सर्दियों के दौरान दादी – नानी के हाथों के बने तिल के लड्डू घर की अलमारी में ऐसे रख दिए जाते थे मानो दुनिया भर के पकवानों के सामने उसका मूल्य सबसे अधिक हो। आखिर गुड़ में बांधे गए तिल की खुशबू के सामने हमें खाना पीना भी कहां याद रहता था। कुछ यही खासियत थी उन तिल के लड्डुओं की जिससे हमारे बचपन के सर्दियों की मीठी यादें जुड़ी हुई है।
बहरहाल, समय बदल चुका है अब हम आधुनिक जीवनशैली को अपना चुके है। हम खुद बदल गए हैं तो जाहिर है खानपान में बदलाव भी लाजमी है। अब सर्दियां तो आती हैं लेकिन छत पर लड्डुओं के लिए तिल नहीं सुखाई जाती।आधुनिकता की चादर तले सबकुछ उपभोक्तावादी बाज़ार में मौजूद भी। हालांकि पैकेट के तिल के लड्डू में वो बात नहीं! लेकिन मजबूरी ही कहिए की हम इन्हें खरीद कर स्वाद चख लेते हैं।
तो आइए आज आपको तिल के लड्डू (तिलकुट) बनाने की आसान विधि बताते हैं ताकि आप घर पर ही आसानी से इसे बना सकें।
आवश्यक सामग्री –
तिल – 2 कप (250 ग्राम)
गुड़ – 1 कप (250 ग्राम)
काजू- 2 टेबल स्पून
बादाम- 2 टेबल स्पून
छोटी इलाइची – 7 से 8 (पिसी हुई)
घी – 2 छोटी चम्मच
पहले तिल को अच्छी तरह साफ कर लीजिये।
तिल भूनिए
तिल भूनने के लिए भारी तले की कढ़ाई लेकर गरम कीजिये, मीडियम आग पर, लगातार चमचे से चलाते हुये, तिल को हल्के ब्राउन होने तक( तिल हाथ से मसले तो चूरा होने लगे) भून लीजिये।
नोट – ध्यान रहें तिल बहुत जल्दी जल जाते हैं, ध्यान रहे कि तिल जले नहीं, जलने पर इनका स्वाद कड़वा हो जायेगा। भुने तिल को एक प्लेट में निकालकर थोड़ा सा ठंडा कर लीजिए।
तिल पीसिए
भुने तिल से आधे तिल हल्का सा कूट लीजिये या मिक्सी से हल्का सा चलाकर दरदरा कर लीजिये। साबुत और हल्के कुटे तिल मिला दीजिये
गुड़ पिघलाइए
इसके बाद गुड़ को तोड़कर छोटे छोटे टुकड़े कर लीजिये. कढ़ाई में एक चम्मच घी डालकर गरम कीजिये, गुड़ के टुकड़े डालिये और बिलकुल धीमी आग पर गुड़ को पिघला लीजिये, गुड़ पिघलने पर आग तुरन्त बन्द कर दीजिये। इसी दौरान, काजू और बादाम काट भी लीजिए।
गुड़ में सभी सामग्रियां मिक्स कीजिए
गुड़ के जरा से ठंडा होने के बाद इसमें भुने कुटे हुये तिल अच्छी तरह मिलाइये। फिर, इसमें काजू बादाम और इलाइची का पाउडर भी मिक्स कर दीजिए. गुड़ तिल के लड्डू बनाने का मिश्रण तैयार है। इसे कढ़ाई से एक प्लेट में निकाल लीजिए और जरा सा ठंडा होने दीजिए।
लड्डू बांधिए
हाथ को घी लगाकर चिकना कीजिये, मिश्रण से थोड़ा थोड़ा मिश्रण, लगभग एक टेबल स्पून उठाइये (लड्डू गरम मिश्रण से ही बनाने पड़ते हैं, मिश्रण ठंडा होने पर जमने लगता है और लड्डू बनाना मुश्किल होता है)। गोल लड्डू बनाकर थाली में लगाइये, सारे मिश्रण से लड्डू बनाकर थाली में लगा लीजिये।
अब आपके तिल गुड़ के लड्डू तैयार हैं, आप ये स्वादिष्ट लड्डू अभी खा सकते हैं।
तैयार लड्डू को 4-5 घंटे खुले हवा में छोड़ दीजिये, लड्डू खुश्क होने के बाद आप उन्हें एअर टाइट कन्टेनर में भर कर रख लीजिये और जब भी आपका मन करे, 3 महिने तक कन्टेनर से लड्डू (Tilkut) निकालिये और खाइये। आप बिना मेवे और इलाइची डाले भी परंपरागत तरीके से तिल गुड़ के लड्डू बना सकते हैं.
तिल के फायदे
तिल गुड फैट से भरपूर होते हैं, इनमें मुख्य रूप से पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (PUFA) होता है, जो ब्लड कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर घटाने में मददगार हो सकता है और इसीलिए कुछ स्टडीज के मुताबिक तिल का सेवन कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों और कैंसर से बचाव में अहम हो सकता है।
वीडियो में देखें तिलकुट बनाने की विधि –
तिल में मैग्नीशियम भी होता है, जो नॉर्मल ब्लड प्रेशर लेवल बनाए रखने में मदद करता है।
तिल में आवश्यक फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाने के अलावा कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं।
तिल में जिंक पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत करता है और बोने डेंसिटी बढ़ाता है.
लो कार्बोहाइड्रेट और हाई प्रोटीन और हेल्दी फैट मौजूद होने के नाते तिल ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार हो सकता है।
प्लांट बेस्ड प्रोटीन के लिए तिल सबसे बेहतर है, 30 ग्राम तिल से 5 ग्राम प्रोटीन मिलता है। तिल में मौजूद प्लांट कंपाउंड और विटामिन E एंटीऑक्सीडेंट्स की तरह फंक्शन करते हैं, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ते हैं।
तिल में भरपूर विटामिन B कॉन्टेंट स्किन के लिए अच्छा होता है।