किसी ने सही कहा है, भारत गाँवो में बसता है क्योंकि यहां मौजूद सभी गांवों की अपनी अलग-अलग विशेषताएं हैं और उनकी विशेषताएं ही उन्हें अलग पहचान देती है। यहां के गाँव अपने अंदर कई राज समेटे हुए है और उसी में से एक गांव ऐसा है जो साल में केवल एक माह के लिए ही दिखाई देता है। चलिए जानते हैं इस अनोखे गांव के बारें में विस्तार से-
कहां स्थित है है यह अनोखा गांव?
हम जिस गांव के बारें में बात कर रहे हैं उसका नाम कुर्डी (Kurdi) है और यह पर्यटकों के बीच मशहूर पर्यटन स्थल गोवा (Goa) में स्थित है। यह गांव पूरे वर्ष में केवल मई महीने में भी दिखाई देता है और बाकी समय अदृश्य रहता है।
क्या है इस अनोखे गांव की कहानी?
दरअसल, यह घटना 1980 की है जब दक्षिण गोवा में पानी की भारी कमी होने लगी। ऐसी स्थिति में लोगों को पानी मुहैया कराने के लिए डैम बनाने की योजना तैयार हुई और 1986 में डैम का निर्माण हुआ। डैम बनाने से पहले 5 किमी के क्षेत्र को खाली कराना पड़ा क्योंकि आह क्षेत्र बांध अर्थात डैम का जलग्रहण क्षेत्र था।
यह भी पढ़ें:- आ गया स्मार्ट फोन से चलने वाला पंखा, अब सफर के दौरान भी मिलेगी AC जैसी ठंडक
इसी क्षेत्र में कुर्डी गांव भी स्थित जहां 634 परिवार था। डैम बनाने के लिए इन सभी परिवारों को कुर्डी से हटाकर दूसरे जगह बसाया गया। हालांकि, लोग तो गाँव खाली करके चले गए लेकीन यहां उनके मकान, दुकान, कल-कारखाने और उन सबकी यादें रह गईं।साल के मई महीने डैम का पानी सुखने पर यह गांव साफ-साफ दिखाई देने लगता है।
बाँध का पानी सुखने के बाद जब गांव दिखाई देने लगता है गांव के निवासी अपने पुराने घर और पुरानी यादों को देखने, महसूस करने के लिए आते हैं। गांव की यह कहानी अब मशहूर हो गई है जिस वजह से यह पर्यटकों के लिए भी पसंदीदा जगह बन गया है। इसी के साथ पर्यटक सलौलीम बाँध को देखने के लिए भी आते हैं।