसे में जीवन का आनंद लेने और आराम करने के लिए उन्होंने अपना पार्लर बंद कर अपने बेटे के साथ रहने के लिए कुछ समय के लिए कनाडा चली गई।

लैंडमार्क फोरम के जरिए मिली नई दिशा

भारत लौटने पर कोमला के छोटे बेटे ने लैंडमार्क फोरम में दाखिला लिया, जिससे उन्हें जीवन में एक नई दिशा मिल गई। कोमला कहती हैं कि जब मैं सौंदर्य सेवाएं प्रदान करती थी, उस समय मुझे 21 जड़ी-बूटियों पर आधारित सूत्र मिला था। जिसमें आंवला, ब्राह्मी और अन्य जड़ी-बूटियां शामिल थीं। जिससे रूसी और बालों के झड़ने की समस्याओं को रोका जा सकता है।

आयुर्वेद आधारित हर्बल उत्पादों पर करती हैं विश्वास

कोमला स्वस्थ रहने के लिए सदैव आयुर्वेद आधारित हर्बल उत्पादों पर विश्वास किया है। इस प्रकार उन्होंने हर्बल उत्पादों के निर्माण और बिक्री में अपना उद्यम शुरू किया। साल 2015 में कोमला को अपना खुद का उद्यम मिला, जो 100 प्रतिशत हर्बल और प्रिजर्वेटिव-मुक्त उत्पादों का इस्तेमाल करता था।

यह भी पढ़ें :- ऑनलाइन डीजल बेचने के स्टार्टअप से करोड़ों की कम्पनी खड़ी करने की कहानी, पहले प्राइवेट कंपनी में तीनों दोस्त काम करते थे

अपना कारोबार चलाना एक चुनौती

एक उद्यम चलाना किसी चुनौती से कम नहीं होता, लेकिन वे हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार थी क्योंकि उन्हें एक सफल व्यवसाय बनाने का जुनून था।

बेटों ने क्षमता का एहसास कराया और उन्हें प्रेरित किया

सरकार ने 60 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों का दर्जा दिया है, जबकि कोमला देवी (Komala Devi) हर दिन 18 घंटे काम करती हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और ग्राहक संतुष्ट रहे।

परिवार ने दिया साथ

इस सफर में कोमला का परिवार तथा कई अन्य महिलाओं ने भी उनकी मदद की। कोमला कहती हैं कि मेरे पास हमेशा कौशल था क्योंकि मैंने इसे बहुत कम उम्र में सीखा था, लेकिन मेरे बेटों ने मुझे अपनी क्षमता का एहसास करने और वेनिका हर्बल प्रोडक्ट्स के साथ शुरुआत करने के लिए प्रेरित किया।

महिलाओं का जीवन रोशन करना चाहती हैं

कोमला बताती हैं कि मैंने अभी शुरुआत की और चीजें मेरे रास्ते में आने लगीं। वे खुद को भाग्यशाली मानती हैं, जो उन्हें तेलंगाना सरकार के ‘हर एंड नाउ’ एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम का हिस्सा बनने का मौका मिला। – startup story of venika herbal products of Komala Devi

महिलाओं के लिए करना चाहती हैं कुछ

कोमला कहती है कि सुबह का सूरज उगता हैं, तो उसकी किरणें सभी को रोशन करती हैं। ठीक उसी प्रकार मैं भी महिलाओं की मदद करना चाहती हूं और अपनी क्षमता से उनके जीवन को रोशन करना चाहती हूं।- startup story of venika herbal products of Komala Devi

बिहार के ग्रामीण परिवेश से निकलकर शहर की भागदौड़ के साथ तालमेल बनाने के साथ ही प्रियंका सकारात्मक पत्रकारिता में अपनी हाथ आजमा रही हैं। ह्यूमन स्टोरीज़, पर्यावरण, शिक्षा जैसे अनेकों मुद्दों पर लेख के माध्यम से प्रियंका अपने विचार प्रकट करती हैं !

Exit mobile version