हमारे जीवन में लकड़ियों का बहुत महत्व होता है। घर की कई जरूरत की चीजों से लेकर उसके साज-सज्जा हेतु लकड़ियों की जरूरत पड़ती है। घर में बने फर्नीचर, दरवाजे, खिड़कियां, टेबल, पलंग इत्यादि सभी लकड़ियों से हीं बने होते हैं। सभी चीजों में जिन लकड़ियों का इस्तेमाल होता है वह विभिन्न प्रकार के होते हैं। कुछ सस्ते होते हैं तो कुछ औसतन मंहगे होते हैं तो कुछ बहुत हीं महंगे होते हैं।
आज हम लकड़ियों से संबंधित कुछ ऐसी ही जानकारियां आपको देने जा रहे हैं कि कौन सी लकड़ियां सबसे ज्यादा मजबूत होती हैं जिससे आपको घर के फर्नीचर से संबंधित किसी भी चीज बनाने में आसानी हो…
जब कभी हम घर में फर्नीचर का काम करवाते हैं तो हम इस बात का हमेशा ध्यान रखते हैं कि फर्नीचर में प्रयोग लाने वाली लकड़ियां मजबूत हो और वह सालों-साल टीका रहे। इस पर कई शोध किया गए हैं जिसमें एक शोध के अनुसार शीशम की लकड़ी सबसे ज्यादा मजबूत होती है जिसके कारण हीं शीशम की लकड़ी बहुत महंगी भी होती है।
देवदार की लकड़ियां बेहद मजबूत होती है। इसका प्रयोग ज्यादातर फर्नीचर बनाने के काम में आता है। देवदार के वृक्ष किसी भी मिट्टी में उगाया जा सकता है। इसका सांस्कृतिक और भौगोलिक बहुत महत्व है। हिमाचल प्रदेश के वृक्षों में इसका प्रमुख स्थान है। देवदार का वृक्ष खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में मिलते हैं जो 3500-12000 फीट की ऊंचाई पर उगते हैं।
जब भी मजबूत लकड़ियों का नाम आता है उस समय महोगनी का नाम आना स्वाभाविक है। महोगनी की लकड़ियां ना सिर्फ मजबूत होती हैं बल्कि इसकी सबसे खास बात यह है कि इस पर पानी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। एक और खास बात यह है कि महोगनी के पेड़ को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है और कम पानी में यह वृक्ष अच्छा विकास कर सकता है।
घर के साज-सज्जा व पलंग आदि चीजों को बनवाने में सागवान की लकड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। सागवान की बनी हुई चीजें बेहद खूबसूरत होती है तथा इसकी लकड़ी अत्यंत महंगी होती है।