कुछ लोगों का शौक बचपन से हीं पुराने चीजों पर अपनी कलाकारी दिखाकर नया बनाने की होती है और उन्हें चीजों को जोड़-तोड़कर नया निर्माण एवं रंगों का मिक्स मैच करना भी बेहद पसंद होता है। उन्हीं लोगों में से एक हैं राखी गुप्ता जो फैशन डिजाइनर हैं और उन्होंने 7 बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।
साइंस के प्रोजेक्ट में साइंस नहीं बल्कि मॉडल से जुड़ी जानकारियां थी
राखी गुप्ता (Rakhi gupta) उस वक्त 11 वर्ष की थी जब स्कूल के दौरान हुई गर्मी छुट्टी में शिक्षक ने बच्चों को एक प्रोजेक्ट के निर्माण के बोला। स्कूल ओपन होने के उपरांत सभी बच्चे अपने-अपने प्रोजेक्ट के साथ स्कूल प्रवेश किए। राखी ने भी अपना प्रोजेक्ट लिया और स्कूल गई। सारे बच्चों के प्रोजेक्ट चेक किए गये और राखी की भी हुई और तारीफ की गई। लेकिन अंतर इतना ही था कि बाकी बच्चों को प्रोजेक्ट रख लिया गया और राखी को उनका प्रोजेक्ट दे दिया गया। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times
मां हुई हैरान
जब वह अपने प्रोजेक्ट लेकर घर आई तो मां ने पूछा कि तुम्हारा प्रोजेक्ट क्यों नहीं जमा किया गया? जब उन्होंने उनकी डायरी एवं प्रोजेक्ट देखें तो उन्हें सारी सच्चाई सामने देखी कि आखिर राखी का प्रोजेक्ट क्यों नहीं जमा हुआ? दरअसल प्रोजेक्ट साइंस का था और उन्होंने कुछ अलग ही कलाकारी दिखाई थी। उस वक्त फैशन वीक चल रहा था और राखी ने अपने प्रोजेक्ट में न्यूज पेपर से बहुत ही ड्रेस कटिंग कर लगाया था और नीचे सारी विस्तृत जानकारी भी डाली थी। जैसे ये ड्रेस किस मॉडल ने पहना था किसने इस ड्रेस को बनाया था इत्यादि। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name in Limca Book of Records 7 times
घरवालों की चाहत से अलग राखी की चाहत
वह बताती हैं कि जब मैंने दसवीं की शिक्षा संपन्न कर ली उसके उपरांत मेरे घर वालों ने मुझसे कहा कि तुम साइंस सब्जेक्ट लेकर पढ़ाई करो। उनके पिता का नाम डॉ. एस. सी. गुप्ता है जो मनोचिकित्सक हैं। वहीं उनके भाई-बहन भी डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे थे और उनके पापा को यह उम्मीद था कि राखी भी डॉक्टर ही बनेंगी। राखी बताती है कि मैं उस वक्त नहीं जानती थी कि मुझे आगे चलकर क्या बनना है परंतु यह निश्चित था कि मैं डॉक्टर नहीं बन पाऊंगी। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times
लिया कॉमर्स सब्जेक्ट
मुझसे मेरे पापा ने कहा कि फॉर्म में साइंस भरना परंतु मैंने कॉमर्स भर दिया। जब मैं एडमिशन करा कर घर गई तो पापा ने पूछा कि आखिर तुमने कॉमर्स को क्यों चुना? तो मैंने उन्हें बताया कि अगर मैं कॉमर्स से पढ़ाई करूंगी तो नौकरी के बहुत से स्कोप मिलेंगे। उन्होंने बताया कि मैं सीए बन सकती हूं, हालांकि उनके पेरेंट्स इससे प्रभावित हुए और वह फ्री हो गईं। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times
सीए के परीक्षा में नहीं लिखा कुछ भी
अभी 12वीं पूरी नहीं हुई थी तभी उनके पापा ने उनके लिए सीए के एंट्रेंस एग्जाम की किताबें ला दीं। उन्होंने जी तोड़ मेहनत की हालांकि उनका ध्यान रंग-बिरंगे कपड़ों और वॉक करती हसीनाओं की ओर अग्रसर था परंतु वह सीए के एग्जाम में फंसी हुई थी। जब एग्जाम प्रारंभ हुआ तो उन्होंने सारे क्वेश्चन सॉल्व नहीं किए और घर आ गईं। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times
सुनना पड़ा डांट
रिजल्ट में उन्हें असफलता हासिल की। वह बताती हैं कि इससे मुझे तनिक भी अफसोस नहीं हुआ क्योंकि मैं अच्छी तरह जानती थी कि पेपर में क्या लिखा गया है और कितने क्वेश्चन छोड़े गए हैं?? इस असफलता से मेरे पापा मुझ पर भड़क गए और उन्होंने पूछा कि आखिर ऐसा क्यों हुआ मैंने उन्हें सारी सच्चाई बता दी जिस कारण मुझे डांट भी सुननी पड़ी। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times
इस तरह मिला सही रास्ता
वह बताती हैं कि मेरी एक सहेली में देश की राजधानी दिल्ली में नामांकन कराया था हॉस्टल में स
शिफ्ट होने से पूर्व वह राखी से मिलने भी आई थी। उस वक्त यह प्लान हुआ कि मैं अपने दोस्त के साथ दिल्ली जाऊंगी और यही किसी कॉलेज में एडमिशन लेकर पढूंगी। मैं दिल्ली चली भी गई और वहां एक यूनिवर्सिटी में पहुंची। दिल्ली में मेरी दोस्त एंट्रेंस एग्जाम में क्वेश्चन सॉल्व कर रही थी और मैं बाहर बैठकर उसके आने का इंतजार। उस दौरान मेरी नजर उस बोर्ड पर पड़ी जहां यह लिखा गया था कि यहां कौन-कौन से विषय पढ़ाए जाते हैं। वहां फैशन डिजाइनिंग के बारे में भी लिखा गया था अब उन्होंने इसके लिए फॉर्म भरा और एंट्रेंस एग्जाम दिया। वर्ष 2009 में उनकी फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई संपन्न हो गई। पढ़ाई के दौरान उन्होंने अपने यूनिवर्सिटी में बहुत से फैशन शो किए जिसमें उनके द्वारा निर्मित डिजाइन तारीफ की गई।
