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खेतों में काम किया, ठेले पर सब्जियां बेची, फिर खङी कर दी ‘फार्म टू होम’ कम्पनी, कमा रहे लाखों रूपए

आज के समय में जहां लोग नौकरी के पीछे दर-दर भटक रहे हैं, वहीं कुछ लोग नौकरी न मिलने के बहाने के बजाए अपने आप पर भरोसा करते है और कुछ ऐसा कर गुजरते है कि वह सबके लिए एक मिसाल बन जाते है। आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताएंगे जिन्होंने नौकरी के बजाए ठेले पर सब्जियां बेची और आज के समय में वे सलाना 2.5 करोड़ रुपए की कमाई करते हैं।

तो आईए जानते है आखिर कौन है यह व्यक्ति?

महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले उमेश देवकर (Umesh Deokar) जो पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर है। इन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अच्छी नौकरी भी प्राप्त की पर वह अपना अलग काम करना चाहते थे। उन्होंने किसी और के परवाह किए बगैर ठेले पर सब्जियां बेचनी शुरु कर दी।

Success story of a Farmer named Umesh devkar

आसान नहीं था सफर

उमेश के लिए यह सफर उतना भी आसान नहीं था। उन्होंने बहुत सोंच समझ कर यह फैसला लिया और ठेले पर सब्जियां बेचनी शुरु कर दी। इस काम को लेकर लोगो के मन में इनके लिए अजीब ख्याल आते थे क्योंकि लोग यह सोचते थे कि एक पढ़ा-लिखा व्यक्ति आखिर यह कार्य क्यो कर रहा है, पर इन्होंने ठान लिया और अपनी मेहनत से ठेले के कार्य को होम डिलीवरी कंपनी के रुप में तैयार किया।

प्रतिवर्ष करीब 2.5 करोड़ रुपए का टर्नओवर

एक रिपोर्ट के अनुसार उमेश ने पिछले 4 साल से फार्म टू होम (farm to home) नाम से एक स्टार्टअप चला रहे हैं इसके द्वारा वे फल, सब्जियां और डेयरी प्रोडक्ट सीधे ग्राहकों तक पहुंचाते हैं। इस कार्य से उन्हें सालाना करीब 2.5 करोड़ पर का बिक्री (turnover) कर रहे हैं। उमेश देवकर एक किसान परिवार से है और यही इनकी खास बात है कि इन्होंने अपने परंपराओं के अनुसार कार्य करना शुरू किया और आज एक सफल व्यक्ति बन चुके हैं।

सब्जियां ठेले पर बेंच कर किया शुरुआत

उमेश ने साल 2017 में पहली बार भांडुप में एक सोसाइटी के बाहर अपना ठेला लगाकर सब्जियां और फल बेचना शुरू किया। इसके बाद उन्होंने खेती को हीं अपना कैरियर बना लिया। इस कार्य में उन्हें भले ही कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा परंतु आज वह एक सफल व्यक्ति बन गए हैं और अच्छी खासी कमाई भी कर रहे हैं।

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एक टीम के साथ करते हैं कार्य

अपने खेती कार्य के साथ अच्छी कमाई करने वाले रमेश
अब लोगों को रोजगार देना भी शुरू कर चुके हैं। वह एक टीम के साथ काम करते हैं, जिसमें करीब 30 लोग उनके साथ कार्यरत है। यह टीम उन्हें खेती से लेकर मार्केटिंग में उनकी सहायता करते हैं।

कोविड के दौरान मिली सफलता

उमेश का कहना है कि वह फल और सब्जियों की होम डिलीवरी महाराष्ट्र में करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बाकी प्रोडक्ट्स देशभर में ऑनलाइन की माध्यम से भी बेचा जाता है।

हम सभी आप भली-भांति जानते हैं कि कोविड-19 के दौरान देश में बहुत से लोग अपनी नौकरी से हाथ धो बैठे और उनका जीवन शैली बिल्कुल ही अस्त-व्यस्त हो गया। इसी बीच ऑनलाइन मार्केटिंग का ट्रेंड बढ़ गया।

उन्होंने बताया कि पहले वह सोशल मीडिया और व्हाट्सएप से आर्डर लेते थे, परंतु कोविड-19 के समय डिमांड इतनी बढ़ गई कि उन्हें एक वेबसाइट लॉन्च करनी पड़ी जिसका नाम है ekrushak.com इस वेबसाईट के जरिए उन्होंने अपने बिजनेस का दायरा बढ़ाया और अपनी प्रोडक्ट की संख्या भी बढ़ा दी। अब उन्हें महाराष्ट्र के बाहर से भी ऑर्डर मिलने लगे थे।

उमेश ने अपनी अच्छी-खासी जॉब छोड़ कर अपने परंपराओं के अनुसार खेती करना आरंभ किया और आज वे एक सफल व्यक्तियों में से एक माने जाते हैं। उमेश ने जो अपने दम पर कर दिखाया वह बाकियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है

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