झारखंड की राजधानी रांची में उस वक्त लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई जब आसमान में एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। दरअसल ये नजारा सूर्य को लेकर था जिसमें सूर्य के चारों ओर बने एक ड्रिंक जैसा आकार ने लोगों को बेहद हैरत में डाल दिया। ऐसा लग रहा था मानो किसी ने सूर्य को एक घेरे में कैद कर लिया हो। वहां के लोगों सहित सोशल मीडिया पर इसे लेकर काफी चर्चाएं होने लगी और हो भी क्यों ना आखिर आसमान में दिखने वाला नजारा ही कुछ ऐसा था। आईए जानते हैं इसके पीछे के रहस्य को…
यह नजारा 26 अप्रैल को रांची में सुबह 11:00 बजे दिखा जब लोगों ने देखा कि सूरज के चारों ओर एक बड़ा सा गोला बन गया है मानो कोई रिंग हो और उसमें सूरज कैद हो गया हो। यह खबर धीरे-धीरे फैलने लगी और सोशल मीडिया पर खूब वायरल होने लगी। लोग अपनी छत पर पहुंचकर आसमान का नजारा देखने लगे। दरअसल यह घटना खगोलीय विज्ञान से जुड़ा हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि सूरज के चारों ओर एक नीला और लाल रंग का आकार देखा गया जिसे हम खगोलीय विज्ञान में “22 डिग्री सर्कुलर हलो” कहते हैं। ऐसा तब होता है जब सूरज और चंद्रमा की किरणें बादलों में मौजूद षट्कोणीय बर्फ क्रिस्टलों से अपवर्तित हो जाती है। इसके मुख्य कारण के बारे में बताते हुए अभिषेक आनंद कहते हैं कि क्रिस्टल पर सूर्य की किरणें का परावर्तन होना ही इसका कारण है।
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बर्फ क्रिस्टल वायुमंडल में धरती से लगभग 5-10 किलोमीटर पर लटकी हुई अवस्था में रहते हैं। जिस तरह का नजारा रांची में दिखा वह बारिश होने की ओर इशारा करता है। जब कभी भी सूरज और चंद्रमा के चारों ओर रिंग जैसा नजारा दिखता है तो ऐसा माना जाता है कि बरसात होने वाली है। ऐसा नजारा बारिश या तूफान के पहले या बाद में दिखाई देता है। यह रिंगनुमा आकार 22 डिग्री का होता है जिसके कारण हीं इसे “22 डिग्री सर्कुलर हलो” कहा जाता है।