पिता के डेथ से हुई हताश
जब वह बैचलर ऑफ फैशन डिजाइनिंग के लास्ट ईयर में थीं तब उनके पापा का इंतकाल हो गया जिससे वह बहुत हताश हुईं और उनकी जिंदगी बेरंग हो गई। कई महीनों तक वह यूनिवर्सिटी में नहीं गई तब उनकी मां ने उनका सपोर्ट किया और यह याद दिलाया कि मैं रंगों की दुनिया के लिए कितना जागरूक रहती थी। वह फिर अपनी दुनिया में वापस लौट आई एवं फिर पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा वह प्रतिदिन कुछ ना कुछ नया ही करती हैं।
7 बार हुआ लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज
वह बताती हैं कि फैशन की दुनिया बहुत ही तेजी से परिवर्तित होती है यहां प्रतिदिन कुछ-ना-कुछ नया कलाकारी होते रहता है। उन्होंने बताया कि मैंने शुरूआती दौड़ में पारंपरिक परिधान में विशेषकर विवाह के कपड़ों का डिजाइनिंग किया है। वह बताती हैं कि मुझे आगे चलकर यह जानकारी मिली की फैशन सिर्फ कपड़ों तक ही सीमित नहीं होता बल्कि हम इसे साइंस एवं आर्ट के जरिए अपने चमत्कार को अन्य लोगों को दिखा सकते हैं। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times
अब उन्होंने वैक्स एवं कोयला से दो ऐसी ड्रेस का निर्माण किया जिसके बारे में शायद ही किसी ने कभी कल्पना किया हो। अब इनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। राखी की काफी सराहना की गई जिससे उनका मनोबल बढ़ा। उन्होंने एक बार फिर फेविकोल ड्रेस, प्योर गोल्ड लिव्ज लहंगा, वाइट सीमेंट से 2 पीस ड्रेस, साबुन का इस्तेमाल कर सारी एवं वैक्स साड़ी का निर्माण किया। इसकी खास बात यह है कि उनके द्वारा बनाए गए ड्रेस को सभी पहन सकते हैं। इन सारी ड्रेस के कारण ही उन्होंने अपना नाम 7 बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया है। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times
भारतीय संस्कृति को ध्यान में रखकर किया निर्माण
अब वह अपने देश के लोक कला एवं संस्कृति को महत्व देते हुए डिजाइन करने में लगी हैं। वर्तमान में साड़ी ऑफ यूनिटी, डिजाइन की टेक्सटाइल मिनिस्ट्री में एग्जीबिशन में लगी हुई है। यहां आने वाले व्यक्तियों ने उनके द्वारा बनाई गई साड़ी की काफी तारीफ की है। वह कहती हैं कि हमारे देश की पहचान यहां की संस्कृति परंपरा एवं रीति रिवाजों से ही है तो इसीलिए क्यों ना ऐसा कुछ किया जाए जिससे यहां की परम्परा बनी रहे। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times
मास्क पहन कर किया वॉक
हम सभी इस बात से परिचित हैं कि किस तरह कोरोनावायरस ने पूरे विश्व मे तहलका मचा रखी है। हालांकि हमारे देश में उस वक्त कोई भी कोविड-19 केस नहीं आया था। कोविड-19 को लेकर लोगों को अवेयर करने के लिए उन्होंने 8 मार्च 2020 को बेंगलुरु फैशन वीक में हिस्सा लिया यहां मॉडल को मास्क पहनाकर रैंप वॉक कराया गया। मास्क पहनकर वॉक करने वाली में वह पहली फैशन डिज़ाइनर थी। बहुत से लोगों ने इसका मजाक बनाया उस दौरान किसी ने भी नहीं सोचा था कि हमारा देश भी इस वैश्विक महामारी से जूझेगा। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times
राखी को नारी सशक्तिकरण पुरस्कार एवं वरिष्ठ नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है
वैसे तो राखी का जीवन काफी व्यस्त है परंतु उन्हें जब भी फुर्सत मिलती है तो वह वृद्धा आश्रम एवं अनाथालय जरूर जाती है। वह कहती हैं कि मुझे बुजुर्गों एवं बच्चों के साथ समय व्यतीत कर के बहुत ही सुकून मिलता है। वह वृद्धाश्रम की नानी और दादी को उनके पसंद की साड़ियां देती हैं। वही बच्चों के लिए चित्रकला कंपटीशन का आयोजन भी कराते हैं जो बच्चे इसमें सफलता हासिल करते हैं उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है और पढ़ने लिखने के साथ खाने-पीने की चीजें दी जाती हैं। राखी को उनके इस योग दान के लिए नारी सशक्तिकरण पुरस्कार एवं वरिष्ठ नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times
आज राखी उन सभी लड़कियों के लिए उदाहरण बनी हैं जो अपने रुचि के क्षेत्र को चुनते हैं उसमें अपनी एक अलग पहचान बनाते हैं। -Rakhi Gupta, who created her own identity in the field of fashion designing and entered the name Limca Book of Records 7 times