Monday, December 11, 2023

प्राइवेट नौकरी के साथ करनी पड़ी UPSC की तैयारी, पांचवे प्रयास में बने IAS ऑफिसर

कामयाबी वह नहीं जो सरलता से प्राप्त हो, बल्कि कामयाबी तो वह है, जिसमें असफलता के खट्टे-मिठ्ठे स्वाद चखने को मिले। अपनी ज़िन्दगी में असफलता के स्वाद चखते हुए आगे बढ़ने वाले शख़्स में से एक हैं, हरप्रीत सिंह (Harpreet Singh). जिन्होंने कभी प्राइवेट जॉब किया, तो कभी गवर्नमेंट मगर आखिरकार असफलता से लड़ते हुए IAS बने।

हरप्रीत सिंह की पहचान

हरप्रीत सिंह (Harpreet Singh) ने नौकरी करते हुए UPSC परीक्षा को पास कर IAS टॉपर बने। वह वर्ष 2018 में 19वीं स्थान प्राप्त कर आईएएस (IAS) अधिकारी बने। हालंकि उन्हें थोड़ा लम्बा इन्तज़ार करना पड़ा लेकिन वह सफल हुए।

Success story of Harpreet becoming an IAS officer

नौकरी करते हुए की तैयारी

अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद हरप्रीत सिंह (Harpreet Singh) चंडीगढ़ चले गये ताकि वह यूपीएससी (UPSC) की तैयारी कर सकें। वहां कोचिंग जॉइन कर तैयारी में लग गये। उन्होंने प्राइवेट कम्पनी में नौकरी भी की। साथ ही तैयारी जारी रखा। उन्होंने वर्ष 2013 में यूपीएससी (UPSC) का पहला एग्जाम दिया, जिसमें वह मेंस में असफल हुए, लेकिन हार नहीं मानी और तैयारी जारी रखा।

Success story of Harpreet becoming an IAS officer

बार-बार हुए असफल

उन्होंने फिर से दूसरी प्रयास करा लेकिन इसमें इंटरव्यू पास कर, फाइनल लिस्ट में जगह नहीं बना पाए। उन्होंने तीसरा प्रयास किया, जिसमें फिर असफ़ल हुए। अपनी असफलता से बिना डरे वह एग्जाम देते रहे और चौथे प्रयास में सफल हुए। तीसरी प्रयास के बाद उनका CRPF का एग्जाम क्लियर हुआ और वह असिस्टेंट कमांडेंट का कार्यभार संभाला।

Success story of Harpreet becoming an IAS officer

चौथे प्रयास में आये कम मार्क्स

हालांकि उन्हें अपने चौथे प्रयास में सफलता मिली थी लेकिन नम्बर कम होने के कारण ट्रेड सर्विस का कार्यभार संभाला। अब उन्होंने यह निश्चय किया कि वह IAS बनेगे और 5वां एग्जाम दिया, जिसमें उन्हें 19वीं रैंक हासिल हुई और वह IAS बने।

अन्य उम्मीदवारों को सलाह

वह अन्य उम्मीदवारों को यह सलाह देते हैं कि हमेशा प्रयास करते रहना चाहिए ना कि असफल होने से हताश होकर बैठ जाएं। हमेशा सेल्फ कंफीडेंस के साथ मेहनत करते रहना चाहिए सफलता जरूर मिलेगी।