आमतौर पर ग्रामीण इलाके में लोग खेती-बाड़ी, पशुपालन या छोटी-मोटी दुकानें ही उनकी आजीविका का साधन होता है। लेकिन अब समय बदलने के साथ-साथ गांव के घर-घर में अखबार पढ़ा जा रहा है, लोग नए-नए चीजों के बारें में जान रहे हैं जिससे उनमें जागरुकता फैल रही हैं। इसके अलावा घर का हर सदस्य स्मार्ट्फ़ोन चला रहा है जिससे उन्हें अधिक आधुनिक जानकारियां मिल रही है जैसे ऑनलाइन कोर्स मटेरियल, व्यापार के अलग-अलग तरीके और फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब से पैसे कमाने के तरीके आदि।
यदि यूट्यूब से पैसे कमाने के बारें में बात की जाए तो ऐसे अनेकों लोग हैं जो अपनी कला का प्रदर्शन करके कंटेंट क्रिएट करते हैं और से यूट्यूब पर अपलोड करके घर बैठे अच्छी कमाई कर रहे हैं। इसी कड़ी में यह लेख एक Youtubers वाले गांव के बारें में जहां के लोग खेती-बाड़ी नहीं बल्कि वीडियो बनाकर कमाई करते हैं। Story Of Chhattisgarh Youtubers Village Tulsi.
छत्तीसगढ़ का Youtubers Hub गाँव
आधुनिक युग में सोशल मीडिया अब कमाई का जरिया भी बन गया है। आजकल लोग अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर विडियों अपलोड करके पैसे कमा रहे हैं जैसे Youtube से पैसे कमाना। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया है जहां लोग अब पढ़ाई के साथ-साथ पैसे भी कमा रहे हैं। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी एक YouTubers Hub है जिसका नाम तुलसी (Tulsi Village) है। हालांकि, यह एक गांव है जिसकी 3000 की आबादी में से 1000 लोग यूट्यूब के कन्टेंट क्रियेशन से जुड़े हुए हैं।
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दो दोस्तों ने सरकारी नौकरी छोड़ शुरु किया यूट्यूब चैनल
एक तरह देश के अधिकांश युवा सरकारी नौकरी के पीछे भाग रहा है, वहीं इस गांव के दो दोस्त ज्ञानेंद्र शुक्ला और जय वर्मा ने अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर Youtube Channel शुरु किया। इसके पीछे की वजह यह है कि, ज्ञानेन्द्र SBI में नेट्वर्क इन्जीनियर के पद पर कार्यरत थे और जय वर्मा कोचिंग में बतौर शिक्षक बच्चों को पढ़ाने का काम करते थे।
नौकरी के दौरान अक्सर ज्ञानेन्द्र YouTube वीडियोज देखते थे। वीडियो देखते-देखते उन्हें भी नौकरी छोड़ वीडियो बनाने का फैसला किया। उसके बाद उन्होंने अपने दोस्त जय वर्मा के साथ मिलकर यूट्यूब पर अपना चैनल शुरु किया। उनके Youtube channel पर सब्सक्राइबर की संख्या 1.15 लाख से अधिक है और अभी तक दोनों दोस्तों ने साथ मिलकर 250 वीडियोज बना चुके हैं।
रामलीला ने दूर कर दी हिचकिचाहट
एक तरफ जहां लोग सरकारी नौकरी करना चाहते हैं वहीं यदि कोई अपनी सरकारी जॉब छोड़ दे तो समस्या खड़ी होना लाजमी है और खासतौर पर उस समय जब नौकरी छोड़ वीडियो बनाने की बात हो। ज्ञानेन्द्र शुक्ला बताते हैं कि, वीडियो बनाने के शुरुआती दौर में अभिनय करने में उन्हें हिचकिचाहट होती थी जिससे वे लोगों के सामने एक्टिंग नहीं कर पाते थे। लेकिन एक बार जब ग्रामीणों के कहने पर उन्होंने रामलीला में भाग लिया उसके बाद एक्टिंग से उनकी हिचकिचाहट हमेशा के लिए दूर हो गई।
ज्ञानेन्द्र शुक्ला ने 9 से 5 की नौकरी के दौरान कई सारी अलग-अलग वीडियोज देखते थे लेकिन उन्हें एक्टिंग के बारें में अधिक जानकारी नहीं थी। लेकिन रामलीला में भाग लेने के बाद उन्हें अभिनय के बारें में काफी कुछ जानकारी हो गई। वर्तमान में गांव के अधिकांश लोग वीडियो बनाकर अच्छी कमाई कर रहे हैं। Story of Chhattisgarh Youtubers Village Tulsi.
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वीडियो बनाकर हो रही है अच्छी कमाई
जय वर्मा का कहना है कि M.Sc. की पढ़ाई करने के बाद कोचिंग में पढ़ाकर पहले महिने में सिर्फ 12 से 15 हजार रुपये की ही आमदनी होती थी लेकिन अब वीडियो बनाकर वे हर महीने 30 से 35 हजार रुपये की कमाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि, दोनों दोस्त को वीडियो बनाते देखकर अब गाँव के भी अधिकांश लोग वीडियो और रील्स बनाते हैं।
महिलाएं बहुत कुछ कर सकती हैं
Youtube के माध्यम से अब छत्तीसगढ जिसे नक्सल प्रभावित इलाका कहा जाता है, वहां की महिलाएं भी अब निकलकर बाहर आ रही हैं। यूट्यूबर पिंकी साहू ने बताया कि वह लगभग डेढ़ सालों से वीडियो बना रही हैं और लगभग 40 चैनल्स है जिसमें सभी लोग सम्मिलित होकर वीडियो बनाता है। हालांकि, वहां महिलाओं के बाहर निकलने पर पाबंदी है लेकिन Youtube के जरिये उन्हें मालूम चला कि लड़किया बहुत कुछ कर सकती हैं।
वास्तव में जिसके पास कोई भी एक कला हो तो वह भी पैसे कमा सकता है। उम्मीद करते हैं छत्तीसगढ (Chhattisgarh) के इस अनोखे गांव (Tulsi Village) के बारे में जानकारी अच्छा लगा होगा ऐसे ही आने आर्टिकल पढ़ने के लिए The Logically के साथ जुड़े रहे।